झमाझम बारिश से शहर में जलजमाव, लोगों की बढ़ी परेशानी
पिछले दो दिनों से तेज उमस के बाद मंगलवार की देर रात्रि हुई झमाझम बारिश से नगर निगम क्षेत्र में जलजमाव की गंभीर समस्या उत्पन्न हो गयी है.
सहरसा. पिछले दो दिनों से तेज उमस के बाद मंगलवार की देर रात्रि हुई झमाझम बारिश से नगर निगम क्षेत्र में जलजमाव की गंभीर समस्या उत्पन्न हो गयी है. वहीं बुधवार की सुबह से ही रुक-रूक कर बूंदाबांदी जारी है. बारिश के कारण मुख्य सड़क से लेकर सभी वार्डों में जलजमाव होने से लोगों की परेशानी काफी बढ़ गयी है. जलजमाव की गंभीर समस्या को अब भी निगम गंभीरता से नहीं लेने के कारण लोग घरों में कैद होने को विवश हो रहे हैं. जलजमाव से खासकर स्कूल जाने वाले बच्चे एवं बुजुर्ग को काफी परेशानी झेलनी पड रही है. जलजमाव के कारण दुर्घटनाएं भी बढ़ गयी है, जिससे लोग घर जाने से पहले अस्पताल जाने को विवश हैं. हालांकि इस बारिश से किसानों के चेहरे खिले हैं एवं उनकी धान की फसल लहलहा रही है. देर से ही सही बारिश अब किसानों का जमकर साथ दे रही है. वहीं इस बारिश से शहरी क्षेत्र का जनजीवन परेशान हो उठा है. लगभग सभी वार्डों में भीषण जलजमाव की समस्या खड़ी हो गयी है. सभी मुख्य चौक चौराहे पर भी जलजमाव की समस्या से लोग परेशान हैं. मौसम विभाग पूरे प्रमंडल में बुधवार तक मध्यम से तेज बारिश की संभावना जतायी है. अगवानपुर कृषि महाविद्यालय के मौसम विभाग के तकनीकी पदाधिकारी जितेंद्र कुमार ने बताया कि मंगलवार की रात्रि लगभग 40 एमएम बारिश हुई है. इससे पूर्व एक साथ इतनी बारिश इस वर्ष रिकॉर्ड नहीं की गयी. उन्होंने कहा कि अगले दो दिनों के अंदर मध्यम से तेज बारिश एवं वज्रपात की संभावना है. उन्होंने इस दौरान किसानों को भी कृषि कार्य के दौरान अपने खेत पर जाने में सतर्कता बरतने की अपील की, जिससे जानमाल की रक्षा हो सके. वर्षा से शहरी क्षेत्र में जलजमाव की स्थिति दिन प्रतिदिन विकराल होती जा रही है. सभी वार्डों के मुख्य चौराहों के साथ-साथ गली-गली में पानी लग गया है. लोगों का घरों से निकलना दूभर हो चला है. ऐसे में नगर निगम द्वारा किसी तरह व्यवस्था नही होने से लोग भयभीत हैं. आगे स्वाधीनता दिवस से लेकर महत्वपूर्ण पर्व त्योहार सामने देख लोग भयभीत हो रहे हैं. बारिश के कारण एक बार फिर से शहर नारकीय बनता दिख रहा है. शहर के विभिन्न मोहल्ले में जलजमाव की समस्या से जल्द निजात पाने के लिए ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है.
चचरी पुल बना घरों से निकल रहे लोग
बारिश से नगर निगम वार्ड नंबर 39 में जलजमाव की गंभीर समस्या बनी हुई है. हालात यह है कि लोगों को घरों में कैद होना पड़ रहा है. नगर निगम की उदासीनता के कारण स्थानीय लोगों ने खुद के खर्च चचरी पुल बना घर से निकलने का रास्ता तैयार किया. वही स्थानीय मुजाहिद ने बताया कि इस चचरी पुल को बनाने में 20 से 25 हजार रुपये का खर्च आया है. जलजमाव को लेकर पूर्व में जिलाधिकारी से लेकर नगर निगम के अधिकारियों को काफी दिनों से सूचना दी गयी. सूचना पर 10 दिन पूर्व नगर निगम से पंप सेट जलनिकासी के लिए लगाया गया, लेकिन आज तक पंप सेट से एक बूंद पानी नहीं निकाला गया. जिसके बाद लोगों ने आपस में चंदा कर बांस व चचरी के सहारे निकलने के लिए रास्ता तैयार कराया है.अतिवृष्टि से जनजीवन अस्त-व्यस्त
महिषी. पिछले कई दिनों से तपती धूप की तपिश व उमस से लोगों को राहत मिली है. मंगलवार की रात घंटों लगातार मूसलाधार वर्षा से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. कोसी, कमला, धर्ममूला सहित सभी नदियों के जलस्तर में वृद्धि से अफरा तफरी का माहौल बना है. सड़कों पर जलजमाव से आवागमन में परेशानी बढ़ी है. कोसी के जलस्तर में वृद्धि के कारण पूर्वी कोसी तटबंध के पूरब भी सिपेज वाटर के कारण जलस्तर में वृद्धि से निचले भू भागों के धान की खेती के डूबने की आशंका से किसानों में मायूसी का आलम बना है. मखाना उत्पादकों को भी जलाशयों से मखाना निकालने में परेशानी हो रही है.
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