हरी पत्तेदार साग-सब्जियां सेहत के लिए है लाभकारी

मौसम ने करवट बदलना शुरू कर दिया है. अब जिले में भी सुबह एवं शाम में गुलाबी ठंड दस्तक देने लगी है.

By Dipankar Shriwastaw | November 16, 2025 7:00 PM

बदलते मौसम में सजगता है जरूरी

सहरसा. मौसम ने करवट बदलना शुरू कर दिया है. अब जिले में भी सुबह एवं शाम में गुलाबी ठंड दस्तक देने लगी है. मौसम में बदलाव अपने साथ बहुत सारी बीमारियां साथ लाती है. ऐसे में डॉक्टरों की मानें तो ठंड में सबसे पहले स्किन, बॉडी एवं एक्टिविटीज पर असर पड़ता है. आमतौर पर जहां हम गर्मियों में कम खाना खाते हैं. उसकी तुलना में सर्दियों में भूख में भी इजाफा होता है. साग का सेवन कई बीमारियों से दूर रखता है एवं शरीर को पौष्टिक तत्व प्रदान करता है. आहार एवं पोषण विशेषज्ञ, सर्दी के मौसम में नियमित तौर पर मौसमी सब्जियां खाने की सलाह देते हैं. खासकर हरे पत्तेदार सब्जियां जैसे पालक, सोया मेथी, बथुआ का सेवन सेहत के लिए लाभकारी है. साग में कई तरह के पोषक तत्व एवं यौगिक पाए जाते हैं. शरीर और मस्तिष्क को पोषण देने के लिए साग फायदेमंद है. औषधीय गुण होने कारण इनमें से कई सब्जियां इम्यूनिटी पावर को मजबूत भी बनाती है.

प्रॉपर डाइट जरूरी

बीते कुछ दिनों से मौसम में आ रहे बदलाव के कारण सुबह-शाम ठंड व दोपहर में गर्मी का एहसास हो रहा है. शुरुआती ठंड में खुद की देखभाल एवं प्रॉपर डाइट नहीं लेने पर सर्दी-जुकाम, बुखार, खांसी जैसी वायरल समस्याएं बढ़ने लगती है. ऐसे में जैसे-जैसे सर्दी बढ़ेगी उसके लिए शरीर को तैयार करना होगा. नहीं तो बीमारी के चांस काफी ज्यादा बढ़ जाएंगे. इम्यूनिटी मजबूत रहेगी तो शरीर मौसम में बढ़ी ठंडक से खुद का बचाव करने में सक्षम रहेगा.

गुनगुना पानी पीयें

ऐसे मौसम में सतर्क रहने की जरूरत है. आयुर्वेद में कहा गया है कि इस मौसम में मधुरस का पान करें. यानी मीठी चीजों का सेवन करें. इसके साथ ही आंवला एवं नमक आपको ठंड में होने वाली बीमारियों से बचाता है. जब भी आपको वायरल होगा इसकी शुरुआत गले से होगी. इसलिए रोजाना सुबह-शाम की चाय में तुलसी के पत्ते, काली मिर्च का प्रयोग करें एवं गुनगुना पानी पीएं. सर्दियों में मिलने वाले सभी तरह के साग में विटामिन्स, मिनल्स फाइबर, एंटीऑक्सीडेंट्स एवं इटोन्यूट्रिएंट्स पर्याप्त मात्रा में होते हैं. इनके सेवन से वजन नियंत्रित रहने के साथ स्किन एजिंग की समस्या से भी लड़ा जा सकता है.

सीजनल चीजों का करें इस्तेमाल

चिकित्सक डॉ आरबी ठाकुर ने कहा कि प्रकृति का स्वभाव है कि जिस सीजन के लिए जो चीजें बनी होती है उस वक्त वह हमें प्रचुर मात्रा में मिल जाता है. सीजनल चीजों का इस्तेमाल करने में कोई हर्ज नहीं है. ठंड के मौसम में कई तरह का साग मिलता है. जिसमें कई पोषक तत्व मौजूद होते हैं. पालक में आयरन एवं चना साग में प्रोटीन होता है. जो डायबिटीज मरीजों के लिए मेथी का साग फायदेमंद है. साग ठंड के समय में हमारे शरीर के तापमान को स्थिर रखता है. सरसों के साग में विटामिन ए, सी, बी, मिनरल, प्रोटीन भरपूर मात्रा में पाया जाता है. इसमें एंटीऑक्सीडेंट भी होते हैं. यह हमें हृदय रोग से बचाता है. यह कब्ज, अयबिटीज, पीलिया रोगों के लिए फायदेमंद होता है. लाल साग में विटामिन ए, विटामिन सी, फाइबर, फोलेट, राइबोफ्लेविन एवं कैल्शियम जैसे तत्व पाये जाते हैं. जो आपको कई रोगों से बचाने में मदद करते हैं. मेथी में फॉलिक एसिड, विटामिन 1, बी 6, विटामिन सी, पोटैशियम आयरन, फास्फोरस एवं कैल्शियम काफी मात्रा में होते हैं. यह शुगर को नियंत्रित रख डायबिटीज की आशंका को काम करता है. पालक में कार्बोहाइड्रेट, ओमेगा 3 एवं ओमेगा 6 प्रचुर मात्र में पाया जाता है. यह बीपी को कम कर हृदय रोग को सुरक्षा प्रदान करती है. बथुआ के साग में कई औषधि गुण होते हैं. इसमें विटामिन ए, कैल्शियम, पोटैशियम से भरपूर रहता है. बथुआ के साग से गैस, कब्ज, पेट में दर्द होने की आशंका कम होती है.

इस मौसम में साग है महत्वपूर्ण

साग को आप कई तरीके से पका सकते है. नॉर्मल के अलावे रोटी, पूड़ी या पराठे में साग को यूज कर बच्चों को भी खिलाएं. ठंड में आप सरसों, चना, बथुआ, पालक, मेथी जैसे सागों का इस्तेमाल कर सकते है. इसमें एंटीऑक्सीडेंट बहुत ज्यादा होता है. इससे इम्यूनिटी बूस्ट होता है. स्वास्थ्य के लिए यह काफी फायदेमंद है. लेकिन साग को बनाते या पकाते समय यह ध्यान रखना चाहिए कि उसे जरूरत से ज्यादा न पकाया जाये.

आयरन व प्रोटीन जरूरी

ठंड का मौसम अपने साथ कई तरह की बीमारियों को साथ लेकर आती है. ऐसे में जरूरी है कि हम खानपान पर विशेष ध्यान दें. इस सीजन में मिलने वाले साग-सब्जियों को अपनी डाइट में शामिल करें. ये बॉडी की इम्यूनिटी को बढ़ाते हैं. इस मौसम में खासकर बूढ़े व्यक्ति, बच्चे एवं गर्भवती महिलाओं की इम्यूनिटी कमजोर पड़ने लगती है. ऐसे में इन लोगों के लिए बदलता मौसम हानिकारक हो सकता है. गुलाबी ठंड में बीमार होने से बचने के लिए अपनी डाइट में आयरन एवं प्रोटीन रिच फूड्स को शामिल करें. इससे शरीर बीमारियों से बच पाता है. अपनी डाइट में साबूत अनाज एवं फलियों को शामिल करें. साथ ही तबीयत को बेहतर रखने के लिए दालचीनी, अजवाइन, काली मिर्च, अदरक, लहसुन एवं लॉग जैसे मसालों का सेवन करें. इन मसालों की तासीर गर्म होती है. यह आपके शरीर को गर्म रखने का काम करते हैं. इन मसालों को चाय में डालकर भी पी सकते हैं.

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