डीएम से बाढ़ में बर्बाद धान की फसल की क्षतिपूर्ति देने की मांग

कोसी नदी में आयी असमय प्रलयकारी बाढ़ ने प्रखंड के किसानों की कमर तोड़ दी है. बाढ़ के पानी ने खेतों में खड़ी धान की फसल को पूरी तरह नष्ट कर दिया है.

By Dipankar Shriwastaw | October 8, 2025 6:40 PM

नवहट्टा. कोसी नदी में आयी असमय प्रलयकारी बाढ़ ने प्रखंड के किसानों की कमर तोड़ दी है. बाढ़ के पानी ने खेतों में खड़ी धान की फसल को पूरी तरह नष्ट कर दिया है. किसानों का कहना है कि इस बार की बाढ़ ने ऐसी तबाही मचाई है कि खेतों में एक भी फसल नहीं बची है. प्रखंड के हाटी, बकुनिया, डरहार, नौला, शाहपुर, सत्तर, कैदली सहित आसपास के कई गांवों के किसानों की फसलें बुरी तरह से बर्बाद हो गयी हैं. खेतों में धान की फसल पूरी तरह सड़ चुकी है और मिट्टी की जगह बालू जम गया है. इसी को लेकर पंसस चंद्रकिशोर यादव ने जिलाधिकारी से मांग की है कि जल्द से जल्द सर्वे कराकर आपदा राहत राशि और फसल क्षतिपूर्ति दी जाये, ताकि किसानों को कुछ राहत मिल सके. उनका कहना है कि इस बाढ़ ने सिर्फ फसलों को ही नहीं, बल्कि रोजगार के साधनों को भी नष्ट कर दिया है. ग्रामीणों ने प्रशासन से यह भी आग्रह किया है कि फसल क्षति के साथ-साथ कच्चे घरों, पशु चारे व खाद्य सामग्री की भी भरपाई की जाये.

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