एआई भविष्य नहीं वर्तमान है इसे जल्द अपनाने की है जरूरतः डॉ अरूण जयसवाल

एआई भविष्य नहीं वर्तमान है इसे जल्द अपनाने की है जरूरतः डॉ अरूण जयसवाल

By Dipankar Shriwastaw | October 12, 2025 6:32 PM

गायत्री शक्तिपीठ में व्यक्तित्व परिष्कार सत्र का आयोजन सहरसा. गायत्री शक्तिपीठ में रविवार को व्यक्तित्व परिष्कार सत्र का आयोजन किया गया. सत्र को संबोधित करते डॉ अरुण कुमार जायसवाल ने कहा कि आज एआई भविष्य नहीं वर्तमान है. उन्होंने कहा कि एआई को जल्दी अपनाना जरूरी है. आने वाले समय में यह हमें कहां ले जायेगा. यह पहले ही हमारे स्मार्ट होम्स को स्मार्ट्स बनाने की दिशा में बढ़ चुका है व अब मंत्री बनकर संसद में भी प्रवेश कर चुका है. रिपोर्ट कहती है कि कोविड से पहले के उन वर्षों को याद करें. कुछ एआई संचालित स्पीकरों ने हमें भविष्य का अनुभव दिया था. कुछ समय पहले जब एआई चैटबॉट एवं चैटजीपीटी आये, तो यह स्पीकर हमें पुराने लगने लगे. इस हफ्ते अमेजन के लिए एलेक्सा प्लस एवं गूगल के जैमिनाए ने दिखाया कि स्मार्ट होम अब इस स्मार्ट होने जा रहा है. जबकि कई लोग स्मार्टेस्ट होम श्रेणी में जाने के लिए एपल के सिरी का इंतजार कर रहे हैं व 2025 के अंत तक हमारे सामने कई और बड़े बदलाव आने वाले हैं. उन्होंने कहा कि घरों में परिचित चेहरों के लिए अब डोर बेल नहीं बजेगी. आपको अब यह कहने की जरूरत नहीं है कि जा कर देखो की दरवाजे पर कौन आया है. स्मार्ट कैमरा ही चेहरा पहचानेगा व आपको उनके नाम बता देगा. आपके दरवाजे तक पहुंचने से पहले ही सिस्टम आगंतुक से कहेगा कि गुड मॉर्निंग, कृपया मुझे कुछ क्षण दे, मैं गेट खोल रहा हूं. अगर किसी ने आपके लॉन की सुंदर घास खराब की, तो आप पूछ सकते हैं कि मेरी घास किसने खायी व स्मार्ट स्पीकर बताएगा कि पड़ोसी के घर से दो खरगोश आये थे उनमें सिर्फ भूरे रंग का था जो घास खा ली. खरगोश कब आये यह जानने के लिए आपको कई घंटों का वीडियो स्क्रॉल करने की जरूरत भी नहीं है. आप यहां तक पूछ सकते हैं कि माली आखिरी बार कब आया था. सिस्टम पिछले छह महीनों में माली के आने की तारीख एवं समय बता देगा. यह सिस्टम अब इतना स्मार्ट है कि उससे कुछ भी पूछ सकते हैं. स्मार्ट स्पीकर अब वर्चुअल असिस्टेंट बन चुका है. आप पूछ सकते हैं मेरी वाशिंग मशीन में पानी की लाइन बंद हो गयी है क्या करूं. यह आपको बताएगा टेक्नीशियन को बुलवाने से पहले क्या चेक करें. यह सुझाव टेक्नीशियन के विजिटिंग चार्ज के बहुत पैसे बचा देंगे. आपका कुत्ता दीवार फांदकर बाहर चला गया है तो वर्चुअल असिस्टेंट से पूछे तो उसका कैमरा बता देगा कि आपका कुत्ता अभी किस जगह पर है. दक्षिण पूर्व यूरोप के देश अल्बानिया ने इसी साल जनवरी में ई अल्वानिया प्लेटफॉर्म पर एआई को वर्चुअल असिस्टेंट के रूप में लॉन्च किया. जहां उसने सरकारी दस्तावेजों को लेकर नागरिको व व्यवसायों को काफी मदद की. उन्होंने कहा कि प्रकृति कर्म मापती है एवं आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कोई चेतना नहीं है, जड़ है. जड़ हमेशा चेतन से संचालित होता है. चेतन अगर परिष्कृत नहीं है तो जड़ कभी परिष्कृत नहीं होगा. आप एआई से सबको धोखा दे सकते हैं लेकिन प्रकृति के नियमों को धोखा नहीं दे सकते. उन्होंने कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का मतलब है यह किराये की बुद्धि है. लेकिन आपकी भवनाएं गड़बड़ है तो किराये की बुद्धि भी बेकार है. उन्होंने कहा कि जो कभी एक गिलास पानी पिलाये उसको याद जरूर रखिए. इस मौके पर दिल्ली से नेचरोपैथी चिकित्सा कराने आये दिव्यांग पाण्डेय ने कहा कि शांति एवं चिकित्सा कराने के लिए यहां आते रहते हैं. इस अवसर पर उनके छोटे भाई शिवांग पाण्डेय ने कहा कि योग मेडिटेशन पावरफुल है. इससे मन को डिटौक्स करना चाहिए.

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