शहर में घूमते आवारा पशुओं से हमेशा रहती है हादसे की आशंका

डेहरी नगर : आवारा पशुओं के कारण शहर का हर आदमी परेशान है. शहर के प्रमुख चौराहे हों या फिर तंग गलियां हर जगह आवारा पशु रास्तों पर बैठे रहते हैं. इन पर कार्रवाई करने वाला भी कोई नहीं है, जिसके कारण आम नागरिकों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. सब्जी मंडी जाना […]

By Prabhat Khabar Print Desk | November 14, 2019 9:03 AM

डेहरी नगर : आवारा पशुओं के कारण शहर का हर आदमी परेशान है. शहर के प्रमुख चौराहे हों या फिर तंग गलियां हर जगह आवारा पशु रास्तों पर बैठे रहते हैं. इन पर कार्रवाई करने वाला भी कोई नहीं है, जिसके कारण आम नागरिकों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. सब्जी मंडी जाना हो या फिर बस स्टैंड, सभी रास्तों पर आवारा पशुओं को बैठे और घूमते हुए देखा जाता है. यहां तक कि रास्ते के बीच में झुंड बनाकर बैठने और रहने से लोगों को निकलने तक का रास्ता नहीं बचता. आवारा पशुओं के कारण हमेशा हादसे की आशंका बनी रहती है.

सड़कों पर बीच में घूमने के कारण आयेेेे दिन वाहन चालक इनसे टकरा कर चोटिल हो जाते हैं. पैदल चलने वालों को भी कई बार काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है. पशुपालक इन पशुओं को खुला छोड़ देते हैं. इन पशुओं को पशुपालक दूध निकाल कर खुला छोड़ देते हैं. इसके अलावा सूअर पालक भी अपने पशुओं को यूं ही खुला छोड़ देते हैं. नगर पर्षद को चाहिए कि ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करे.
आवारा पशुओं को पकड़ कर अपने पास जब्त कर जुर्माना लगायें, ताकि इस समस्या का समाधान हो सके. बताते चलें कि शहर में आवारा पशुओं की समस्या अब विकराल रूप लेती जा रही है. डेहरी अनुमंडल क्षेत्र की बात करें, तो डेहरी मुख्य बाजार, थाना चौक, तार बंगला मोड़, स्टेशन रोड, बस्तीपुर, डालमियानगर एकता चौक, सहित अन्य मुहल्लाें में मुख्य मार्ग पर इन पशुओं का जमावड़ा रहने के कारण न केवल यातायात अवरुद्ध हो रहा है, बल्कि दुर्घटनाएं भी बढ़ रही हैं.
माह में दो-चार वाहन दुर्घटना इन आवारा पशुओं के कारण हो जाते हैं. शहर के प्रति नैतिकता नहीं रखने वाले चंद पशुपालकों की लापरवाही का खामियाजा शहर भुगत रहे हैं. आवारा पशु घातक सिद्ध हो रहे हैं.
क्या कहते हैं लोग
मुहल्ला की गली-गली में इन पशुओं के घूमने के कारण काफी परेशानी होती है. शहर में जो आवारा पशु घूमते हैं, इससे काफी परेशानी होती है. हम भी सवारी छोड़ने जाते हैं, पशु अचानक वाहन के सामने आ जाते हैं और हमलोग नियंत्रण खो देते हैं, जिससे राह चल रहे लोग वाहन की चपेट में आ जाते हैं. इससे आये दिन दुर्घटनाएं होती रहती हैं.
समाजसेविका सुनीता पासवान
शहर में अचानक इतने ज्यादा पशु कहां से आ गयेेेे किसी को समझ में नहीं आ रहा है. ज्यादा पशु सड़क पर होने के कारण आये दिन उनसे दुर्घटना होने का खतरा लोगों में भय पैदा किये हुए है. प्रशासन द्वारा भी इस पर कोई कदम नहीं उठाया जा रहा है. आवारा पशुओं को सड़क से जल्द नहीं हटाया गया, तो किसी दिन बड़ा हादसा हो सकता है.
मजहर इमाम
शहर में आवारा पशु के घूमने से व्यवसायी वर्ग को भी परेशानी
होती है. पशु हमारे सामान को
भी यदा-कदा नुकसान पहुंचाते
हैं. शहर के मुख्य मार्ग पर तथा
गलियों में भी दिन रात पशुओं का विचरण नहीं होना चाहिए. इससे हमलोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है.
गोपाल प्रसाद व्यवसायी

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