बिहार में बारिश और ओले ने तोड़ी किसानों की कमर, सरकार करा रही फसल बर्बादी का आकलन

बिहार के कई इलाकों में देर रात हुई बारिश के साथ तूफान और ओलावृष्टि ने किसानों की फसल बर्बाद कर दी है. खासकर गेंहू और आम को इससे काफी क्षति पहुंची है. किसानों का कहना है कि खेतों में गेहूं की फसल पूरी तरह तैयार थी. बारिश और ओलावृष्टि से फसल को भारी नुकसान हुआ है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 19, 2023 3:36 PM

हाजीपुर. बिहार के कई इलाकों में देर रात हुई बारिश के साथ तूफान और ओलावृष्टि ने किसानों की फसल बर्बाद कर दी है. खासकर गेंहू और आम को इससे काफी क्षति पहुंची है. किसानों का कहना है कि खेतों में गेहूं की फसल पूरी तरह तैयार थी. बारिश और ओलावृष्टि से फसल को भारी नुकसान हुआ है. किसानों ने सरकार से मदद की गुहार लगायी है. वैसे कृषि विभाग की ओर से किसानों को हुए नुकसान का आकलन किया जा रहा है. उसकी रिपोर्ट आने के बाद सरकार किसानों की सहायता पर विचार करेगी. सरकारी नियम के तहत कम से कम 33% से अधिक का नुकसान होने के बाद किसानों को मिलने वाले मुआवजे का प्रावधान है.

आम और गेहूं को सबसे अधिक नुकसान

बिहार के किसान बारिश और ओलावृष्टि से करोड़ों का नुकसान बता रहे हैं. भगवानपुर के किसान रामचंद्र सिंह ने स्थानीय मीडिया को बताया कि नुकसान बहुत है, यहां करोड़ों का नुकसान हुआ है. किसान सोच रहा है कि क्या करें. क्या आत्महत्या कर लें. क्या करें. हम लोगों के पास कोई उपाय नहीं है. हम लोग क्या कर सकते हैं. सरकार को इस पर सोचना चाहिए कि किसान के साथ क्या हो रहा है. किसान के साथ अनर्थ हो रहा है. अचानक बारिश, पानी के साथ ओला भी गिरा है. गेहूं का फसल और आम का मंजर भी बर्बाद हो गया है. किसानों का कहना है कि सरकार को इस पर सोचना चाहिए कि किसान के साथ क्या हो रहा है. किसान के साथ अनर्थ हो रहा है. अचानक हुई बारिश के साथ ओला गिरने से गेहूं की फसल और आम का मंजर भी बर्बाद हो गया है.

नुकसान का हो रहा है मूल्यांकन

इधर, वैशाली के जिला कृषि पदाधिकारी वेदनारायण ने स्थानीय पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि बारिश आंधी तूफान वगैरा से फसलों के नुकसान की जानकारी प्राप्त हुई है. इसका आकलन किया जा रहा है. जिला कृषि विभाग किसानों को हुए नुकसान का मूल्यांकन कर रही है. मूल्यांकन करने के बाद इस विषय में निर्णय लिया जाएगा. 33% से ज्यादा नुकसान होने पर सरकारी मुआवजा प्रावधान है. किसानों को प्रावधान के तहत सहायता दी जायेगी. उन्होंने माना है कि शनिवार की बारिश किसानों के लिए नुकसानदेह रहा है. कई किसानों ने तो अब तक फसल खेत से उठायी भी नहीं थी.

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