IPS विकास वैभव की चोरी हुई ‘ग्लॉक पिस्टल’ की खासियत कर देगी दंग, जानें क्यों माना जाता है भरोसेमंद हथियार

बिहार के बहुचर्चित आइपीएस अधिकारी विकास वैभव की सरकारी पिस्टल चोरी कर ली गयी. उनके आवास से ही किसी अज्ञात शख्स ने सरकारी पिस्टल गायब कर लिया. उन्हें मुख्यालय की ओर से ग्लॉक पिस्टल आवंटित किया गया था. इसकी खासियत जानिये...

By Prabhat Khabar Print Desk | November 25, 2022 2:51 PM

बिहार के चर्चित आइपीएस अधिकारी विकास वैभव (IPS Vikas Vaibhaw) की सरकारी पिस्टल चोरी हो गयी है. उनके आवास से ही किसी अज्ञात ने इसे गायब कर दिया है. एक सफाईकर्मी को हिरासत में भी लिया गया है. IG के पद पर तैनात विकास वैभव का जो पिस्टल गायब हुआ है वो कोई आम हथियार नहीं बल्कि बेहद विशेष और असरदार ‘ग्लॉक पिस्टल (Glock Pistol)’ है जिसकी खासियत जानकर आप भी दंग रह जाएंगे.

9MM ग्लॉक पिस्टल

आइपीएस विकास वैभव की जो पिस्टल गायब हुई है वो 9MM ग्लॉक पिस्टल है. ऑस्ट्रियन कंपनी ग्लॉक जेस. एम.बी के द्वारा इस पिस्टल को तैयार किया जाता है और इसे बेहद भरोसेमंद हथियार माना जाता है. भारत में स्पेशल फोर्सेस, पैरा कमांडो, IPS, एनएसजी वगैरह को यह हथियार उपयोग के लिए दिया जाता है. इसमें 6 से लेकर 33 राउंड तक मैगजीन का उपयोग हो सकता है. भारत में इस हथियार में 17 राउंड वाली मैगजीन का उपयोग किया जाता है. यानी इसके मैगजीन में एक साथ 17 गोलियां आती हैं.

ग्लॉक पिस्टल की खासियत

इससे साधा निशाना अचूक होता है और गोली 1230 फीट प्रति सेकेंड की स्पीड से चलकर शिकार बनाती है. इसकी रेंज भी 50 मीटर है. इसमें 9mm की कोई भी गोली लग जाती है. पॉलीमर से बनी यह पिस्टल बेहद हल्की होती है और गर्म वातावरण में भी आसानी से इसे हैंडल किया जा सकता है. यह एक सेमी ऑटोमेटिक पिस्टल है.

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अस्सी के दशक में मचाई धूम

ग्लॉक ने जब इस पिस्टल को तैयार किया था तो अस्सी के दशक में आस्ट्रिया की सेना इसका इस्तेमाल करके बेहद खुश थी. वहीं देखते ही देखते विश्व भर में इस हथियार की डिमांड बढ़ती गयी. भारत में इसका उपयोग आम तौर पर नहीं होता, ये प्रतिबंधित है. समय के साथ-साथ ग्लॉक ने टेक्नोलॉजी के हिसाब से इसमें और खूबियां बढ़ाई और लेजर, स्कोप, फ्लैशलाइट से लैस अब ये ग्लॉक हथियार आने लगे हैं.

Posted By: Thakur Shaktilochan

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