ब्लॉक स्तर पर बनेगी जल संरक्षण समिति, भूजल बढ़ाने के लिये होगा काम

राज्यभर में जल संरक्षण समिति बनाया जायेगा. इस बाबत पीएचइडी ने अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिया है, ताकि माॅनसून के बाद से समिति का निर्माण ब्लॉक स्तर कर लिया जाये.

By RAKESH RANJAN | August 15, 2025 1:46 AM

– पीएचइडी ने लिया निर्णय, युवाओं को जोड़ेंगे अधिकारी

संवाददाता, पटना

राज्यभर में जल संरक्षण समिति बनाया जायेगा. इस बाबत पीएचइडी ने अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिया है, ताकि माॅनसून के बाद से समिति का निर्माण ब्लॉक स्तर कर लिया जाये. समिति में युवाओं और महिलाओं को प्राथमिकता के आधार पर जोड़ा जायेगा. यह समिति नये चल स्रोत की खोज के साथ बारिश या अन्य स्रोतों से आने वाले पानी के लिए काम करेगी, जिसका मुख्य लक्ष्य होगा भूजल की कमी को दूर करना और भविष्य में लोगों के बीच पानी जमा करने की आदत डालना है. विभाग के अधिकारी समिति के कामकाज की निगरानी करेंगे.

नक्शा के अलावा गांव के लोगों का सहयोग लेंगे अधिकारी

राज्य में जल- जीवन- हरियाली अभियान के तहत एक बार फिर अधिकारियों को नया टास्क दिया गया है, ताकि सभी अधिकारी पंचायत स्तर पर जल स्रोत की खोज कर सकें. इस खोज में पहली बार अधिकारी नक्शा छोड़ गांव वालों का सहयोग लेंगे और उनके जवाब के आधार पर रिपोर्ट तैयार करेंगे. इससे अतिक्रमित तालाब, कुएं एवं अन्य पानी के स्रोत की पहचान तुरंत हो सके.इस काम में ब्लॉक स्तर पर गठित समिति सदस्यों की जिम्मेदारी बांटी दी जायेगी. इसके लिए विभागीय स्तर पर कार्ययोजना तैयार की गयी है, जिसमें समिति के कामकाज का पूरा ब्योरा दिया गया है.

यह हो रही है परेशानी

विभाग के मुताबिक तालाबों की संख्या कम हुई है. वहीं, जहां तालाब हैं उनका भी कुछ विशेष काम नहीं है. पानी का ठहराव नहीं होने के कारण बारिश के पानी को भी उन तालाबों में रोकना बेहद मुश्किल हो रहा है. इसका कारण यह भी है कि तालाबों के चारों ओर चिह्नित कर उसे दोबारा से दुरुस्त किया जायेगा.

पानी की कमी से लोग हो रहे हैं परेशान

बिहार में 22 से अधिक जिले हैं, जिसमें कहीं ना कहीं भूजल का स्तर इतना नीचे चला जाता हैं कि लोगों तक पानी पहुंचाने के लिए पीएचइडी को टैंकर चलाना पड़ता है. चापाकल ठप हो जाते हैं और सरकारी व निजी बारिंग में पानी नहीं आता है. इस कारण से पानी के संरक्षण के लिये समिति बनाने का निर्णय लिया गया है.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है