64 वर्षों से पटना के गांधी मैदान में होने वाले रावण वध समारोह पर कोरोना का संकट, वर्चुअल तरीके से हो सकता है कार्यक्रम…

पटना: कोरोना के कारण दशहरा पर शहर में होने वाले कार्यक्रम रामलीला व रावण वध समारोह को लेकर भी असमंजस की स्थिति है. दशहरा ट्रस्ट कमेटी के अध्यक्ष कमल नोपानी ने बताया कि हमने जिला प्रशासन को आवेदन भेजा है. इसमें मांग की गयी है कि जिस प्रकार से गांधी मैदान में स्वतंत्रता दिवस मनाया गया, उसी प्रकार रावण वध मनाने का आदेश दें. हम सोशल डिस्टैंसिंग के साथ रावण वध का कार्यक्रम पूरा करेंगे. बस जिला प्रशासन के आदेश का इंतजार है.

By Prabhat Khabar | September 20, 2020 8:01 AM

पटना: कोरोना के कारण दशहरा पर शहर में होने वाले कार्यक्रम रामलीला व रावण वध समारोह को लेकर भी असमंजस की स्थिति है. दशहरा ट्रस्ट कमेटी के अध्यक्ष कमल नोपानी ने बताया कि हमने जिला प्रशासन को आवेदन भेजा है. इसमें मांग की गयी है कि जिस प्रकार से गांधी मैदान में स्वतंत्रता दिवस मनाया गया, उसी प्रकार रावण वध मनाने का आदेश दें. हम सोशल डिस्टैंसिंग के साथ रावण वध का कार्यक्रम पूरा करेंगे. बस जिला प्रशासन के आदेश का इंतजार है.

तैयारी में लगता है एक महीना

रावण वध की तैयारी के लिए अभी तक कोई काम नहीं हुआ है. यहां तक कि रावण भी बनना शुरू नहीं हुआ है. उन्होंने बताया कि रावण को बनने में करीब एक महीना लगता है. ऐसे में 26 सितंबर तक आदेश आ जाये, तो इसकी प्रक्रिया भी शुरू हो जायेगी.

पिछले 64 वर्षों से पटना में रावण वध का हो रहा कार्यक्रम

दशहरा कमेटी के सदस्यों ने बताया कि गांधी मैदान में करीब एक हजार लोगों में भी इस प्रक्रिया को पूरा किया जा सकता है. अगर प्रक्रिया शुरू करने का मौका मिल जाये, तो हम लोग अगले सप्ताह से पूर्ण रूप से लग जायेंगे. अगर रावण की ऊंचाई को कम करने या अन्य आदेश मिलेंगे, तो उस पर भी ध्यान दिया जायेगा. रावण वध का कार्यक्रम पटना में पिछले 64 वर्षों से होता आ रहा है, जिसमें करीब 25 हजार की संख्या में लोग शामिल होते हैं.

Also Read: पटना में बिना मास्क परीक्षा देने उड़ीसा जा रही छात्रा समेत छह लोगों को भेजा गया कोरेंटिन सेंटर, 749 लोगों को पकड़कर की गई जांच…
वर्चुअल तरीके से हो सकती है राम लीला

दशहरा कमेटी ट्रस्ट द्वारा 2007 से ही रामलीला का आयोजन किया जा रहा था. दो बार गांधी मैदान में भी रामलीला हुई है. इसके बाद ठाकुरबाड़ी और गर्दनीबाग में रामलीला हो चुकी है. इसके बाद प्रशासनिक कारणों से रामलीला नहीं हो सकी है. पिछले साल जलजमाव के कारण भी रामलीला नहीं हो सकी थी. ऐसे में कोविड 19 को देखते हुए इस साल वर्चुअल तरीके से रामलीला के आयोजन की बात हो रही है. इस बारे में अध्यक्ष कमल नोपानी, सचिव अरुण कुमार और संस्थापक टीआर गांधी ने भी विचार किया है, ताकि दर्शक ऑनलाइन राम लीला का लुत्फ उठा सकें. लेकिन इसके लिए भी प्रशासन से अनुमति मिलने के बाद ही तैयारी शुरू की जायेगी.

Published by : Thakur Shaktilochan Shandilya

Next Article

Exit mobile version