गंगा पाथ-वे पर जुलाई अंत तक दौड़ने लगेंगे वाहन, पांच दशक पुराना पटना का सपना होगा साकार

दीघा से एएन सिन्हा इंस्टीट्यूट तक गंगा पाथ-वे पर जुलाई से वाहन दौड़ने लगेंगे. पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन ने शुक्रवार को विभागीय समीक्षा बैठक में इस सड़क को हर हाल में जुलाई तक पूरा करने का निर्देश दिया है.

By Prabhat Khabar | April 17, 2021 12:04 PM

पटना. दीघा से एएन सिन्हा इंस्टीट्यूट तक गंगा पाथ-वे पर जुलाई से वाहन दौड़ने लगेंगे. पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन ने शुक्रवार को विभागीय समीक्षा बैठक में इस सड़क को हर हाल में जुलाई तक पूरा करने का निर्देश दिया है. इसके साथ ही उन्होंने कच्ची दरगाह से बिदुपुर तक सिक्स लेन गंगा पुल के निर्माण का काम 2024 तक पूरा करवाने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिया है.

उन्होंने अधिकारियों को हर सप्ताह गंगा पथ परियोजना का निरीक्षण करने और ठेकेदारों को अधिक मानव बल रखकर काम पूरा करवाने का निर्देश दिया है. नितिन नवीन ने कहा कि दीघा से एएन सिन्हा इंस्टीट्यूट तक गाड़ियों का आवागमन शुरू हो जाने से पटना शहर में गाड़ियों का दबाव कम होगा.

विभागीय अधिकारियों का कहना है कि कंकड़बाग से महात्मा गांधी सेतु से होकर जाने वाले वाहन एएन सिन्हा इंस्टीट्यूट से दीघा होकर जेपी सेतु के माध्यम से गंगा पार जा सकेंगे. इससे पटना शहर के बड़े हिस्से को जाम से निजात मिलेगा.

वही कच्ची दरगाह बिदुपुर परियोजना के ठेकेदार ने काम पूरा करने की समयसीमा बढ़ाने का अनुरोध किया था. मंत्री नितिन नवीन ने इस संबंध में बीएसआरडीसीएल के अधिकारियों को समीक्षा कर ठेकेदार को निर्देश देने के लिए कहा है.

मल्टीलेवल कार पार्किंग के लिए 30 तक टेंडर

पटना शहर में आइओटी बेस्ड ऑटोमेटिक मल्टीलेवल कार पार्किंग का निर्माण होगा. इसके लिए टेंडर भरने की प्रक्रिया शुरू की गयी है. 30 अप्रैल तक नामी-गिरामी कंपनियां टेंडर में शामिल हो सकती हैं. जानकारों के अनुसार मौर्यालोक परिसर व गांधी मैदान के समीप यह बनना है. इसका निर्माण पटना स्मार्ट सिटी लिमिटेड की ओर से होगा.

जानकारी के अनुसार लगभग 60 करोड़ से यह निर्माण होना है. नयी कार पार्किंग में ऐप के माध्यम से पार्किंग की स्थिति की जानकारी मिलेगी. पार्किंग में गाड़ी लगाते ही ऑटोमिटिक पार्किंग शुल्क कट जायेगा.

पार्किंग में जगह है या नहीं इसके बारे में पहले ही सूचना मिल जायेगी. टेंडर भरने की प्रक्रिया 30 अप्रैल तक पूरी होने के बाद टेंडर में शामिल कंपनियों का टेक्निकल बीड होगा. इसमें सफल कंपनियों का फिनांशियल बीड खुलेगा. इसके बाद अंतिम रूप से चयनित कंपनियों को काम मिलेगा.

Posted by Ashish Jha

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