जंगलराज का चेहरा बदल गया है, मगर इरादा वही है : अमित शाह
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि बिहार में एनडीए ने विकास की वह नींव रखी है जिस पर आने वाले वर्षों में राज्य को विकसित श्रेणी में लाया जाएगा.
केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा, बिहार को 10 साल में बाढ़ से मुक्त करेंगे
संवाददाता, पटना
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि बिहार में एनडीए ने विकास की वह नींव रखी है जिस पर आने वाले वर्षों में राज्य को विकसित श्रेणी में लाया जाएगा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार और राज्य सरकार मिलकर बिहार को बाढ़ और नक्सल दोनों संकटों से मुक्त करेगी. उन्होंने दावा किया कि आने वाले 10 वर्षों में बिहार को बाढ़ की समस्या से पूरी तरह मुक्त कर दिया जायेगा. 31 मार्च, 2026 तक देश से नक्सलवाद पूरी तरह खत्म हो जायेगा. अमित शाह शनिवार को पटना में आयोजित एक मीडिया समागम को संबोधित कर रहे थे. वह विपक्ष पर हमलावर रहे. कांग्रेस, लालू परिवार और पश्चिम बंगाल सरकार की नाकामियों और देशविरोधी गतिविधियों को विस्तार से गिनाते हुए कहा, वे देशविरोधी ताकतों से मिले हैं. जब देश आतंकवाद और घुसपैठ के खिलाफ एकजुट है, तब कुछ दल ऐसे हैं, जो केवल वोट बैंक के लिए देश की सुरक्षा से समझौता कर रहे हैं. दोहराया कि कहा कि जंगलराज का चेहरा बदल गया है, मगर इरादा वही है. जो लोग कभी अपराध, अपहरण और भ्रष्टाचार की राजनीति करते थे, वही अब गठबंधन के नाम पर फिर से सत्ता में लौटना चाहते हैं. जनता उन्हें इस बार भी जवाब देगी. शाह ने कहा कि अब पाकिस्तान को दुनिया गंभीरता से नहीं लेती क्योंकि प्रधानमंत्री मोदी ने भारत की छवि को निर्णायक और सशक्त राष्ट्र के रूप में स्थापित किया है.
जो भी हिंसा करेगा, उसे गोली से जवाब मिलेगा
गृह मंत्री ने कहा कि बिहार में एनडीए ने कानून-व्यवस्था को मजबूत किया, सड़कों का जाल बिछाया और औद्योगिक निवेश के लिए माहौल तैयार किया. हमने बिहार को विकसित राज्य बनाने की दिशा में आधार तैयार कर दिया है. अब अगले चरण में शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि और रोजगार को लेकर निर्णायक बदलाव दिखेगा. शाह ने कहा कि केंद्र सरकार ने साफ संदेश दिया है कि हिंसा करने वालों को बख्शा नहीं जायेगा. जो भी हिंसा करेगा, उसे गोली से जवाब मिलेगा. नक्सलवाद, उग्रवाद को समाप्त करने के लिए निर्णायक अभियान चलाया जा रहा है.
बंगाल में अवैध प्रवासियों का हो रहा स्वागत
घुसपैठ के लिए मोदी सरकार को जिम्मेदार बताने वाले नेताओं को आड़े हाथ लेते हुए कहा ,लुटियंस दिल्ली में बैठे लोगों को सीमाओं की हकीकत का अंदाजा नहीं है. केंद्रीय गृह मंत्री ने सवाल भरे लहजे में कहा, जब कोई व्यक्ति पड़ोसी देश से हमारे क्षेत्र में घुसता है, तो क्या यह स्थानीय थाने और पटवारी को पता नहीं चलता? ये अधिकारी चेतावनी क्यों नहीं देते? क्योंकि उन्हें ऊपर से आदेश मिला है कि इन घुसपैठियों का ‘रेड काॅरपेट’ बिछाकर स्वागत करो. यही कारण है कि पश्चिम बंगाल में घुसपैठ जारी है, जबकि असम में उस पर रोक लग चुकी है.
तीन दिवसीय दौरा पूरा कर लौटे अमित शाह
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह तीन दिवसीय चुनावी दौरा पूरा कर शनिवार को वापस दिल्ली लौट गये. अपने दौरे के दौरान उन्होंने एनडीए उम्मीदवारों के लिए चुनावी सभा कर जीत का माहौल बनाने की कोशिश की. बुद्दिजीवियों के साथ सम्मेलन किया. शाह ने पार्टी संगठन के नेताओं, कार्यकर्ताओं और जन प्रतिनिधियों से मुलाकात की. क्षेत्रीय संगठन को चुस्त करने के निर्देश दिये. उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से भी मुलाकात की और आगामी चुनावी रणनीति पर चर्चा की. शाह ने जनता के बीच जाकर सरकार की उपलब्धियों का एजेंडा जोर-शोर से रखने को कहा.
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