समय, उत्साह और जुनून में संतुलन ही सफलता की कुंजी है: आलोक राज
बीटेक, एमबीए, एमटेक, बीसीए और बीबीए कोर्स में दाखिला लेने वाले नये छात्रों का संस्थान की ओर से गर्मजोशी से स्वागत किया गया.
संवाददाता,पटना बीआइटी पटना ने 25 अगस्त को नये सत्र की शुरुआत छात्र स्वागत कार्यक्रम (एसआइपी-2025) से की. इस मौके पर बीटेक, एमबीए, एमटेक, बीसीए और बीबीए कोर्स में दाखिला लेने वाले नये छात्रों का संस्थान की ओर से गर्मजोशी से स्वागत किया गया. मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद आइपीएस और बिहार कर्मचारी चयन आयोग के अध्यक्ष आलोक राज ने छात्रों को प्रेरक भाषण के जरिये सफलता के सूत्र बताये. उन्होंने कहा कि समय, उत्साह और जुनून में संतुलन ही सफलता की कुंजी है. साथ ही, अनुशासन, मेहनत और ईमानदारी को जीवन में जरूरी बताया. आलोक राज ने छात्रों से अपील की कि वे संस्थान को नशा मुक्त बनाये रखने में अपनी भूमिका निभाएं. अपने करियर की सबसे चुनौतीपूर्ण पोस्टिंग का जिक्र करते हुए उन्होंने नंदीग्राम की घटना को याद किया और वहां की जनता से मिले स्नेह को अपनी बड़ी उपलब्धि बताया. कार्यक्रम की शुरुआत में संस्थान के निदेशक डॉ आनंद कुमार सिन्हा ने आलोक राज का स्वागत किया और बताया कि वे पटना सायंस कॉलेज में उनके सीनियर रहे हैं. इस कार्यक्रम में कई वरिष्ठ शिक्षक और अधिकारी मौजूद रहे, जिनमें डॉ पीसी श्रीवास्तव (एसआइपी समन्वयक), प्रो श्रीधर कुमार (सह-समन्वयक), त्रिशा कुमार (सहायक रजिस्ट्रार), प्रो सुधेशना चक्रवर्ती, प्रो एसपी लाल आदि शामिल थे. कार्यक्रम का संचालन डॉ स्मिता पल्लवी (सहायक प्रोफेसर, कंप्यूटर साइंस विभाग) ने किया. छात्रों ने इस कार्यक्रम से न केवल प्रेरणा ली, बल्कि एक नयी ऊर्जा और आत्मविश्वास के साथ अपने शैक्षणिक सफर की शुरुआत की.
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