पटना: शराब तस्करों को छुड़ाने के लिए स्वतंत्रता संग्राम एक्सप्रेस पर पथराव, पुलिस ने खदेड़ा, दो तस्कर गिरफ्तार

पटना में शराब तस्करों को आरपीएफ से छुड़ाने के लिए असामाजिक तत्वों ने स्वतंत्रता संग्राम एक्सप्रेस पर जमकर पथराव किया. इस कारण ट्रेन के शीशे फूट गये. लेकिन आरपीएफ की सूचना पर तुरंत ही जीआरपी व पटना जिला पुलिस बल की टीम पहुंची और असामाजिक तत्वों को खदेड़ दिया.

By Prabhat Khabar | June 4, 2023 2:45 AM

पटना. शनिवार की सुबह करीब 9:45 बजे यारपुर गुमटी व हार्डिंग पार्क यार्ड के बीच में शराब तस्करों को आरपीएफ से छुड़ाने के लिए असामाजिक तत्वों ने झांसी से कोलकाता जाने वाली प्रथम स्वतंत्रता संग्राम एक्सप्रेस पर जमकर पथराव किया. इसके कारण ट्रेन के शीशे फूट गये और यात्रियों के बीच में भय व्याप्त हो गया. लेकिन आरपीएफ की सूचना पर तुरंत ही जीआरपी व पटना जिला पुलिस बल की टीम पहुंची और असामाजिक तत्वों को खदेड़ दिया. इस मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है और भारी संख्या में अंग्रेजी शराब की बोतलों को बरामद किया गया है.

हार्डिंग पार्क यार्ड में पहले से इंतजार कर रहे थे तस्कर के साथी 

पकड़े गये शराब तस्करों में कमला नेहरू नगर निवासी राजू कुमार व मीठापुर निवासी निखिल राज शामिल हैं. जीआरपी दानापुर ने निखिल काे पिछले साल शराब का धंधा करने के आरोप में गिरफ्तार किया था. लेकिन वह दिसंबर में ही जमानत पर छूट कर फिर से शराब तस्करी के धंधे में लग गया. शराब की बोतलें दीनदयाल उपाध्याय स्टेशन से पटना लायी गयी थीं और पहले से ही इन दोनों के गिरोह के सदस्य शराब तस्करों को छुड़ाने और शराब की खेप को ले जाने के लिए यारपुर से लेकर हार्डिंग पार्क यार्ड तक खड़े थे.

230 लीटर शराब बरामद

शराब तस्करों के पास से 13 बैग में 230 लीटर शराब बरामद की गयी है, जिसकी कीमत करीब 1.88 लाख रुपये है. दानापुर रेल मंडल के सीनियर कमांडेंट प्रकाश कुमार पांडा ने बताया कि शराब तस्करों को छुड़ाने के लिए असामाजिक तत्वों ने पथराव किया था. दो को गिरफ्तार कर लिया गया है और उनके पास से अंग्रेजी शराब की बोतलें बरामद की गयी हैं. गिरोह के अन्य सदस्यों को पकड़ने के लिए छापेमारी जारी है. आरपीएफ के जवानों का काम बेहतर था.

एस फाइव बोगी के वॉशरूम में छिपे थे शराब तस्कर

दीनदयाल उपाध्याय (मुगलसराय जंक्शन) पर ही दो शराब तस्करों ने 13 बैग में शराब की खेप को एस फाइव बोगी के वॉशरूम में रख दिया था. प्रथम स्वतंत्रता संग्राम एक्सप्रेस में शराब की खेप को पटना लाये जाने की भनक आरपीएफ को लग गयी थी. इसके बाद पूरी ट्रेन में सर्च अभियान चलाना शुरू कर दिया गया. इसके बाद ट्रेन के एस फाइव बोगी के वाॅशरूम में दाेनों शराब तस्कर भी छिप गये.

खिड़की का शीशा तोड़ ट्रेन से निकलने की कोशिश

चेकिंग के दौरान पाया गया कि एक वॉशरूम अंदर से बंद है और खुल नहीं रहा है. साथ ही अंदर से कोई रिस्पांस भी नहीं दे रहा है. इसके बाद आरपीएफ के जवान उस वॉशरूम के बाहर ही खड़े हो गये. इस बात की जानकारी वॉशरूम में बंद शराब तस्करों को भी हो गयी और उसने अपने लोगों को फोन से सूचित कर दिया. इसके बाद वे लोग काफी संख्या में जुट गये, ताकि अपने सहयोगी को छुड़ा कर शराब की खेप को लेकर निकल सकें. साथ ही यह भी प्लान सेट हो गया कि वे लोग खिड़की का शीशा फोड़ देंगे और वे लोग उसी रास्ते से बाहर निकल जायेंगे. इसके बाद जैसे ही यारपुर से ट्रेन आगे बढ़ी, तो किसी ने चेन पुलिंग कर दी और ट्रेन की गति काफी धीमी हो गयी. इसके बाद उनके सहयोगियों ने खिड़की का शीशा बाहर से तोड़ दिया, तो दोनों शराब तस्कर बाहर निकलने लगे. लेकिन आरपीएफ के जवानों ने दोनों को पकड़ लिया.

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असामाजिक तत्वों ने ट्रेन पर किया पथराव 

पकड़े जाने के बाद असामाजिक तत्वों ने अपने सहयोगियों को छुड़ाने के लिए आरपीएफ के जवानों व ट्रेन पर दोतरफा पथराव शुरू कर दिया. इसमें आरपीएफ जवानों को हल्की चोटें भी आयीं. लेकिन किसी यात्री को चोट नहीं लगी. यात्री सीट के नीचे छिप गये थे और उनके बीच में अफरा-तफरी मच गयी थी. असामाजिक तत्वों की पत्थरबाजी के कारण ट्रेन के शीशे भी फूट गये. आरपीएफ के जवानों ने भी अपने कंट्रोल रूम को मामले की जानकारी पहले ही दे दी थी, जिसके कारण जीआरपी व पटना पुलिस की टीम तुरंत पहुंच गयी और असामाजिक तत्वों को खदेड़ दिया. इसके बाद दोनों तस्करों को पुलिस ने शराब की खेप के साथ अपने कब्जे में लिया और वहां से निकल गये. इस घटना के कारण ट्रेन करीब एक घंटा लेट खुली और कोलकाता के लिए रवाना हो गयी. यह ट्रेन दस बजे पटना जंक्शन आती है और 10 मिनट रुकने के बाद खुल जाती है.

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