हर दिन होगा बालू घाटों का निरीक्षण

खनिज विकास पदाधिकारी और खान निरीक्षक प्रतिदिन करेंगे बालू घाटों का निरीक्षण, फोटोग्राफ सहित विभाग ने मांगी रिपोर्ट

By Prabhat Khabar | May 3, 2024 1:26 AM

संवाददाता, पटना राज्य में बालू के अवैध खनन, ढुलाई और भंडारण पर लगाम लगाने के लिए खान एवं भूतत्व विभाग ने सख्ती बढ़ा दी है. अब खनिज विकास पदाधिकारी और खान निरीक्षक प्रतिदिन बालू घाटों का निरीक्षण करेंगे. साथ ही फोटोग्राफ सहित तय फॉर्मेट में विभाग को प्रतिदिन रिपोर्ट भेजेंगे. इसकी समीक्षा मुख्यालय स्तर से की जायेगी. यह निर्देश खान एवं भूतत्व विभाग ने गुरुवार को उच्चस्तरीय विभागीय समीक्षा के बाद सभी जिलों को दी है. इसका मकसद पर्यावरण संरक्षण सहित राजस्व क्षति पर अंकुश लगाना है. समीक्षा में स्पष्ट रूप से कहा गया है कि पट्टेधारियों को खनन पट्टे की सरजमीन पर सीमांकन कर वहां साइनबोर्ड लगाना जरूरी है. इससे वैध और अवैध खनन का आसानी से पता लगाया जा सकेगा. साथ ही अवैध खनन, ढुलाई और बालू को जमा करने के लिए सभी संचालित बालू घाटों पर एनआइसी से संबद्ध धर्मकांटा चालू अवस्था में होना जरूरी है. विभागीय अधिकारियों ने जिले के खनन अधिकारियों को इसे सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया है. अबंदोबस्त बालू घाटों पर भी लगेंगे साइनबोर्ड विभाग की तरफ से जारी निर्देश में कहा गया है कि सभी संचालित बालू घाटों की खनन गहराई सहित सभी वैधानिक अनापत्ति के शर्तों के पालन की जांच की जायेगी. जिला के अंतर्गत सभी अबंदोबस्त बालू घाटों की भी जांच होगी. ऐसे घाटों पर साइनबोर्ड लगाना होगा, जिससे आम लोगों को यह जानकारी मिल सकेगी कि इस बालूघाट से बालू खनन पर प्रतिबंध लगा हुआ है. इस व्यवस्था को लागू करवाने के लिए खनिज विकास पदाधिकारी को निर्देश दिया गया है. इसका मकसद अवैध खनन पर अंकुश लगाना है. बॉक्स रोहतास जिला के बालूघाट ब्लॉक संख्या-7 के बंदोबस्तधारी पर प्राथमिकी दर्ज रोहतास जिला के बालूघाट ब्लॉक सं- सात के बंदोबस्तधारी पर जिला खनन कार्यालय, रोहतास ने प्राथमिकी दर्ज करायी है. बंदोबस्तधारी पर बालू खनन में अनियमितता सहित कई आरोप हैं. दरअसल रोहतास जिला में अवैध खनन की शिकायतें वहां के डीएम को लगातार मिल रही थीं. उन पर अंकुश लगाने के लिए राेहतास के डीएम ने अनुमंडल पदाधिकारी, बिक्रमगंज के नेतृत्व में बालू घाट ब्लॉक सं- सात का निरीक्षण करवाया. इसमें संबंधित बालू घाट पर सीसीटीवी निगरानी क्षेत्र से बाहर दूसरे अवैध रास्तों का प्रयोग कर बालू की ढुलाई की जानकारी मिली. साथ ही एनआइटी से संबद्ध धर्मकांटा में दर्ज वाहनों और बालू घाट पर पाये गये वाहनों की संख्या में अंतर पाया गया. इसके अलावा बालू घाटों का नियमानुसार सीमांकन नहीं किया गया था. बालू निकासी और घाट से उसे भेजने की पंजी सत्यापित नहीं पायी गयी. इसके साथ ही अन्य संबंधित अनियमितता पाये जाने पर बंदोबस्तधारी पर जिला खनन कार्यालय, रोहतास द्वारा प्राथमिकी दर्ज की गयी है.

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