सीएनएलयू और प्रयास जेएसी सोसाइटी ने शुरू किया बाल अधिकार पर स्नातकोत्तर डिप्लोमा कोर्स
इस कार्यक्रम की औपचारिक शुरुआत सीएनएलयू के सेमीसर्कुलर हॉल में हुई, जहां यूनिसेफ, समाज कल्याण विभाग और श्रम संसाधन विभाग के वरिष्ठ अधिकारी, शिक्षाविद और अन्य प्रतिनिधि मौजूद थे.
संवाददाता, पटना बाल संरक्षण और बच्चों के अधिकारों के क्षेत्र में काम करने वाले पेशेवरों को प्रशिक्षित करने के उद्देश्य से चाणक्य नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी (सीएनएलयू) पटना और प्रयास जेएसी सोसाइटी ने मिलकर बाल अधिकार, बाल संरक्षण और किशोर न्याय में स्नातकोत्तर डिप्लोमा कोर्स की शुरुआत की है. सीएनएलयू के कुलपति प्रो फैजान मुस्तफा ने कहा कि बच्चों से जुड़े कानूनों में भावना के साथ-साथ तर्क और सहानुभूति का संतुलन जरूरी है. यह साझेदारी शिक्षा और नागरिक समाज के सहयोग का नया अध्याय है. इस कार्यक्रम की औपचारिक शुरुआत सीएनएलयू के सेमीसर्कुलर हॉल में हुई, जहां यूनिसेफ, समाज कल्याण विभाग और श्रम संसाधन विभाग के वरिष्ठ अधिकारी, शिक्षाविद और अन्य प्रतिनिधि मौजूद थे. सीएनएलयू के बाल अधिकार केंद्र (सीआरसी) की प्रमुख सुगंधा सिन्हा ने बताया कि यह कार्यक्रम कक्षा की पढ़ाई को जमीनी हकीकत से जोड़ने का प्रयास है. यूनिसेफ के प्रतिनिधि बांकू बिहारी सरकार ने कहा कि इस पहल से बाल कल्याण समितियों (सीडब्लयूसी), किशोर न्याय बोर्ड और जिला बाल संरक्षण इकाइयों में प्रशिक्षित पेशेवरों की कमी दूर होगी. प्रयास जेएसी सोसाइटी के संस्थापक आमोद के कंठ ने कहा कि किशोर न्याय अधिनियम हमारे बाल संरक्षण तंत्र की रीढ़ है. यह कोर्स ऐसे लोगों को तैयार करेगा जो इस व्यवस्था को संवेदनशीलता और क्षमता के साथ मजबूत बना सकें. कार्यक्रम के अंत में केंद्र समन्वयक डॉ चंदन कुमार ने धन्यवाद ज्ञापन देते हुए कहा कि बिहार में बाल अधिकारों की शिक्षा और जागरूकता को आगे बढ़ाने के लिए यह पहल मील का पत्थर साबित होगी.
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