डायल-112 सेवा से लोगों को मिल रही तुरंत मदद
तीन साल में 43 लाख से अधिक नागरिकों को त्वरित मदद पहुंचायी जा चुकी है
तीन साल में 43 लाख से अधिक नागरिकों को त्वरित मदद पहुंचायी जा चुकी है
संवाददाता, पटना
बिहार पुलिस मुख्यालय ने बताया कि राज्य में डायल-112 आपातकालीन सेवा की शुरुआत से अब तक 43 लाख से अधिक नागरिकों को त्वरित मदद पहुंचायी जा चुकी है. इस सेवा ने तीन वर्षों के भीतर खुद को लोगों की सुरक्षा और राहत का सबसे बड़ा जरिया साबित किया है.
यह जानकारी यह जानकारी सोमवार को पुलिस मुख्यालय में एडीजी वायलेस एनके आजाद ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में दी. एडीजी ने बताया कि फिलहाल राज्य में 1833 पुलिस आपातकालीन रिस्पांस वाहन (इआरवीस ) संचालित हो रहे हैं, जिनमें 1283 चार पहिया और 550 दोपहिया वाहन शामिल हैं. इन वाहनों की मदद से औसतन 14 मिनट 30 सेकंड में घटनास्थल पर सहायता पहुंचायी जा रही है. छह जुलाई, 2025 को डायल-112 सेवा ने बिहार में अपनी तीन साल की यात्रा पूरी की. पुलिस मुख्यालय ने बताया कि डायल-112 को एकल हेल्पलाइन के रूप में विकसित किया गया है, जिसके माध्यम से नागरिकों को पुलिस, फायर ब्रिगेड, एंबुलेंस, हाइवे पेट्रोलिंग, महिला और बाल सुरक्षा सहित अन्य आपात सेवाएं एक साथ उपलब्ध हो रही हैं.
सेवा का लाभ कॉल, एसएमएस, एसओएस और इआरएसएस वेब पोर्टल के जरिए राज्य के किसी भी हिस्से से लिया जा सकता है. खास बात यह है कि कॉल टेकर सेंटर का संचालन प्रशिक्षित महिला पुलिसकर्मियों द्वारा किया जा रहा है, जिससे महिला सशक्तीकरण को भी बल मिला है. “सुरक्षित सफर सुविधा ” के नाम से महिलाओं के लिए विशेष व्यवस्था भी पांच सितंबर, 2024 से शुरू की गयी है, जिसका मकसद अकेली यात्रा करने वाली महिलाओं को सुरक्षित गंतव्य तक पहुंचाना है. बिहार इस सुविधा को लागू करने वाला देश का तीसरा राज्य है. अब तक 165 से अधिक महिलाओं ने इसका लाभ उठाया है. तीन वर्षों में डायल-112 पर घरेलू हिंसा, महिला अपराध और बच्चों से जुड़े तीन लाख 75 हजार मामलों में त्वरित कार्रवाई हुई है. वहीं स्थानीय विवाद, मारपीट और झगड़े के 22 लाख 10 हजार मामलों में पुलिस ने मौके पर पहुंचकर हालात संभाले. सड़क दुर्घटनाओं के एक लाख 95 हजार से अधिक मामलों में घायलों को तत्काल अस्पताल पहुंचाया गया.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
