Patna Zoo: पटना ज़ू वर्ल्ड क्लास बनने की राह पर, बिहार सरकार ने शुरू की नई पहल
Patna Zoo: संजय गांधी जैविक उद्यान अब सिर्फ बिहार का नहीं, बल्कि देश का आकर्षक और आधुनिक चिड़ियाघर बनने जा रहा है. सरकार ने आम जनता और विशेषज्ञों से सुझाव मांगे हैं, ताकि यह उद्यान हर उम्र और हर रुचि के पर्यटक के लिए एक सीखने और अनुभव करने का केंद्र बन सके.
Patna Zoo: पटना के संजय गांधी जैविक उद्यान में बदलाव की हवा चल रही है.बिहार सरकार ने इसे वर्ल्ड क्लास जू बनाने की दिशा में एक बड़ी पहल शुरू की है. पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग ने नागरिकों, विशेषज्ञों और पर्यटकों से सुझाव मांगे हैं ताकि उद्यान में आधुनिक सुविधाओं का समावेश हो सके.
इस कदम का उद्देश्य सिर्फ उद्यान की भव्यता बढ़ाना नहीं, बल्कि पर्यावरण और जैव विविधता के प्रति लोगों में जागरूकता भी बढ़ाना है. सुझाव भेजने की अंतिम तिथि 10 अक्टूबर 2025 रखी गई है.
संजय गांधी जैविक उद्यान: संरक्षण और आकर्षण का केंद्र
संजय गांधी जैविक उद्यान अपने संरक्षण प्रयासों के लिए विशेष रूप से जाना जाता है. यहां बाघ, हाथी, गैंडा, चीतल और अन्य कई दुर्लभ प्रजातियों का सफल प्रबंधन और संरक्षण किया जा रहा है. उद्यान की इस विशिष्ट पहचान की वजह से हर साल लगभग 20 लाख पर्यटक यहां आते हैं. यह न केवल बच्चों और परिवारों के लिए आकर्षण का केंद्र है, बल्कि शोधकर्ताओं और वन्यजीव प्रेमियों के लिए भी महत्वपूर्ण स्थल है.
बढ़ती पर्यटक संख्या और बदलती अपेक्षाओं को ध्यान में रखते हुए उद्यान में आधुनिक सुविधाओं का विकास अनिवार्य हो गया है. इसके लिए विभाग ने न सिर्फ डिजिटल और पर्यावरण-अनुकूल ढांचे की योजना बनाई है, बल्कि बच्चों और शोधकर्ताओं के लिए शैक्षिक कार्यक्रमों पर भी जोर दिया जाएगा.
आधुनिक सुविधाओं और पर्यावरण जागरूकता का संगम
बिहार सरकार का यह प्रयास उद्यान को सिर्फ देखने योग्य स्थल बनाने तक सीमित नहीं है. इसका लक्ष्य पर्यावरण-अनुकूल ढांचे, स्वच्छता, हरियाली और डिजिटल तकनीक के जरिए पर्यटक अनुभव को समृद्ध बनाना है. विभाग ने संकेत दिया है कि बच्चों के लिए शैक्षिक कार्यक्रम, शोधकर्ताओं के लिए रिसर्च सुविधा और पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूकता बढ़ाने वाले प्रयास इस पहल का महत्वपूर्ण हिस्सा होंगे.
सरकारी अधिकारियों का मानना है कि जब नागरिक और विशेषज्ञ अपनी राय साझा करेंगे, तो योजनाओं को और अधिक व्यावहारिक और उपयोगी बनाया जा सकेगा. इसलिए इस सुझाव आमंत्रण का उद्देश्य सिर्फ राय लेना नहीं है, बल्कि लोगों को उद्यान विकास में सक्रिय सहभागी बनाना भी है.
नागरिक और विशेषज्ञ बन सकते हैं सहभागी
बिहार सरकार ने आम जनता और विशेषज्ञों को सीधे संवाद में शामिल करने का अवसर दिया है. इच्छुक नागरिक अपने सुझाव ईमेल efd.bih.feed@gmail.com पर भेज सकते हैं या मोबाइल नंबर 8114593954 पर संपर्क कर सकते हैं. विभाग ने स्पष्ट किया है कि सुझाव भेजने की अंतिम तिथि 10 अक्टूबर 2025 है.
यह पहल न केवल पटना ज़ू के आकर्षण को बढ़ाएगी, बल्कि पर्यावरण, वन्यजीव संरक्षण और शिक्षा के क्षेत्र में भी महत्वपूर्ण योगदान देगी. भविष्य में यहां डिजिटल गाइड, स्मार्ट ट्रेल्स, शैक्षिक कार्यशालाएं और पर्यावरण अनुकूल मनोरंजन की सुविधा उपलब्ध हो सकती है.
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