पटना यूनिवर्सिटी छात्र संघ चुनाव: विश्वविद्यालय में दिवाली-छठ की छुट्टी के कारण शुरू हुआ डिजिटल प्रचार

पटना विश्वविद्यालय छात्र संघ चुनाव के प्रत्याशियों द्वारा व्हाट्सएप ग्रुप बना कर चुनाव प्रचार किया जाने लगा है. सबकुछ हाईटेक और डिजिटल बनाकर स्टूडेंट्स को मैसेज भेजे जा रहे हैं. डिजिटल प्रचार की शुरुआत छात्र संघ द्वारा रविवार शाम से ही कर दी गई.

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 24, 2022 2:34 PM

पटना यूनिवर्सिटी छात्र संघ का चुनाव 19 नवंबर को होना है. ऐसे में चुनाव को लेकर छात्र संघ ने अपनी अपनी तैयारियां शुरू कर दी हैं. प्रत्याशी जीतने के लिए हर तरह के हथकंडे अपना रहे हैं. लेकिन 23 अक्तूबर से एक नवंबर तक दीपावली व छठ की छुट्टी होने से छात्र संगठनों की परेशानी बढ़ गयी है. हॉस्टल खाली होने से वोटरों से संपर्क नहीं हो पा रहा है. इस कारण छात्र संगठन अलग-अलग हॉस्टल के स्टूडेंट्स से संपर्क कर डिजिटल चुनाव प्रचार में लग गये हैं.

त्योहारों की शुभकामनाओं के साथ शुरू हुआ प्रचार 

छात्र संघ के प्रत्याशियों द्वारा व्हाट्सएप ग्रुप बना कर चुनाव प्रचार किया जाने लगा है. सबकुछ हाईटेक और डिजिटल बनाकर स्टूडेंट्स को मैसेज भेजे जा रहे हैं. डिजिटल प्रचार की शुरुआत छात्र संघ द्वारा रविवार शाम से ही कर दी गई. उम्मीदवारों ने इसकी शुरुआत दीपावली और छठ की शुभकामनाएं से शुरू की. कई लोग भावी अध्यक्ष पद, उपाध्यक्ष पद व अन्य पोस्ट के लिए प्रत्याशी घोषित भी कर चुके हैं और वोटरों को लुभाने की कोशिश करने लगे हैं.

ऑनलाइन मांगे जा रहे वोट

पटना विश्वविद्यालय में होने वाले छात्र संघ चुनाव को लेकत इस बार ऑनलाइन वोट मांगे जा रहे हैं. इसके लिए व्हाट्सप्प और फेसबुक का इस्तेमाल उम्मीदवारों द्वारा किया जा रहा है. सोशल मीडिया पर यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट्स व छात्र संगठनों की सक्रियता बढ़ गयी है. विभिन्न छात्र संगठन सोशल मीडिया पर अपने पक्ष में सहयोग करने को कह रहे हैं और वोट मांग रहे हैं.

उम्मीदवारों के चयन के लिए हो रही बैठक 

वहीं इससे पहले पटना विश्वविद्यालय छात्र संघ चुनाव को लेकर विभिन्न पार्टी की छात्र शाखा की ओर से उम्मीदवारों की सूची तैयार करने को लेकर बैठकों का दौर शुरू हो गया है. छात्र राजद की ओर से उम्मीदवारों की सूची तैयार करने को लेकर शनिवार को बैठक की गयी. वहीं अन्य छात्र संघ द्वारा भी बैठकें की जा रही है. इस बार छात्र संघ द्वारा छात्राओं को प्राथमिकता देने से दावेदारी अधिक मजबूत होगी क्योंकि इस बार चुनाव में महिला वॉटर अधिक हैं.

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