Patna Metro: पटना मेट्रो में सफर का सपना पूरा होने को तैयार, सितंबर के आखिर में संभावित उद्घाटन
Patna Metro: पटना की सड़कों पर लगातार बढ़ते ट्रैफिक और जाम से जूझ रहे लोगों के लिए अब राहत की घड़ी करीब है. लंबे इंतजार के बाद राजधानी पटना में मेट्रो की शुरुआत का सपना सच होने जा रहा है.
Patna Metro: बिहार की राजधानी पटना में मेट्रो रेल परियोजना का उद्घाटन 29 या 30 सितंबर को होने की संभावना है. उद्घाटन के बाद यह राज्य के लिए एक ऐतिहासिक क्षण होगा, क्योंकि पहली बार पटना के लोग मेट्रो ट्रेन में सफर कर पाएंगे.
फिलहाल तीन एलिवेटेड स्टेशन और एक डिपो तैयार हैं, जहां से संचालन शुरू किया जाएगा. इस मेट्रो ट्रेन की तीनों बोगियों में कुल 1083 यात्री एक साथ सफर कर सकेंगे.
तीन बोगियां, 1083 यात्रियों की क्षमता
पटना मेट्रो की डिजाइन इस तरह तैयार की गई है कि एक बार में ज्यादा से ज्यादा यात्री यात्रा कर सकें. तीन बोगियों वाली ट्रेन में 138 यात्री बैठ सकेंगे, जबकि 945 यात्री खड़े होकर सफर करेंगे.
यात्रियों के लिए आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं. एलिवेटेड स्टेशनों पर एसी की व्यवस्था नहीं होगी, लेकिन जैसे ही अंडरग्राउंड स्टेशन तैयार होंगे, वहां वातानुकूलित इंतजाम होंगे.
सुरक्षा की कमान बीसैप के हाथ
मेट्रो संचालन के दौरान सुरक्षा सबसे बड़ी चुनौती होगी. इसको लेकर बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस (बीसैप) को जिम्मेदारी सौंपी गई है. शनिवार को बीसैप के डीजी जितेंद्र कुमार और डीआईजी मीनू कुमारी ने नगर विकास एवं आवास विभाग के अधिकारियों के साथ मेट्रो डिपो, न्यू पाटलिपुत्र बस टर्मिनल और भूतनाथ मेट्रो स्टेशन का निरीक्षण किया.
भीड़ प्रबंधन, प्लेटफॉर्म पर सुरक्षा, टिकट काउंटर और यात्रियों की सुविधाओं का गहन आकलन किया गया. पीक ऑवर में भीड़ नियंत्रण के लिए जवानों की अतिरिक्त तैनाती का भी प्लान तैयार किया गया है.
प्रवेश से लेकर प्लेटफॉर्म तक कड़ी जांच
मेट्रो स्टेशनों पर यात्रियों को एंट्री प्वाइंट पर ही जांच प्रक्रिया से गुजरना होगा. मेटल डिटेक्टर और बैगेज स्कैनिंग जैसी आधुनिक सुरक्षा तकनीक का इस्तेमाल होगा. आपात स्थिति के लिए श्वान दस्ते की तैनाती भी की जाएगी. अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि यात्रियों की सुरक्षा से किसी तरह का समझौता नहीं होगा और हर कदम पर सतर्कता बरती जाएगी.
पटना मेट्रो के भीतर यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा के लिए अत्याधुनिक तकनीक का इस्तेमाल किया गया है. हर बोगी में 360 डिग्री कैमरे लगाए गए हैं, जो लगातार निगरानी करेंगे. इसके अलावा, आपात स्थिति में यात्री रेड बटन दबाकर सीधे मेट्रो ड्राइवर से संपर्क कर सकते हैं. ड्राइवर के केबिन में कैमरा फोकस होगा, जिससे तुरंत संवाद स्थापित किया जा सकेगा. मेट्रो के दरवाजों पर लगे सेंसर किसी भी अवरोध की स्थिति में स्वतः चेतावनी देंगे.
सफाई और रखरखाव पर भी विशेष ध्यान
मेट्रो रेल के संचालन में सफाई और रखरखाव बड़ी भूमिका निभाते हैं. इसके लिए 24 घंटे तैनात रहने वाली विशेष टीम बनाई गई है. ट्रेन की बोगियों से लेकर प्लेटफॉर्म तक नियमित सफाई की व्यवस्था होगी, ताकि यात्रियों को हमेशा स्वच्छ और आरामदायक वातावरण मिल सके.
पटना में मेट्रो सेवा की शुरुआत केवल परिवहन व्यवस्था में ही नहीं, बल्कि पूरे शहरी जीवन में बदलाव लाएगी. राजधानी में बढ़ते ट्रैफिक जाम से लोगों को राहत मिलने की उम्मीद है. अभी तक लोग निजी वाहन, बसों और ऑटो रिक्शा पर निर्भर थे. मेट्रो शुरू होने से इन साधनों पर दबाव कम होगा और लोगों को तेज, सुरक्षित और समयबद्ध यात्रा का विकल्प मिलेगा.
उद्घाटन का इंतजार और उम्मीदें
29 या 30 सितंबर को पटना मेट्रो का उद्घाटन होने की संभावना ने राजधानीवासियों में उत्साह बढ़ा दिया है. यह केवल एक परिवहन परियोजना नहीं, बल्कि बिहार के विकास का प्रतीक है.
मेट्रो का आरंभ राजधानी को आधुनिक शहरी ढांचे की दिशा में एक बड़ा कदम साबित होगा. लोगों की उम्मीदें हैं कि मेट्रो सेवा के विस्तार के साथ पटना का चेहरा बदलेगा और शहर की छवि नई ऊंचाइयों पर पहुंचेगी.
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