ओला-उबर से जुड़े चालकों ने ‘नो एसी अभियान’ के तहत किया प्रदर्शन
शहर में ओला, उबर और रैपिडो जैसे कैब प्लेटफॉर्म्स से जुड़े सैकड़ों ड्राइवरों ने शनिवार को ‘नो एसी अभियान’ के तहत विरोध प्रदर्शन किया.
संवाददाता, पटना
शहर में ओला, उबर और रैपिडो जैसे कैब प्लेटफॉर्म्स से जुड़े सैकड़ों ड्राइवरों ने शनिवार को ‘नो एसी अभियान’ के तहत विरोध प्रदर्शन किया. कम किराये और बढ़ती लागत से परेशान चालकों ने अपनी गाड़ियों में एसी बंद कर यात्रियों को सेवा देना शुरू कर दिया है. यह कदम पटना कैब ड्राइवर यूनियन (इंटक) के नेतृत्व में उठाया गया. यूनियन का कहना है कि मौजूदा किराया संरचना के तहत एसी चालू कर सेवा देना नुकसानदेह साबित हो रहा है. यूनियन द्वारा जारी पोस्टर में बताया गया कि एक किलोमीटर एसी ड्राइव पर कुल खर्च 22 रुपये 8 रुपये लाभ मिलाकर 30 रुपये होता है, जबकि कंपनी द्वारा भुगतान केवल 12 रुपये प्रति किमी है. इससे चालकों को हर किलोमीटर पर 10 रुपये का नुकसान उठाना पड़ रहा है.
ड्राइवरों का कहना है कि बार-बार शिकायत करने के बावजूद ओला और रैपिडो कंपनियों का कोई स्टाफ किराया बढ़ाने की मांग पर ध्यान नहीं दे रहा है. यूनियन ने यात्रियों से भी अपील की है कि जब तक एसी सेवा बहाल न हो, तब तक वे स्थिति को समझें और यदि आवश्यक हो तो टिप के माध्यम से ड्राइवरों की मदद करें. अभियान का नेतृत्व संरक्षक अनिल द्विवेदी, अध्यक्ष धनंजय सिंह, शशिकांत, नरसिंह नारायण, एकलव्य, सन्नी सरदार व अन्य ने किया.
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