बिहार में अब 225 रुपये में घर बैठे मंगा सकेंगे गांव- मौजा का नक्शा, ऑनलाइन जमा होगी फीस…

पटना़: ग्रामीणों को अब गांव- मौजा के नक्शा के लिये परेशान होने की जरूरत नहीं है. आनलाइन आवेदन करने के 72 घंटे , नक्शा शुल्क (150 रु प्रति शीट ) और 75 रुपये के डाक खर्च (20 रु़ पैकिंग, 55 रु. स्पीड पोस्ट ) पर अपने घर मंगा सकेंगे. राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग की इस नयी व्यवस्था से अंचल और सर्वेक्षण कार्यालय में नक्शा के लिये लाइन में नहीं खड़ा होना पड़ेगा.

By Prabhat Khabar | September 26, 2020 7:54 AM

पटना़: ग्रामीणों को अब गांव- मौजा के नक्शा के लिये परेशान होने की जरूरत नहीं है. आनलाइन आवेदन करने के 72 घंटे , नक्शा शुल्क (150 रु प्रति शीट ) और 75 रुपये के डाक खर्च (20 रु़ पैकिंग, 55 रु. स्पीड पोस्ट ) पर अपने घर मंगा सकेंगे. राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग की इस नयी व्यवस्था से अंचल और सर्वेक्षण कार्यालय में नक्शा के लिये लाइन में नहीं खड़ा होना पड़ेगा.

एनआईसी को साफ्टवेयर बनाने के निर्देश

डाक विभाग और भारतीय स्टेट बैंक के अधिकारियों की भू-अभिलेख एवं परिमाप निदेशक जय सिंह के साथ हुई बैठक के बाद अपर मुख्य सचिव विवेक कुमार सिंह ने जिलों से प्लॉटरों को मुख्यालय लाने और एनआईसी को साफ्टवेयर बनाने के निर्देश दे दिये हैं.

यह आती थी समस्या

नक्शा देने के लिये शाहाबाद प्रमंडल के जिलों को छोड़कर सभी 34 जिलों में प्लॉटर लगाये गये थे. इन प्लॉटरों के माध्यम से ही नक्शा प्रिंट किया जाता है. जिलों प्लॉटर का उपयोग नहीं हो पा रहा था. किसी जिला में स्याही तो कहीं कागज की कमी बनी रहती थी. मशीन खराब होने की भी लगातार शिकायतें मिल रही थी. इसका स्थायी समाधान करते हुए विभाग के अपर मुख्य सचिव ने सभी प्लॉटरों को मुख्यालय में स्थापित करने और डाक से नक्शा भेजने की व्यवस्था के आदेश दिये.

ऑनलाइन भुगतान के लिए स्टेट बैंक के साथ करार किया जायेगा.

भू-अभिलेख एवं परिमाप निदेशक जय सिंह ने डाक विभाग , एसबीआइ और एनआईसी के साथ मंथन किया. सभी ने न केवल सहमति दी खर्च की राशि भी निर्धारित कर दी गयी है. ऑनलाइन भुगतान के लिए स्टेट बैंक के साथ करार किया जायेगा. एनआइसी साफ्टवेयर तैयार करेगी. इसके बाद लोगों को यह सुविधा मिल जायेगी.

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