नौ प्रमंडलों में बना आधुनिक परीक्षा केंद्र, 11 हजार से अधिक परीक्षार्थी दे सकते हैं ऑनलाइन परीक्षा

बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने ‘आदर्श परीक्षा केंद्र’ बनाया है. समिति ने राज्य नौ शहरों में पारदर्शी परीक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए अत्याधुनिक 10 हाइटेक परीक्षा केंद्र स्थापित कर लिया है

By DURGESH KUMAR | September 29, 2025 1:22 AM

– ऑनलाइन व ऑफलाइन दोनों मोड में परीक्षा आयोजित कराने की बेहतर व्यवस्था कराया है बिहार बोर्ड ने

संवाददाता, पटना:

बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने ‘आदर्श परीक्षा केंद्र’ बनाया है. समिति ने राज्य नौ शहरों में पारदर्शी परीक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए अत्याधुनिक 10 हाइटेक परीक्षा केंद्र स्थापित कर लिया है. ये केंद्र राज्य के नौ प्रमंडलों में तैयार किये गये हैं. जिसमें कुल 11,392 परीक्षार्थियों के बैठकर परीक्षा देने की क्षमता है. बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के अध्यक्ष आनंद किशोर ने बताया कि प्रतियोगी परीक्षाओं में पारदर्शिता और निष्पक्षता सुनिश्चित करने की दिशा में बिहार विद्यालय परीक्षा समिति (बीएसइबी) ने एक नयी पहल की है. अब राज्य में ‘आदर्श परीक्षा केंद्र’ स्थापित किये जा रहे हैं. इन केंद्रों को अत्याधुनिक सुविधाओं और अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप तैयार किया गया है, ताकि परीक्षा पूरी तरह सुरक्षित और निष्पक्ष वातावरण में संपन्न हो सके. बिहार बोर्ड ने पटना, गया, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, भागलपुर, मुंगेर, सहरसा, छपरा, पूर्णिया और बापू परीक्षा परिसर (पटना) सहित कई जिलों में कुल 11,392 सीटों की व्यवस्था की है. केवल पटना, गया, दरभंगा, मुजफ्फरपुर और भागलपुर में ही 1,168-1,168 सीटें उपलब्ध करायी गयी हैं. इन परीक्षा केंद्रों पर कंप्यूटर आधारित परीक्षा (सीबीटी) और पेपर आधारित परीक्षा (पीबीटी) दोनों के लिए पूर्ण सुविधा होगी. सभी कक्षों में एआइ-सक्षम सीसीटीवी कैमरे लगाये गये हैं. परीक्षा के दौरान परीक्षार्थियों की गतिविधियों पर लगातार नजर रखी जायेगी और किसी भी तरह की गड़बड़ी या नकल की संभावना को पूरी तरह समाप्त करने की कोशिश की गयी है. साथ ही, परीक्षार्थियों की पहचान सत्यापित करने के लिए बायोमेट्रिक उपस्थिति दर्ज की जायेगी.

पटना में आदर्श परीक्षा केंद्र में 1168 व बापू परीक्षा परिसर में 2890 परीक्षार्थियों दे सकते हैं ऑनलाइन परीक्षा:

नौ प्रमंडलों में पटना, गया, दरभंगा, मुजफ्फरपुर और भागलपुर में 1168-1168 सीटें, मुंगेर और सहरसा में 620-620 सीटें, छपरा में 692 सीटें, पूर्णिया में 640 सीटें और बापू परीक्षा परिसर पटना में 2890 परीक्षार्थियों की बैठने की व्यवस्था की गयी है. आनंद किशोर ने बताया कि बिहार बोर्ड ने हाल के वर्षों में परीक्षा व्यवस्था को ठीक करने के लिए कई बदलाव किये हैं. चाहे वो तकनीक की मदद से कॉपियों का मूल्यांकन हो या फिर परीक्षा परिणाम में तेजी. इन सभी बदलावों की वजह बोर्ड में विद्यार्थियों का भरोसा भी बढ़ा है.

बापू परीक्षा परिसर सबसे बड़ा परीक्षा केन्द्र

पटना स्थित बापू परीक्षा परिसर सबसे बड़ा केंद्र है, जहां 2980 परीक्षार्थी ऑनलाइन एक साथ परीक्षा दे सकते हैं. इसके अलावा पटना में ही एक अन्य आदर्श केंद्र 1168 छात्रों की क्षमता वाला है. मालूम हो कि पटना के बापू परीक्षा परिसर पहले भी कई बड़ी एवं महत्वपूर्ण परीक्षाओं का सफलतापूर्वक आयोजन कर चुका है. बोर्ड की मानें तो कवायद से न केवल परीक्षा की विश्वसनीयता बढ़ेगी, बल्कि छात्र-छात्राओं को एक निष्पक्ष और उचित माहौल भी प्राप्त होगा.

ये सुविधाएं है इन केंद्रों पर

– एआइ सक्षम सीसीटीवी कैमरों से निगरानी

– बायोमेट्रिक उपस्थिति

– सभी केंद्र केंद्रीकृत नियंत्रण कक्ष से जुड़े हैं

– दिव्यांग परीक्षार्थियों के लिए लेखक की सुविधा

– 200 मीटर के दायरे में अनाधिकृत व्यक्ति का प्रवेश वर्जित

इन शहरों में बिहार बोर्ड ने तैयार किए अत्याधुनिक परीक्षा केंद्र:

– पटना : बापू परीक्षा परिसर : 2980

आदर्श परीक्षा केंद्र पटना : 1168

– गया: 1168

– दरभंगा : 1168

– मुजफ्फरपुर: 1168

– भागलपुर : 1168

– मुंगेर: 620

– सहरसा : 620

– छपरा :692

– पूर्णिया : 640

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