पटना हाइकोर्ट के अधिवक्ता से बदमाशों ने मांगी 54 लाख की रंगदारी, नहीं देने पर गोलियों से छलनी करने की दी धमकी

अधिवक्ता ने पुलिस को जानकारी दी है कि उन्हें मंगलवार काे 12:35 बजे माेबाइल पर एक कॉल आया. फोन करने वाले ने अपना नाम संजय कुमार उर्फ संजय गाेप उर्फ भाेमा बताया. साथ ही यह भी जानकारी दी कि वह फतुहा के नाेहटा का रहने वाला है. इसके बाद उसने 54 लाख रुपये की रंगदारी मांगी

By Prabhat Khabar | May 17, 2023 2:10 AM

पटना हाइकाेर्ट के अधिवक्ता प्रकाश रंजन से बदमाशों द्वारा 54 लाख की रंगदारी मांगने का मामला प्रकाश में आया है. साथ ही रंगदारी की रकम नहीं देने पर गोलियों से छलनी करने की भी धमकी दी गयी है. बदमाशों ने अधिवक्ता को 48 घंटे का समय दिया है और इसके अंदर ही रंगदारी की रकम देने को कहा है. इस घटना के बाद अधिवक्ता ने दो लोगों पर रंगदारी मांगने की लिखित शिकायत पत्रकार नगर थाने में की है.

मामले की जांच में जुटी पुलिस

शिकायत मिलने के बाद पुलिस मामले की जांच में जुट गयी है. अधिवक्ता बाजार समिति के रामपुर राेड स्थित मीना काॅप्लेक्स में फ्लैट नंबर 304 में रहते हैं. हालांकि उनका पैतृक घर फतुहा में है. वे जस्टिस फाॅर साेसाइटी नामक संस्था भी चलाते हैं, जिसका कार्यालय पत्रकारनगर थाने के विजयनगर में है.

मोबाइल पर कॉल कर मांगी गयी रंगदारी

अधिवक्ता ने पुलिस को जानकारी दी है कि उन्हें मंगलवार काे 12:35 बजे माेबाइल पर एक कॉल आया. फोन करने वाले ने अपना नाम संजय कुमार उर्फ संजय गाेप उर्फ भाेमा बताया. साथ ही यह भी जानकारी दी कि वह फतुहा के नाेहटा का रहने वाला है. इसके बाद उसने 54 लाख रुपये की रंगदारी मांगी. इसके बाद कहा कि अगर रंगदारी की रकम नहीं दी, तो फतुहा आने पर रंधीर और मैं तुम्हें गोलियों से छलनी कर देंगे. साथ ही उसने यह भी कहा कि उन लोगों ने ही फतुहा हाइस्कूल में नाेहटा के सम्मा यादव की हत्या की थी. उसी प्रकार तुम्हारी भी हत्या हो जायेगी. अधिवक्ता ने बताया कि उसे भोमा या अन्य से कोई मतलब भी नहीं है.

Also Read: कुख्यात भोला राय हत्याकांड में पटना से फतुहा तक पुलिस का छापा, परिजनों ने शव लेने से किया इंकार
नंबर की जांच कर रही पुलिस 

इधर, पुलिस नंबर की जांच में जुटी है, जिससे कॉल आया था. साथ ही यह भी जानने की कोशिश में है कि संजय ने ही कॉल किया था या किसी ने उसे फंसाने की साजिश के तहत धमकी भरा फोन किया था. यह पुलिस की जांच के बाद ही स्पष्ट हो पायेगा.

Next Article

Exit mobile version