JEE Main 2021 Examination : संदिग्ध सेंटरों पर अप्रैल में नहीं होगी परीक्षा, एनटीए सख्त, टीसीएस को लिखा जायेगा पत्र

जेइइ मेन (मार्च 2021) परीक्षा का प्रश्नपत्र बाहर आने पर नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) सख्त है. वह मामले की जांच कर रही है.

By Prabhat Khabar | March 20, 2021 6:11 AM

अनुराग प्रधान, पटना. जेइइ मेन (मार्च 2021) परीक्षा का प्रश्नपत्र बाहर आने पर नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) सख्त है. वह मामले की जांच कर रही है. इस बीच एनटीए के डायरेक्टर जनरल विनीत जोशी ने शुक्रवार को फोन पर कहा कि एग्जाम सेंटरों की मिलीभगत से ही प्रश्नपत्र बाहर आ सकते हैं. ऐसा सेंटरों से ही यह संभव है.

अप्रैल में संदिग्ध एग्जाम सेंटरों पर जेइइ मेन की परीक्षा नहीं होगी. इसके लिए टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) को पत्र लिखा जायेगा. दूर-दराज के सेंटर और सेंटर की स्थिति का अवलोकन किया जायेगा. टीसीएस को इस पर कदम उठाना होगा. जोशी ने कहा कि अभी जांच जारी है. आइटी सेल अपना काम कर रहा है. सीसीटीवी कैमरों के फुटेज देखे जा रहे हैं.

गौरतलब है कि प्रभात खबर ने दो दिनों तक लगातार जेइइ मेन (मार्च 2021) की परीक्षा के प्रश्नपत्र सेंटर से बाहर आने की खबर छापी थी. खबर छपने पर एनटीए ने मामले की जांच के लिए कमेटी बनायी है. एनटीए संदिग्ध सेंटरों की पड़ताल कर रही है. इसके लिए एनटीए टीसीएस को पत्र लिखेगी.

दोषी स्टूडेंट्स और सेंटरों पर होगी प्राथमिकी

नेशनल टेस्टिंग एजेंसी के सूत्रों ने बताया कि वायरल प्रश्नपत्रों में अंकित रजिस्ट्रेशन नंबर और रौल नंबर से सेंटर और स्टूडेंट्स का पता लगाया जा रहा है. एनटीए की टीम सबूत इकट्ठा कर रही है. सभी सबूत जमा करने के बाद एनटीए सेंटर और स्टूडेंट्स दोनों पर एफआइआर दर्ज करवायेगी. दो-तीन दिनों में सेंटर और स्टूडेंट्स को कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया जायेगा. स्पष्ट जवाब नहीं मिलने के बात कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू हो जायेगी.

तीनों दिन परीक्षा के दौरान ही प्रश्नपत्र वायरल

जेइइ मेन (मार्च 2021) की परीक्षा 16 से 18 मार्च तक हुई. परीक्षा के तीनों दिन प्रश्नपत्र (स्क्रीन शाॅट) बाहर आ गये. नौ बजे से शुरू हुई परीक्षा के प्रश्नपत्र 20-25 मिनट बाद करीब 9:20-25 बजे ही वायरल होने लगते थे. प्रश्नपत्र मोबाइल से खींचा हुआ रहता था. परीक्षा समाप्त होने के बाद जब भी स्टूडेंट्स को वायरल प्रश्नपत्र दिखाये गये, तो उन्होंने कहा कि हू-ब-हू यही प्रश्न परीक्षा में पूछे गये थे. छात्रों का दावा है कि 16 मार्च से शुरू हुई इस ऑनलाइन परीक्षा के प्रश्नपत्र उसी दिन से वायरल हैं, जो परीक्षा में पूछे गये प्रश्नों के हू-ब-हू हैं.

आइटी सेल कर रहा जांच

एनटीए के डायरेक्टर जनरल विनीत जोशी ने कहा कि एग्जाम सेंटरों की मिलीभगत से ही प्रश्नपत्र बाहर आ सकते हैं. अभी मामले की जांच जारी है. आइटी सेल अपना काम कर रहा है. सीसीटीवी कैमरों के फुटेज देखे जा रहे हैं. जांच में जो भी सेंटर दोषी पाये जायेंगे, उन पर कड़ी कार्रवाई की जायेगी.

Posted by Ashish Jha

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