बिहार चुनाव में AI VIDEO का धमाका, अब पोस्टर-बैनर नहीं डिजिटल प्लेटफॉर्म बने प्रचार का नया हथियार
Bihar Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव में प्रचार का तरीका बदल चुका है. पोस्टर और नुक्कड़-नाटक के बजाय अब एआई (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) जनित वीडियो राजनीतिक दलों का सबसे बड़ा हथियार बन गए हैं. ये वीडियो मनोरंजक होने के साथ-साथ विरोधियों पर वार करने, जनता तक संदेश पहुंचाने और सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल होने का काम कर रहे हैं.
Bihar Election 2025: बिहार में विधानसभा चुनावी माहौल अब पूरी तरह डिजिटल होता जा रहा है. पहले प्रचार का केंद्र पोस्टर-बैनर, दीवारों पर लिखे नारे और नुक्कड़-नाटक हुआ करते थे, लेकिन इस बार तस्वीर बिल्कुल बदल गई है. राजनीतिक दल अब एआई (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) जनित वीडियो को अपना सबसे बड़ा प्रचार हथियार बना चुके हैं. यही वजह है कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर इन दिनों एआई कार्टून, व्यंग्यात्मक वीडियो और पुरानी घटनाओं पर तंज कसने वाली सीरिज की बाढ़ आ गई है.
एआई वीडियो से बदल रहा चुनावी प्रचार का अंदाज
चुनावी एजेंडा गढ़ने, विरोधियों पर प्रहार करने और मतदाताओं को प्रभावित करने के लिए इस बार एआई वीडियो ने परंपरागत प्रचार शैली को पीछे छोड़ दिया है. ये वीडियो न केवल तेजी से वायरल हो रहे हैं, बल्कि युवा पीढ़ी पर सबसे ज्यादा असर डाल रहे हैं. हाल ही में कांग्रेस का ‘साहब के सपनों में आई मां’ वीडियो चर्चा का केंद्र बना और विवाद के बाद हाईकोर्ट ने उसे हटाने का आदेश दिया. इससे साफ है कि एआई प्रचार मनोरंजन और विवाद दोनों का जरिया बन चुका है.
थीम्स जिन पर चल रही है एआई जंग
- नेताओं पर व्यंग्य और पुरानी घटनाओं को दिखाना
- कालखंड में हुई प्रगति या दुर्गति को दिखाना
- मुद्दों को मजेदार ढंग से जनता तक पहुंचाना
- अपने पक्ष में जनता की राय को उभारना
- विपक्षी दलों पर करारा वार करना
भाजपा-जदयू का डिजिटल हमला
भाजपा और जदयू ने एआई कार्टून और सीरिज बनाकर लालू-तेजस्वी और राहुल गांधी पर निशाना साधा है. भाजपा की ‘तबेला टाइम्स’ और ‘हम समय बानी’ सीरिज में लालू काल की नीतियों और परिवारवाद को कटघरे में खड़ा किया गया है. वहीं जदयू अपने एआई वीडियो में नीतीश कुमार की 20 सालों की उपलब्धियां, विकास यात्रा और ऐतिहासिक फैसलों को प्रमुखता से दिखा रही है. एक वीडियो में तेजस्वी को व्यंग्यात्मक अंदाज में कहते दिखाया गया- “चंद्रग्रहण भी हो गया, न जाने मेरा शपथ ग्रहण कब होगा.”
विपक्ष का पलटवार
कांग्रेस और राजद ने भी एआई जंग में मोर्चा संभाल रखा है. कांग्रेस की ‘बवाल बिहारी’ और ‘वोट चोरी’ सीरिज बेरोजगारी और चुनावी गड़बड़ियों पर केंद्रित है. पीएम मोदी और चुनाव आयोग पर तंज कसते वीडियो तेजी से वायरल हो रहे हैं. वहीं राजद ने ‘बीस साल से कुछ नहीं हुआ’ और ‘ऐ पीएमजी, काहे बोलते हैं इतना झूठ’ जैसे वीडियो से जनता को संदेश देने की कोशिश की है. इन वीडियोज़ में तेजस्वी को भावी मुख्यमंत्री के रूप में प्रोजेक्ट करने की कोशिश भी साफ नजर आती है.
