बिहार के सबसे बड़े इस्कॉन मंदिर में कल होगी प्राण प्रतिष्ठा, 100 करोड़ की लागत से 12 वर्ष में हुआ तैयार

बिहार का सबसे बड़े इस्कॉन मंदिर 12 वर्ष में 100 करोड़ की लागत से बनकर तैयार हो चुका है. कल मंदिर का विधिवत उद्घाटन और प्राण प्रतिष्ठा किया जाएगा. इस मंदिर के उद्घाटन के लिए पांच दिवसीय विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 2, 2022 12:19 PM

बिहार का सबसे बड़े इस्कॉन मंदिर बनकर तैयार हो चुका है. यह मंदिर बिहार की राजधानी पटना में बना है. इस मंदिर से पर्यटन के क्षेत्र में भी फायदा मिलेगा. पटना में श्रीराधा बांके बिहारी इस्कॉन मंदिर तैयार करने में लगभग 12 वर्ष का समय लग गया है. इस मंदिर में 84 कमरे और 84 पिलर बनाए गए हैं.

देश-विदेश से पहुंचने लगे श्रद्धालु 

कल मंदिर का विधिवत उद्घाटन और प्राण प्रतिष्ठा किया जाएगा. इस मंदिर के उद्घाटन के लिए पांच दिवसीय विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को इसके लिए आमंत्रित किया गया है. साथ ही अन्य कई गणमान्य लोगों के शामिल होने की भी उम्मीद है. वहीं कार्यक्रम मे हिस्सा लेने के लिए देश-विदेश से श्रद्धालुओं के पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया है.

100 करोड़ की लागत से बना है मंदिर 

पटना में इस्कॉन मंदिर के अध्यक्ष ने बताया कि साल 2007 में मंदिर का भूमिपूजन किया गया था. उस समय कार्यक्रम में देश विदेश से भारी संख्या में कृष्ण भक्त शामिल हुए थे. मंदिर निर्माण का काम 2010 में शुरू किया गया था. भक्तों की मांग पर मंदिर को शहर के बीच में बनाया गया है. इस मंदिर का निर्माण पटना के बुद्धमार्ग पर किया गया है. इतने बड़े मंदिर को तैयार करने में तकरीबन 100 करोड़ रुपये की राशि खर्च हुई है.

द्वारिकाधीश मंदिर की तर्ज पर बनाया गया 

इस्कॉन मंदिर का निर्माण ऐतिहासिक द्वारिकाधीश मंदिर की तर्ज पर किया गया है. मंदिर में 84 कमरे बनाए गए है, साथ ही मंदिर में 84 खंभे हैं, जिसकी लंबाई और चौड़ाई भी 84 फीट है एवं मंदिर की उच्चाई 108 फीट है. मंदिर को सेमी अंडर ग्राउंड बनाया गया है.

बांके बिहारी की लीलाओं का प्रदर्शन 

मंदिर में प्रसाद तैयार करने के लिए मॉडर्न किचन बनाया गया है. यहां अत्याधुनिक उपकरणों के साथ बांके बिहारी की लीलाओं को प्रदर्शित किया जाएगा. वहीं मंदिर में प्रसाद ग्रहण करने के लिए एक हॉल बनाया गया है. हॉल में लगभग एक हजार श्रद्धालुओं के बैठकर प्रसाद ग्रहण करने की व्यवस्था हैं. मंदिर परिसर में गोविंदा रेस्टोरेंट भी बनाया गया है. यहां लोगों को शुद्ध शाकाहारी भोजन मिलेगा.

मंदिर की खासियत 

मंदिर में अतिथियों के ठहरने के लिए करीब 70 रूम बनाए गए हैं. मंदिर में 300 गाड़ियों की पार्किंग की व्यवस्था है. सुरक्षा के लिए 500 से जायादा सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं. मंदिर में एक लाइब्रेरी है जिसमें आप स्वामी प्रभु पाद और वेद व्यास द्वारा लिखित ग्रंथों को पढ़ सकते हैं. साथ ही दूसरे तल पर बांके बिहारी का गर्भ गृह है. यहां एक तरफ राम दरबार तो दूसरी तरफ चैतन्य महाप्रभु का दरबार बनाया गया है.

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देश-विदेश से इस्कॉन गुरु भी करेंगे शिरकत

मंदिर अध्यक्ष ने बताया कि मंदिर के उद्घाटन समारोह में प्रधानमंत्री को निमंत्रित करने की कोशिश की जा रही है. साथ ही मुख्यमंत्री समेत कई गणमान्य लोगों के आने की उम्मीद हैं. वहीं इस मौके पर कृष्ण भक्तों के अलावा देश-विदेश से इस्कॉन गुरु भी शिरकत करेंगे.

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