Patna News: पटना में सरकारी बसें अब रूट नंबर से चलेंगी, नए साल से बदलेगी ऑटो और ई-रिक्शा की भी व्यवस्था
Patna News: पटना में सार्वजनिक परिवहन को आधुनिक बनाने की दिशा में बड़ा कदम उठाया जा रहा है. अब सरकारी बसें रूट नंबर से चलेंगी और बस स्टॉप पर ही उनके रूट व समय की पूरी जानकारी यात्रियों को मिलेगी.
Patna News: पटना की सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था अब महानगरों की तर्ज पर नए रूप में नजर आएगी. राजधानी में चलने वाली सरकारी बसों को जल्द ही रूट नंबर से पहचाना जाएगा. क्षेत्रीय परिवहन प्राधिकरण इस नई व्यवस्था को तैयार करने और लागू करने की प्रक्रिया में जुट गया है, ताकि यात्रियों को बसों के रूट, समय और ठहराव को लेकर किसी तरह की परेशानी न हो.
सरकारी बस का होगा एक निर्धारित रूट नंबर
प्रमंडलीय आयुक्त कार्यालय के अनुसार, पटना में सार्वजनिक परिवहन को आधुनिक और व्यवस्थित बनाने की दिशा में यह एक बड़ा कदम है. नई व्यवस्था के तहत हर सरकारी बस का एक निर्धारित रूट नंबर होगा. किस नंबर की बस किस इलाके में जाएगी, उसका समय क्या होगा और वह किन-किन स्टॉप पर रुकेगी. इसकी पूरी जानकारी बस स्टॉप पर प्रदर्शित की जाएगी. इससे यात्रियों को बस पहचानने में आसानी होगी और भ्रम की स्थिति खत्म होगी.
रूट नंबरों में होगा बदलाव
फिलहाल गांधी मैदान से शहर के विभिन्न इलाकों के अलावा पटना एम्स, बिहटा और हाजीपुर के लिए करीब 140 सरकारी बसें चल रही हैं. अभी कुछ रूटों पर सीमित रूप से नंबर दिए गए हैं, जैसे 444 नंबर की बस हाजीपुर, 888 नंबर की बस बिहटा, 222 नंबर की बस पटना एम्स और 111-ए नंबर की बस बेली रोड पर संचालित हो रही है. नई योजना के तहत इन रूट नंबरों में बदलाव किया जाएगा और नए मार्गों के लिए भी अलग-अलग नंबर तय किए जाएंगे.
केवल स्टॉप पर ही रुकेगी बस
नई व्यवस्था में बसों का संचालन पूरी तरह बस स्टॉप आधारित होगा. यात्रियों को केवल निर्धारित बस स्टॉप पर ही चढ़ने और उतरने की अनुमति होगी. किसी अन्य स्थान पर बस रोकने पर ड्राइवर और कंडक्टर पर जुर्माना लगाया जाएगा. शहर में फिलहाल 103 सरकारी बस स्टॉप चिह्नित हैं, लेकिन इन पर बसें नियमित रूप से नहीं रुकतीं, जिससे यात्रियों में असमंजस बना रहता है. कई बार चालक स्टॉप से आगे या पीछे बस रोक देते हैं या यात्रियों के कहने पर कहीं भी बस खड़ी कर देते हैं, जिससे ट्रैफिक जाम और हादसों की आशंका बढ़ जाती है.
ऑटो और ई-रिक्शा का जोन वाइज जारी होगा परमिट
सरकारी बसों के साथ-साथ ऑटो और ई-रिक्शा के संचालन में भी बदलाव की तैयारी है. नए साल से ऑटो के लिए जोन वाइज परमिट जारी किए जाएंगे. शहर को तीन जोन में बांटा गया है और जिस जोन का परमिट मिलेगा, ऑटो उसी क्षेत्र में चल सकेगा. वहीं ई-रिक्शा को मुख्य रूप से मोहल्लों और आपसी संपर्क वाली सड़कों तक सीमित रखा जाएगा, ताकि मुख्य मार्गों पर प्रेशर कम हो.
प्रमंडलीय आयुक्त ने क्या कहा?
प्रमंडलीय आयुक्त अनिमेश कुमार पराशर ने बताया कि परिवहन प्राधिकरण के माध्यम से शहर में चलने वाली सरकारी बसों को पूरी तरह रूट नंबर आधारित किया जाएगा. बस स्टॉप पर यह जानकारी उपलब्ध रहेगी कि किस स्टॉप पर कौन-कौन सी रूट नंबर की बसें रुकेंगी. इसी तरह ऑटो को भी रूट और जोन के अनुसार व्यवस्थित करने की प्रक्रिया शुरू की जा रही है. यह नई व्यवस्था नए साल में लागू की जाएगी, जिससे पटना की यातायात व्यवस्था अधिक सुव्यवस्थित और जाममुक्त हो सकेगी.
