मुजफ्फरपुर में आये चमकी बुखार के चार मामले, दो बच्चों में AES की पुष्टि, पीकू वार्ड में हो रहा इलाज

गर्मी बढ़ने के साथ ही एक बार फिर चमकी बुखार का कहर टूट पड़ा है. मुजफ्फरपुर में अब तक AES के चार मामले आ चुके हैं. इनमें से दो की पुष्टि हो चुकी है.

By Ashish Jha | March 28, 2024 12:44 PM

मुजफ्फरपुर. बिहार के मुजफ्फरपुर में जैसे-जैसे गर्मी बढ़ रही है, वैसे वैसे चमकी बुखार (AES) के मामले सामने आने लगे हैं. अब तक दो बच्चों में AES की पुष्टि हो चुकी है. हर साल इसका प्रकोप भी बढ़ता जा रहा है. इस साल भी गर्मी बढ़ने के साथ ही मुजफ्फरपुर में चमकी बुखार का कहर तेज होने लगा है. जिले में फिर दो बच्चों में एईएस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है. इसके साथ ही जिले में चमकी बुखार से जुड़े मामलों की संख्या अब बढ़कर चार हो गई है. चमकी बुखार से पीड़ित दो बच्चों को संक्रमण के बाद मुजफ्फरपुर के एसकेएमसीएच मेडिकल कालेज अस्पताल में भर्ती कराया गया है. जहां विशेषज्ञ चिकित्सक की देखरेख में बच्चों का इलाज चल रहा है.

हीटवेव को लेकर अलर्ट

मौसम विभाग ने आनेवाले दिनों में हीटवेव को लेकर आशंका जतायी है. ऐसे में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कहना है कि बढ़ती गर्मी को लेकर स्वास्थ्य विभाग चमकी बुखार के इलाज और इससे बचाव को लेकर अलर्ट है. इसमें किसी तरह की लापरवाही बर्दाश्‍त नहीं की जाएगी. डॉक्टरों ने अपील करते हुए कहा कि छोटे बच्चों को खाली पेट ना सुलाएं. रात को उन्हें कुछ मीठा या गुड़ जरूर खिला कर सुलाएं.

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तीन साल पहले गयीं थी सैकड़ों जान

2021 में चमकी बुखार के प्रकोप के कारण 111 से अधिक बच्चों को अकारण जान से हाथ गंवाना पड़ा था. तब न सिर्फ बिहार बल्कि केंद्रीय स्तर पर चमकी बुखार से हुई मौतों पर बवाल मचा था. आनन-फानन में एसकेएमसीएच में चमकी बुखार की जांच और उपचार के लिए विशेष वार्ड और बिल्डिंग बनाए गए थे.

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