इस राज्य से पटना के लिए रवाना हुआ पहला इलेक्ट्रॉनिक जहाज, जल्द शुरू होगी वाटर मेट्रो सेवा
पटना में गंगा नदी पर जल्द ही वाटर मेट्रो सेवा शुरू होने वाली है. इसका पहला इलेक्ट्रॉनिक जहाज कोलकाता से रवाना हो चुका है. इस योजना में कुल 25 इलेक्ट्रॉनिक जहाज चलाए जाएंगे. पहले चरण में यह सेवा दीघा से कंगन घाट तक चलेगी, और गांधी घाट व गायघाट पर यात्री उतर और चढ़ सकेंगे. हर जहाज में 50 लोगों के बैठने की सुविधा होगी.
Water Metro in Patna: बिहार विधानसभा चुनाव की तारीख घोषित होने से पहले पटना की गंगा में जल्द ही वाटर मेट्रो सेवा शुरू होने की संभावना है. सड़कों और पुलों के निर्माण के साथ, पटना रेल मेट्रो सेवा के शुरू होने के बाद, वाटर मेट्रो से आवागमन और भी आसान हो जाएगा. पटना में यह जल परिवहन का नया और आकर्षक विकल्प रोजाना के यात्रियों और देशी पर्यटकों के लिए उपलब्ध होगा. इस सेवा के लिए पहला इलेक्ट्रॉनिक जहाज कोलकाता से पटना की ओर रवाना हो चुका है और यह 16 सितंबर तक पहुंचने की उम्मीद है. सुविधाओं से लैस दूसरा जहाज भी इसी महीने के अंत तक पटना पहुंचेगा.
चलाए जाएंगे 25 इलेक्ट्रॉनिक जहाज
इस योजना के तहत गंगा नदी में कुल 25 इलेक्ट्रॉनिक जहाज चलाए जाने की संभावना है. पटना में इसके लिए जगह पहले ही तय कर दी गई है. वाटर मेट्रो सेवा का संचालन पर्यटन विकास निगम करेगा. जानकारी गायघाट स्थित भारतीय अंतरदेशीय जलमार्ग प्राधिकरण (IWAI) के निदेशक अरविंद कुमार ने दी. उन्होंने बताया कि पत्तन, पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्रालय, भारत सरकार, 1200 करोड़ रुपये की वाटर मेट्रो योजना पर तेजी से काम कर रहा है.
50 सीटों वाली होगी ये जहाज
इलेक्ट्रॉनिक जहाज में 50 लोग बैठ सकते हैं. निदेशक अरविंद कुमार ने बताया कि कोलकाता से पटना आने वाला यह जहाज एयर कंडीशन वाला है और इसमें पचास यात्रियों के बैठने की सुविधा है. इसके अलावा अन्य जरूरी सुविधाएं भी उपलब्ध हैं और यह जहाज पूरी तरह बिजली से चलेगा.
केरल की कंपनी ने किया है तैयार
इस सेवा के लिए दीघा और गांधी घाट पर चार्जिंग प्वाइंट बनाए जाएंगे. जहाज को सौर ऊर्जा से चलाने के लिए सोलर प्लेट लगाने की योजना भी है. वाटर मेट्रो के लिए यह खास जहाज केरल के कोच्चि शिपयार्ड लिमिटेड ने तैयार किया है.
यहां होगा ठहराव
पहले चरण में गंगा में वाटर मेट्रो सेवा दीघा से कंगन घाट तक चलेगी. यह लगभग 20 किलोमीटर लंबी दूरी है. एनआईटी पटना के पास गांधी घाट, गायघाट और कंगन घाट पर जहाज रुकेगा. गांधी घाट और गायघाट पर पहले से ही बंदरगाह तैयार है. कंगन घाट पर दीघा की तरह तैरता हुआ बंदरगाह (फ्लोटिंग जेटी) बनाया जाएगा. यात्रियों और पर्यटकों को वाटर मेट्रो से गंगा के सुंदर और विकसित घाटों का आनंद लेने का मौका मिलेगा.
100 सीटों वाला जहाज भी होगा उपलब्ध
भविष्य में अगर यात्रियों की संख्या बढ़ी, तो 100 सीट वाला जहाज भी पटना आएगा. वाटर मेट्रो सेवा का विस्तार पटना के उत्तर में गंडक, सोनपुर, हाजीपुर, कोनहरा, दानापुर, बिदुपुर, दीदारगंज, कच्ची दरगाह, सबलपुर और अन्य इलाकों तक किया जा सकता है.
