मैट्रिक परीक्षा का सफल संचालन, पिछले साल की तुलना में काफी कम परीक्षार्थी हुए निष्कासित
मैट्रिक वार्षिक परीक्षा 2025 मंगलवार को व्यावसायिक ऐच्छिक विषयों की परीक्षा के साथ समाप्त हो गयी.
– मैट्रिक परीक्षा के दौरान 58 फर्जी परीक्षार्थी पकड़े गये, 51 नकल के आरोप में निष्कासित
– निष्कासन से ज्यादा पकड़े गये फर्जी परीक्षार्थी, सबसे अधिक नालंदा से 17 पकड़े गयेसंवाददाता, पटना
मैट्रिक वार्षिक परीक्षा 2025 मंगलवार को व्यावसायिक ऐच्छिक विषयों की परीक्षा के साथ समाप्त हो गयी. परीक्षा 17 से 25 फरवरी तक राज्य के 1,677 केंद्रों पर 15.85 लाख परीक्षार्थी शामिल हुए. समिति के अध्यक्ष आनंद किशोर ने इंटर व मैट्रिक वार्षिक परीक्षा 2025 के सफल संचालन और उत्कृष्ट व्यवस्थाओं के साथ सफलतापूर्वक सम्पन्न के लिए सभी जिला पदाधिकारियों के साथ परीक्षा ड्यूटी में तैनात सभी पदाधिकारियों व कर्मियों को बधाई दी. अंतिम दिन पहली पाली में 1,424 परीक्षार्थियों के लिए व्यावसायिक ऐच्छिक विषयों की परीक्षा हुई. मैट्रिक परीक्षा के लिए 15,85,868 परीक्षार्थियों (8,18,122 छात्राएं एवं 7,67,746 छात्रों) ने परीक्षा फाॅर्म भरा था. पटना जिले में 71,669 परीक्षार्थियों के लिए 73 परीक्षा केंद्र बनाये गये थे. मैट्रिक वार्षिक परीक्षा 2025 के सफल संचालन एवं सतत निगरानी के लिए पूरी परीक्षा अवधि के दौरान कंट्रोल रूम व व्हाट्सएप ग्रुप के माध्यम से सूचनाओं का आदान-प्रदान और समस्याओं का त्वरित निष्पादन किया गया.परीक्षा के दौरान 58 फर्जी परीक्षार्थी पकड़े गये, 51 नकल के आरोप में निष्कासित
मैट्रिक परीक्षा के दौरान 16 जिलों से 51 परीक्षार्थी नकल के आरोप में निष्कासित किये गये. वहीं, 14 जिलों से 58 फर्जी परीक्षार्थी पकड़े गये. इस पर फर्जी परीक्षार्थियों को पकड़े जाने की संख्या अधिक है. वहीं, अगर बात की जाये 2024 मैट्रिक परीक्षा से तो इस बार नकल के आरोप में निष्कासन की संख्या में काफी कमी आयी है. मैट्रिक वार्षिक परीक्षा 2024 में 21 जिलों से 171 परीक्षार्थी नकल के आरोप में परीक्षा से निष्कासित किये गये थे, जो पिछले साल से 120 कम है. इसके साथ ही 2024 में 13 जिलों से 73 फर्जी परीक्षार्थी पकड़े गये थे. इस बार कुल 58 फर्जी परीक्षार्थी पकड़े गये, जिसमें सबसे अधिक नालंदा से 17, सुपौल से 10 परीक्षार्थी पकड़े गये हैं. वहीं, नकल के आरोप में सबसे अधिक निष्कासन गोपालगंज से आठ, शेखपुरा से सात व नवादा से छह परीक्षार्थियों का हुआ है.इन 16 जिलों से हुए निष्कासन
गोपालगंज-8
शेखपुरा-7
नवादा-6भोजपुर-4
गया-4सारण-4
सुपौल-3पटना – 2
वैशाली-2मोतिहारी-2
बांका-2नालंदा- 1
रोहतास-1जहानाबाद-1
अरवल-1मधेपुरा-1—
फर्जी परीक्षार्थी
नालंदा-17
सुपौल-10
मधेपुरा-6खगड़िया-5
बांका-4सहरसा-4
जमुई-3गया-3
पटना-1कैमूर-1
औरंगाबाद-1भागलपुर-1
मधुबनी-1शेखपुरा-1
इन 22 जिलों में नकल के आरोप में कोई निष्कासन नहीं
अररिया, औरंगाबाद, बेगूसराय, भागलपुर, बक्सर, दरभंगा, जमुई, कैमूर, कटिहार, खगड़िया, किशनगंज, लखीसराय, मधुबनी, मुंगेर, मुजफ्फरपुर, पूर्णिया, सहरसा, समस्तीपुर, शिवहर, सीतामढ़ी, सीवान, पश्चिमी चंपारण.एक मार्च से मैट्रिक की उत्तरपुस्तिकाओं का होगा मूल्यांकन, इंटर का कल से
मैट्रिक की कॉपियों का मूल्यांकन कार्य एक मार्च से शुरू हो जायेगा. मूल्यांकन कार्य 10 मार्च तक समाप्त कर लेना होगा. वहीं, रिजल्ट अप्रैल के पहले सप्ताह में जारी कर दिया जायेगा. वहीं, इंटर की उत्तरपुस्तिकाओं का मूल्यांकन कार्य 27 फरवरी से शुरू हो जायेगा. वहीं, आठ फरवरी को इंटर की उत्तरपुस्तिकाओं का मूल्यांकन कार्य समाप्त हो जायेगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
