Cyber ​​Crime: साइबर हैकाथॉन 2025 का शुभारंभ, देशभर से चयनित 14 टीमों के बीच 24 घंटे की चुनौती शुरू

Cyber ​​Crime: साइबर अपराध के बढ़ते खतरे के बीच तकनीक के सहारे त्वरित समाधान की दिशा में बिहार ने एक नया प्रयोग किया है. आर्थिक अपराध इकाई, बिहार ने सी-डेक पटना के सहयोग से बुधवार को साइबर हैकाथन 2025 की शुरुआत की, जिसमें देशभर से चुनी गई 14 टीमों को 24 घंटे में वास्तविक साइबर अपराध संबंधी समस्याओं का तकनीकी समाधान प्रस्तुत करना है.

By Anuj Kumar Sharma | June 25, 2025 8:52 PM

अनुज शर्मा/ Cyber ​​Crime: साइबर हैकाथॉन 2025 कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए एडीजी (आर्थिक अपराध इकाई) नैयर हसनैन खान ने कहा कि हमें ऐसे डिजिटल टूल्स की जरूरत है, जो आम आदमी को त्वरित राहत दे सकें. तकनीक का प्रयोग अब केवल निगरानी या डिटेक्शन तक सीमित नहीं रह सकता. यह पीड़ित की सहायता का सशक्त माध्यम बनना चाहिए. उन्होंने प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए उन्हें समाजहित में नवाचार करने और पीड़ित केंद्रित (विक्टिम सेंट्रिक ) समाधान विकसित करने के लिए प्रेरित किया. प्रतिभागियों को 24 घंटे का समय दिया गया है, जिसमें वे अपने प्रस्तावित समाधान को तकनीकी प्रारूप में प्रस्तुत करेंगे. उद्घाटन समारोह में टीम लीडरों ने मंच पर अपने नवाचारों की रूपरेखा साझा की.

खान ने कहा कि हैकाथॉन में प्रस्तुत नवाचारों को आगे चलकर साइबर शाखा की कार्यप्रणाली में शामिल किया जाएगा, जिससे आम लोगों को तेजी से राहत और न्याय मिल सकेगा़ समारोह में सी -डेक पटना के निदेशक आदित्य कुमार सिन्हा, डीआइजी (साइबर) संजय कुमार, डीआइजी मानवजीत सिंह ढिल्लों, एसपी अमरकेश डी., विनय तिवारी, राजेश कुमार, पंकज कुमार समेत आर्थिक अपराध इकाई व सी-डेक के तकनीकी विशेषज्ञ उपस्थित रहे.

देश के 302 टीमों में से चुनी गईं 14 टीमें

इस हैकाथॉन में देशभर से कुल 302 आवेदन प्राप्त हुए थे, जिनमें से तकनीकी मूल्यांकन के आधार पर 14 टीमों का चयन किया गया. इन टीमों में कुल 55 प्रतिभागी हैं, जिनमें 16 महिला प्रतिभागी भी शामिल हैं. छात्र आइआइटी कल्याणी, आइआइटी रांची, एनआइटी पटना, महात्मा गांधी केंद्रीय विश्वविद्यालय समेत कई संस्थानों से आए हैं. ये टीमें तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, गुजरात, तेलंगाना, झारखंड, बिहार, उत्तर प्रदेश समेत कई राज्यों का प्रतिनिधित्व कर रही हैं.

इन समस्याओं का निकालेंगे समाधान

  • वॉयस फ्रॉड से बचाव, एआई आधारित साइबर खतरे की पहचान, फिशिंग व स्पैम डिटेक्शन, मोबाइल फॉरेंसिक टूल्स, फेक न्यूज की पहचान
  • बैंकिंग मनी लॉन्ड्रिंग ट्रेसिंग, दस्तावेजों की सुरक्षा, वीओआइपी कॉल्स ट्रैकिंग

विजेताओं को कल मिलेंगे पुरस्कार

26 जून को आयोजित होने वाले समापन समारोह में तीन विजेता टीमों को नकद पुरस्कार दिए जाएंगे़ प्रथम पुरस्कार: 30,000 , द्वितीय पुरस्कार: 20,000 तथा तृतीय पुरस्कार: 10,000 रुपये है.

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