बिहार में ‘लॉकडाउन’ का दूसरा दिन : 4,600 लोगों को विशेष बसों से गृह जिलों में भेजा गया

बिहार में लॉकडाउन के दूसरे दिन मंगलवार को केरल एवं अन्य जगहों से आये 4,600 से अधिक यात्रियों को बिहार राज्य पथ परिवहन निगम की विशेष बसों से विभिन्न जिलों में भेजा गया. साथ ही लॉकडाउन के सरकारी आदेश का उल्लंघन करने के आरोप में 20 लोगों को गिरफ्तार किया गया.

By Samir Kumar | March 24, 2020 10:46 PM

पटना : बिहार में लॉकडाउन के दूसरे दिन मंगलवार को केरल एवं अन्य जगहों से आये 4,600 से अधिक यात्रियों को बिहार राज्य पथ परिवहन निगम की विशेष बसों से विभिन्न जिलों में भेजा गया. साथ ही लॉकडाउन के सरकारी आदेश का उल्लंघन करने के आरोप में 20 लोगों को गिरफ्तार किया गया.

परिवहन सचिव संजय कुमार अग्रवाल ने बताया कि केरल और तमिलनाडु से आये इन यात्रियों की सुविधा के लिए पटना जंक्शन एवं दानापुर स्टेशन पर 70 बसों की व्यवस्था की गयी थी. उन्होंने बताया कि स्टेशन पर उतरने वाले सभी यात्रियों की मेडिकल जांच करने के बाद उन्हें बसों से विभिन्न जिलों में भेजा गया. उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निर्देश पर सभी यात्रियों के लिए निःशुल्क बस की व्यवस्था की गयी थी.

परिवहन सचिव ने बताया कि जिन लोगों को आज घर भेजा गया है, उनकी निगरानी के लिए संबंधित जिलाधिकारियों को सूचना दे दी गयी है. बिहार के किशनगंज, छपरा, सीवान, गोपालगंज, मोतिहारी, बेतिया, जमुई, दरभंगा, समस्तीपुर, सहरसा, मधेपुरा, सुपौल, बेगूसराय, पूर्णिया, कटिहार, लखीसराय, भागलपुर, मुंगेर, नवादा, बिहार शरीफ, मसौढ़ी, जहानाबाद, गया आदि जिलों के लिए विशेष बस की व्यवस्था की गयी थी.

परिवहन सचिव सह प्रमंडलीय आयुक्त संजय कुमार अग्रवाल ने बताया कि विभिन्न विमानों से पटना पहुंचे यात्रियों की सुविधा के लिए हवाई अड्डे से पटना जंक्शन और मीठापुर बस स्टैंड के लिए 2 बसों का परिचालन किया गया. उन्होंने बताया कि कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए यात्रियों को पटना हवाईअड्डे पर उतरते ही सबसे पहले उनकी स्क्रीनिंग की गयी और उसके बाद सभी को बस में सवार किया गया. इसके लिए हवाईअड्डे पर मेडिकल टीम की तैनाती की गयी थी.

संजय कुमार अग्रवाल ने बताया कि यात्रियों को हवाई अड्डे से ले जाने के लिए बिहार राजपथ परिवहन निगम की बसों के अतिरिक्त यात्री एक परिजन को कुछ शर्तों के साथ अपने निजी वाहन से भी ले जाने की इजाजत दी गयी थी. बिहार सरकार ने कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए 31 मार्च तक के लिये सभी जिला मुख्यालयों, सभी अनुमंडल मुख्यालयों, सभी प्रखंड मुख्यालयों एवं सभी नगर निकायों के लॉकडाउन का रविवार को निर्णय लिया था.

पटना सहित प्रदेश के अन्य जिलों में सरकार के लॉकडाउन निर्णय का उल्लंघन करते हुए कल लोग देखे गये थे, जिसके बाद से पुलिस और प्रशासन द्वारा कड़ाई से इसका पालन करने के लिए कार्रवाई शुरू कर दी गयी थी. अपर पुलिस महानिदेशक, मुख्यालय जितेंद्र कुमार ने बताया कि प्रदेश के 33 जिलों से अबतक प्राप्त सूचना के अनुसार सरकारी आदेश (लॉकडाउन के मद्देनजर) का उल्लंघन करने वाले 20 लोगों को मंगलवार को गिरफ्तार किया गया तथा 38 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गयी.

उन्होंने बताया कि यातायात नियम का उल्लंघन करने पर 146 वाहन जब्त किये गये और 8.5 लाख रुपये जुर्माने के तौर पर वसूले गये. बिहार में अबतक कोरोना वायरस के 194 संदिग्ध नमूनों की जांच की जा चुकी है जिसमें से संक्रमण वाले तीन रोगी पाये गये हैं. कोरोना वायरस संक्रमण वाले तीन मामलों में से मुंगेर निवासी एक मरीज की शनिवार को पटना एम्स में मौत हो गयी थी.

कोरोना वायरस संक्रमण वाले दो अन्य मामलों में एक पटना एम्स में भर्ती है तथा एक अन्य मरीज का इलाज एनएमसीएच में जारी है. पटना स्थित इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान के माईक्रोबायोलॉजी विभाग के अध्यक्ष डाॅ. एसके शाही ने बताया कि उनके अस्पताल में सात संदिग्ध मामलों की जांच की जा रही है.

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