बिहार में डराने लगा कोरोना का कहर, पटना में मिले 137 संक्रमित, राज्य में पाये गये 309 पॉजिटिव केस

Bihar Corona News: नये संक्रमितों को मिलने के बाद राज्य में कोरोना के एक्टिव केस की संख्या 1389 हो गयी है. इनमें से 1364 संक्रमित होम आइसोलेशन में हैं. इधर संक्रमण को लेकर राज्य भर में एक लाख 36 हजार 986 सैंपलों की जांच की गयी.

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 6, 2022 8:51 PM

पटना. बिहार में पिछले 24 घंटों के दौरान 309 कोरोना के नये संक्रमित पाये गये हैं. इनमें सर्वाधिक 137 नये कोरोना संक्रमित पटना जिले में पाये गये हैं. पटना जिले में संक्रमण दर भी सर्वाधिक 2.36 हो गयी है. इसके अलावा भागलपुर जिले में 23, सहरसा में 14, सुपौल में 14, जहानाबाद में 12, गया में 10, मुजफ्फरपुर में 10, पूर्णिया में 10 के साथ अररिया में दो, अरवल में तीन, औरंगाबाद में एक, बांका में तीन, बेगूसराय में नौ, भोजपुर में दो, दरभंगा में पांच, पूर्वी चंपारण में दो, गोपालगंज में दो, जमुई में दो, कटिहार में दो, खगड़िया में तीन संक्रमित मरीज मिले है.

बिहार में कोरोना के एक्टिव संक्रमितों की संख्या 1389 पहुंची

किशनगंज में तीन, लखीसराय में एक, मधेपुरा में दो, मधुबनी में दो, मुंगेर में दो, नालंदा में तीन, रोहतास में तीन, समस्तीपुर में सात, सारण में छह, सीतामढ़ी में एक, सीवान में तीन, वैशाली में तीन और पश्चिम चंपारण में एक नये संक्रमित पाये गये. साथ ही राज्य के बाहर के छह लोग भी कोरोना संक्रमित हुए हैं. नये संक्रमितों को मिलने के बाद राज्य में कोरोना के एक्टिव केस की संख्या 1389 हो गयी है. इनमें से 1364 संक्रमित होम आइसोलेशन में हैं. इधर संक्रमण को लेकर राज्य भर में एक लाख 36 हजार 986 सैंपलों की जांच की गयी.

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‘सर्दी-बुखार की दवाओं की है सरकारी अस्पताल में पर्याप्त उपलब्धता’

बरसात के बदलते मौसम में होनेवाली सर्दी-बुखार की दवाएं पर्याप्त मात्रा में सभी जिलों में उपलब्ध है. दवाओं की उपलब्धता की प्रतिदिन मॉनिटरिंग की जा रही है. किसी जिले में दवाओं की मांग होने के बाद बीएमएसआइसीएल की ओर से उसे उपलब्ध करा दिया जाता है. स्टेट वेयर हाउस में ऐसी दवाओं की उपलब्धता नहीं होने पर उसे स्थानीय स्तर पर खरीद की अनुमति दे दी जाती है. राज्य स्वास्थ्य समिति के प्रशासी पदाधिकारी कमल नयन ने बताया कि अभी तक किसी भी जिले से सर्दी और खांसी सहित मौसमी बीमारी को लेकर दवाओं की किल्लत की सूचना उपलब्ध नहीं है. दवाओं की उपलब्धता के लिए डैश बोर्ड बनाया गया है जहां पर सभी जिलों में उपलब्ध स्टॉक की जानकारी मिलती रहती है.

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