नाबार्ड की मदद से 5251 किमी लंबाई में से 4822 किमी ग्रामीण सड़कों का निर्माण पूरा

राज्य में राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक (नाबार्ड) की सहायता से 5251 किमी लंबाई की लक्ष्य के विरुद्ध 4822 किमी ग्रामीण सड़कों का निर्माण पूरा हो गया है.

By DURGESH KUMAR | August 12, 2025 7:35 PM

– कुल 2024 ग्रामीण सड़कों में 1857 का निर्माण कार्य पूर्ण, कुल 1234 पुलों में 900 पुलों का भी किया जा चुका है निर्माण संवाददाता, पटना राज्य में राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक (नाबार्ड) की सहायता से 5251 किमी लंबाई की लक्ष्य के विरुद्ध 4822 किमी ग्रामीण सड़कों का निर्माण पूरा हो गया है. अन्य करीब 429 किमी लंबाई में सड़कों का निर्माण जारी है. इसे दिसंबर तक पूरा होने की संभावना है. वर्ष 2023 में राज्य की कुल 2024 ग्रामीण सड़कों के निर्माण की प्रशासनिक स्वीकृति दी गयी थी. उसमें से अब तक 1857 सड़कों का निर्माण पूरा किया गया है. इसी तरह, इन ग्रामीण सड़कों के साथ-साथ कुल 1234 पुलों के निर्माण का लक्ष्य भी नाबार्ड के सहयोग से निर्धारित किया गया था. उसमें से कुल 900 पुलों का निर्माण पूरा कर लिया गया है. शेष पुलों का निर्माण का कार्य जारी है. राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक (नाबार्ड) योजना के तहत विभिन्न जिलों में स्वीकृत सड़कों के निर्माण की ग्रामीण कार्य विभाग ने जिलावार प्रगति रिपोर्ट जारी की है. इसके मुताबकि ग्रामीण सड़कों के निर्माण में नालंदा जिला सबसे आगे है. वहां कुल 214 सड़कों की स्वीकृति में से 199 सड़कों का निर्माण पूरा किया जा चुका है. नालंदा में 370.712 किमी से भी अधिक सड़कों का निर्माण पूरा हो चुका है जबकि लक्ष्य 396.194 किमी सड़क निर्माण का तय किया गया था. साथ ही नालंदा में 67 पुलों के निर्माण के लक्ष्य में से 59 पुल बन चुके हैं. गया जी में कुल 129 सड़कों के निर्माण की मिली स्वीकृति के विरुद्ध 120 सड़कों का निर्माण किया जा चुका है. गयाजी में कुल 395.245 किमी लंबाई की सड़कें बनाने का लक्ष्य निर्धारित था. उसमें से 365.782 किमी लंबाई में सड़क बन चुकी है. गयाजी में निर्माणाधीन 57 पुलों में 46 पुलों का निर्माण भी पूरा हो चुका है. पटना में 157 सड़कों का निर्माण किया जा चुका है वहीं, राजधानी पटना जिला में कुल 166 ग्रामीण सड़कों के निर्माण की स्वीकृति दी गयी थी. उनमें से 157 सड़कों का निर्माण किया जा चुका है. पटना में कुल 360 किमी से अधिक लंबाई में ग्रामीण सड़कों के निर्माण का लक्ष्य था जबकि इस लक्ष्य के विरुद्ध कुल 329.708 किमी लंबाई में सड़क निर्माण हो चुका है. पटना के ग्रामीण इलाकों में निर्माणाधीन कुल 54 पुलों में 46 पुल बनकर तैयार हो चुके हैं. वहीं, औरंगाबाद में कुल 244.856 किमी, दरभंगा में 235.740 किमी, पूर्वी चंपारण में 230.772 किमी, मुंगेर में 202.814 किमी, रोहतास में 176.462 किमी, जहानाबाद में 169.606 किमी, सीतामढ़ी में 151.346 किमी, मुजफ्फरपुर में 139.682 किमी सड़कों का निर्माण पूरा हो चुका है. जमुई, मधुबनी, समस्तीपुर, गोपालगंज, किशनगंज और नवादा में भी ग्रामीण सड़कों के निर्माण का काम लगभग पूरा हो चुका है. ग्रामीण सड़कों के निर्माण में शीर्ष 10 जिले – नालंदा- 370.712 किमी, गयाजी- 365.728 किमी, पटना- 329.708, किमी, औरंगाबाद- 244.856 किमी, दरभंगा- 235.782 किमी, पूर्वी चंपारण- 230.772 किमी, मुंगेर- 202.814 किमी, रोहतास- 176.462 किमी, जहानाबाद- 169.606 किमी, सीतामढ़ी- 151.346 किमी

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