राजद के फैसले से भड़की कांग्रेस, कहा- राजद ने नहीं निभाया गठबंधन धर्म, हम और जाप ने कसा कांग्रेस पर तंज

उपचुनाव से पहले ही बिहार में कांग्रेस और राजद के बीच रिश्तों में दरार आ गयी है. रविवार को राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने जैसे ही दोनों सीटों पर उम्मीदवार उतारने का एलान किया. इसके बाद भड़की कांग्रेस ने कहा है कि राजद ने गठबंधन धर्म को नहीं निभाया गया है.

By Prabhat Khabar Print Desk | October 3, 2021 7:26 PM

पटना. उपचुनाव से पहले ही बिहार में कांग्रेस और राजद के बीच रिश्तों में दरार आ गयी है. रविवार को राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने जैसे ही दोनों सीटों पर उम्मीदवार उतारने का एलान किया. इसके बाद भड़की कांग्रेस ने कहा है कि राजद ने गठबंधन धर्म को नहीं निभाया गया है.

कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि वह हर हाल में कुशेश्वरस्थान से चुनाव लड़ने जा रही है. कांग्रेस नेता अशोक राम ने कहा कि अब कांग्रेस पूरे हालात पर नये सिरे से मंथन कर रही है. पार्टी आलाकमान के निर्देश आने पर पार्टी कुशेश्वरस्थान के साथ साथ तारापुर में उम्मीदवार उतारेगी.

इधर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मदन मोहन झा ने कहा कि राजद की घोषणा की उन्हें भी जानकारी मिली है. अभी कुछ भी कहना जल्दीबाजी होगा. आलाकमान को मामले की जानकारी दी जा रही है. कांग्रेस भी कुशेश्वरस्थान से चुनाव लड़ना चाहती है.

दरअसल, बिहार में हो रहे दो सीटों पर उपचुनाव में कांग्रेस कुशेश्वरस्थान की सीट चाहती थी. पिछले विधानसभा चुनाव में कुशेश्वरस्थान सीट पर कांग्रेस ने उम्मीदवार दिया था. जिन दो सीटों पर उपचुनाव हो रहे हैं उसपर पिछली बार जदयू ने कब्जा किया था. लेकिन राजद ने आज तारापुर के साथ साथ कुशेश्वरस्थान से भी उम्मीदवारों के नाम का एलान कर दिया है.

राजद के उम्मीदवारों के एलान के बाद कांग्रेस के वरीय नेता अशोक राम ने कहा कि उपचुनाव में राजद ने गठबंधन धर्म नहीं निभाया. कुशेश्वरस्थान कांग्रेस की परंपरागत सीट रही है. लेकिन राजद ने गठबंधन औऱ कांग्रेस की भावनाओं का ख्याल नहीं करते हुए वहां से चुनाव लड़ने का एलान कर दिया है. कांग्रेस नेतृत्व सभी संभावनाओं पर विचार कर रहा है.

तारापुर से उम्मीदवार दे सकती है कांग्रेस

अशोक राम के बेटे को कुशेश्वरस्थान विधानसभा सीट से कांग्रेस का उम्मीदवार माना जा रहा था. अशोक राम ने कहा कि अगर उपचुनाव में गठबंधन टूटता है तो कांग्रेस तारापुर से भी अपना उम्मीदवार दे सकती है. पार्टी आलाकमान के निर्देश का इंतजार कर रही है.

इधर, राजद और कांग्रेस के बीच बढ़ते टकरार पर विरोधी पार्टी ने भी तंज कसना शुरू कर दिया है. पूर्व मुख्यमंत्री और हम के नेता जीतन राम मांझी ने कांग्रेस को नसीहत देते हुए कहा है कि राजद ने कांग्रेस को उसकी हैसियत बता दी है. अब कम से कम कांग्रेस बिहार में राजद के साथ गठबंधन तोड़ कर अपनी इज्जत बचा ले.

इधर जाप नेता पप्पू यादव ने कहा है कि कांग्रेस को कठोर निर्णय लेने की जरुरत है. ठेकेदार, बटमार से करोड़ों रूपये लेकर टिकट गांटनेवाले दल से अब पिंड छुड़ा लेना चाहिए. पप्पू यादव ने अपने ट्वीट ने यह भी लिखा है कि राजद और भाजपा के बीच अंदरखाने तालमेल है. कांग्रेस के फैसले से बिहार को नयी दिशा मिलेगी और कई दशक के घुटन से मुक्ति मिलेगी.

Posted by Ashish Jha

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