Chhath Puja: काली घाट से गायघाट तक प्रमंडलीय आयुक्त का निरीक्षण,पक्के घाटों से मिट्टी हटाने का निर्देश
Chhath Puja: बिहार की आस्था का सबसे बड़ा पर्व — छठ — नजदीक है और गंगा किनारे के घाटों पर तैयारियों को लेकर प्रशासनिक हलचल तेज हो गई है. पटना के प्रमुख घाटों पर अधिकारियों ने खुद मौके पर जाकर व्यवस्थाओं का जायजा लिया और साफ-सफाई, सुरक्षा व श्रद्धालुओं की सुविधा को लेकर सख्त निर्देश जारी किए.
Chhath Puja: छठ महापर्व की तैयारियों को अंतिम रूप देने के उद्देश्य से मंगलवार की सुबह पटना प्रमंडलीय आयुक्त अनिमेष कुमार पराशर ने एक व्यापक निरीक्षण अभियान चलाया. जिलाधिकारी डॉ. त्यागराजन एसएम, वरीय पुलिस अधीक्षक कार्तिकेय के शर्मा, नगर आयुक्त यशपाल मीणा और अन्य वरिष्ठ अधिकारी उनके साथ मौजूद थे. यह निरीक्षण लगभग तीन घंटे तक चला, जिसमें काली मंदिर (दरभंगा हाउस) से लेकर गायघाट तक के लगभग 28 प्रमुख घाटों की स्थिति का बारीकी से आकलन किया गया.
पक्के घाटों से मिट्टी हटाने और बैरिकेडिंग का निर्देश
निरीक्षण में सामने आया कि कई पक्के घाटों की सीढ़ियों पर मिट्टी और कीचड़ जमी हुई है. प्रमंडलीय आयुक्त ने नगर निगम को तत्काल रानी घाट, घघा घाट, रौशन घाट, कृष्णा घाट और बहरवा घाट सहित अन्य घाटों की सफाई करने का निर्देश दिया. साथ ही दीपावली के आसपास सभी घाटों पर बैरिकेडिंग का कार्य शुरू करने को कहा गया. खतरनाक घाटों को लाल रंग के कपड़े से घेरने और सुरक्षा के लिहाज से बड़े अक्षरों में घाट का नाम व नियंत्रण कक्ष का नंबर लिखने के आदेश भी जारी किए गए.
गंगा के जलस्तर को लेकर अधिकारियों ने जताई चिंता
निरीक्षण के दौरान गंगा नदी के जलस्तर को एक अहम चुनौती के रूप में रेखांकित किया गया. अधिकारियों ने आयुक्त को बताया कि इस वर्ष छठ पर्व पिछले साल की तुलना में करीब 10 दिन पहले पड़ रहा है और वर्तमान में जलस्तर भी पिछले वर्ष की तुलना में अधिक है. जल संसाधन विभाग ने जानकारी दी कि पिछले 24 घंटों में गांधी घाट पर जलस्तर में 19 सेंटीमीटर की कमी दर्ज की गई है और पर्व के समय यह 45 से 46 मीटर के बीच रहने की संभावना है.
श्रद्धालुओं की सुविधा सर्वोपरि: सख्त प्रशासनिक निर्देश
प्रमंडलीय आयुक्त ने निरीक्षण के बाद अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिया कि श्रद्धालुओं और छठव्रतियों को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो. उन्होंने कहा कि काली मंदिर से गायघाट और पटना सिटी की ओर लाखों श्रद्धालु प्रतिवर्ष छठ करने आते हैं, इसलिए सभी व्यवस्थाओं को मज़बूत और त्रुटिहीन रखना अनिवार्य है. उन्होंने सफ़ाई व्यवस्था, प्रकाश, सुरक्षा, बैरिकेडिंग और आपातकालीन सेवाओं की तैनाती को लेकर भी समीक्षा की.
निरीक्षण के दौरान जिला कृषि पदाधिकारी अपने सेक्टर में अनुपस्थित पाए गए. इस पर आयुक्त ने कड़ी नाराजगी जताते हुए जिलाधिकारी को उनसे स्पष्टीकरण मांगने और अनुशासनात्मक व विभागीय कार्रवाई करने का निर्देश दिया उन्होंने साफ कहा कि छठ पर्व की तैयारियों में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी और सभी अधिकारी समय पर ड्यूटी पर उपस्थित रहें.
