Bihar Teacher: नियोजित शिक्षकों के बहाली पर लटकी तलवार, नौकरी तो जाएगी ही, कार्रवाई अलग से
Bihar Teacher News: बिहार में नियोजित शिक्षक बहाली में बड़े फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ है. निगरानी विभाग की जांच में 6.46 लाख से अधिक प्रमाण पत्रों की पड़ताल हो चुकी है. 1,707 FIR में 2,912 अभियुक्त बनाए गए हैं. फर्जी डिग्री पर नौकरी पाने वालों पर कार्रवाई तय है, आने वाले दिनों में मामले और बढ़ सकते हैं.
शुभम कुमार/पटना/बिहार: बिहार में नियोजित शिक्षकों की बहाली प्रक्रिया में हुए फर्जीवाड़े को लेकर निगरानी विभाग (विजिलेंस डिपार्टमेंट) ने बड़ी रिपोर्ट शेयर की है. हाइकोर्ट के निर्देश पर साल 2006 से 2015 के बीच नियुक्त नियोजित शिक्षकों के डिग्रियों की गहन जांच की जा रही है. जांच के दायरे में लाखों शिक्षक शामिल हैं जिनके प्रमाण पत्रों की सत्यता परखी जा रही है. निगरानी विभाग के अनुसार 30 नवंबर 2025 तक में 1,707 लोगों पर FIR हो चुका है जिसमे 2,912 लोगों को अभियुक्त बनाया गया है. कई FIR में एक से अधिक शिक्षकों को नामजद किया गया है.
6.46 लाख से अधिक प्रमाण पत्रों की हो चुकी है जांच
निगरानी अन्वेषण ब्यूरो के डीजी जितेंद्र सिंह गंगवार ने बताया कि अब तक 6 लाख 46 हजार 796 शिक्षकों के मूल शैक्षणिक प्रमाण पत्रों की जांच पूरी कर ली गयी है. विभाग हर महीने जांच में प्रगति की समीक्षा कर रहा है.
इस साल 126 Bihar Teacher पर FIR
उन्होंने बताया कि वर्ष 2025 में निगरानी की कार्रवाई में तेजी देखने को मिली है. इस साल अब तक 126 नयी एफआइआर अलग-अलग जिलों में दर्ज करायी गयी हैं. मार्च महीने में सर्वाधिक 21 मामले, जनवरी में 16 और नवंबर में 15 प्राथमिकी दर्ज हुई हैं.
जांच में सामने आए फर्जी दस्तावेज
जांच के दौरान बड़ी संख्या में शिक्षकों के प्रमाण पत्र फर्जी पाए गए हैं. कई मामलों में विश्वविद्यालयों और बोर्डों से सत्यापन के दौरान फर्जीवाड़े का बड़ा रैकेट भी उजागर हुआ है. जांच पूरी होने के बाद कार्रवाई होगी, जिसमें भारी संख्या में फर्जी दस्तावेजों पर नौकरी पाने वाले शिक्षकों की नौकरी जायेगी.
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कोर्ट के आदेश पर हो रही है जांच
डीजी ने साफ किया है कि कोर्ट के निर्देशानुसार जांच निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से आगे बढ़ रही है. उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ेगी, मामलों और अभियुक्तों की संख्या में और बढ़ोतरी हो सकती है.
