काश! लालू से बच्चे पूछते, गरीबों की जमीन हमारे नाम लिखवाने की क्या जरूरत थी, लैंड फॉर जॉब स्कैम पर BJP का तंज

लालू परिवार पर इडी की छापेमारी को लेकर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ संजय जायसवाल ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर कहा कि जीवन के बाद स्वर्ग और नर्क क्या होता है, यह तो किसी को पता नहीं, लेकिन प्रत्येक मनुष्य को अपने कुकर्मों की सजा इसी जीवन में भुगतनी पड़ती है

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 12, 2023 6:37 AM

रेलवे में जमीन के बदले घोटाला मामले में प्रवर्तन निदेशालय और सीबीआई की कार्रवाई जारी है. इडी की टीम ने उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के दिल्ली और पूर्व विधायक अबु दोजाना के पटना व लालू प्रसाद एवं राबड़ी देवी के तीन बेटियों के आवास पर छापेमारी की. वहीं इस मामले को लेकर विपक्ष लगातार हमलावर बना हुआ है. इसी क्रम में बिहार भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष ने तंज कसते हुए कहा है कि मनुष्य को अपने कुकर्मों की सजा इसी जीवन में भुगतनी पड़ती है, लालू परिवार उसका साक्षात उदाहरण है.

संजय जायसवाल ने किया ट्वीट 

लालू परिवार पर इडी की छापेमारी को लेकर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ संजय जायसवाल ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर कहा कि जीवन के बाद स्वर्ग और नर्क क्या होता है, यह तो किसी को पता नहीं, लेकिन प्रत्येक मनुष्य को अपने कुकर्मों की सजा इसी जीवन में भुगतनी पड़ती है. लालू परिवार उसका साक्षात उदाहरण है.


गरीबों की जमीन हमारे नाम लिखवाने की क्या आवश्यकता थी

डॉ संजय जायसवाल ने कहा कि अगर पिता अगर गलत काम करे, तो उसे रोकना भी बच्चों का ही काम होता है. एक बार भी अगर बच्चों ने यह पूछ लिया होता कि पिताजी आपको और मां को बिहार का मुख्यमंत्री बिहार की जनता ने बनाया. उस समय आपने 10 हजार करोड़ का घोटाला किया और जेल भी गये. जेल से आने के पश्चात सांसद बन कर रेल मंत्री बने. जब आपके पास इतने ज्यादा पैसे घोटाले के हो ही गये थे, तो फिर गरीबों को नौकरी देकर उनकी जमीन हम सभी के नाम पर लिखाने की क्या आवश्यकता थी? आज आपके कुकर्म के कारण हम सब पर भी जेल जाने का खतरा मंडरा रहा है.

लालू परिवार की स्थिति भ्रष्टाचार करने वालों के लिए सबक 

डॉ जायसवाल ने कहा कि लालू परिवार की स्थिति हर उस व्यक्ति के लिए सबक है, जो भ्रष्टाचार के पैसों से अपने परिवार की खुशी खरीदता है. हर किसी को अपने कर्मों का हिसाब यहीं देकर जाना है. क्योंकि जीवन के बाद स्वर्ग और नर्क क्या होता है किसी को पता नहीं.

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