होली बाद राजनीति में आयेंगे CM नीतीश के बेटे निशांत! पटना में JDU ऑफिस के बाहर लगा पोस्टर

Bihar Politics: बिहार की सियासत में हलचल तेज हो गई है. पटना में JDU कार्यालय के बाहर कार्यकर्ताओं ने पोस्टर लगाकर CM नीतीश कुमार के बेटे निशांत कुमार को राजनीति में आने की अपील की है. अब तक राजनीति से दूर रहे निशांत के लिए ये समर्थन क्या संकेत दे रहा है, इस पर चर्चाएं तेज हो गई हैं.

By Anshuman Parashar | March 15, 2025 10:57 AM

Bihar Politics: बिहार विधानसभा चुनाव से पहले CM नीतीश कुमार के बेटे निशांत कुमार की राजनीति में एंट्री को लेकर चर्चाएं तेज हो गई हैं. पटना स्थित JDU कार्यालय के बाहर कार्यकर्ताओं द्वारा पोस्टर लगाए गए हैं, जिसमें निशांत कुमार को राजनीति में शामिल होने की अपील की गई है. इन पोस्टरों के सामने आने के बाद सियासी गलियारों में हलचल मच गई है.

पटना में लगे पोस्टर, कार्यकर्ताओं ने किया निशांत का स्वागत

पटना में जेडीयू कार्यालय के बाहर निशांत कुमार के समर्थन में बड़े-बड़े पोस्टर लगाए गए हैं, जिनमें लिखा गया है—
“बिहार की जनता करे पुकार, निशांत का राजनीति में है स्वागत.”
इसके अलावा, एक अन्य पोस्टर में होली और रमजान की शुभकामनाओं के साथ लिखा गया है—
“नीतीश कुमार का है अभिमान, राजनीति में आएं निशांत कुमार.”
वहीं, एक तीसरे पोस्टर में अपील की गई है—
“जेडीयू के लोग करे पुकार, पार्टी में शामिल होइए निशांत कुमार.”

इन पोस्टरों में सीएम नीतीश कुमार और उनके बेटे निशांत कुमार की तस्वीरें भी नजर आ रही हैं. कार्यकर्ताओं का मानना है कि नीतीश कुमार के बाद निशांत कुमार ही JDU की कमान संभाल सकते हैं और उनके राजनीति में आने से पार्टी को मजबूती मिलेगी.

क्या निशांत कुमार लेंगे राजनीति में एंट्री?

हालांकि, अब तक निशांत कुमार ने खुद राजनीति में आने को लेकर कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है. लेकिन, इन पोस्टरों के सामने आने से एक बार फिर उनके सक्रिय राजनीति में उतरने की चर्चा जोरों पर है. इससे पहले भी, निशांत ने यह बयान दिया था कि वह चाहते हैं कि उनके पिता नीतीश कुमार को एक बार फिर मुख्यमंत्री बनाया जाए. उन्होंने एनडीए से भी अपील की थी कि नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री पद का चेहरा घोषित किया जाए.

सियासी गलियारों में हलचल, विपक्ष ने साधा निशाना

इन पोस्टरों को लेकर राजनीतिक गलियारों में तरह-तरह की चर्चाएं हो रही हैं. विपक्ष ने इस पर तंज कसते हुए कहा कि जेडीयू में अब परिवारवाद हावी हो रहा है. वहीं, पार्टी के अंदर भी इस पर मिलीजुली प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है. कुछ नेता निशांत कुमार के समर्थन में हैं, तो कुछ का मानना है कि यह सिर्फ कार्यकर्ताओं की व्यक्तिगत राय है.

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क्या JDU में होगी नई राजनीति की शुरुआत?

बिहार की राजनीति में पहले भी वंशवाद का मुद्दा बड़ा विषय रहा है. लालू यादव के परिवार के बाद अब नीतीश कुमार के परिवार को लेकर भी सवाल उठने लगे हैं. हालांकि, निशांत कुमार राजनीति से हमेशा दूर रहे हैं और उन्होंने अब तक किसी भी सियासी मंच पर खुद को पेश नहीं किया है. लेकिन, इन पोस्टरों ने जेडीयू के अंदर और बाहर नई चर्चाओं को जन्म दे दिया है.