बिहार पुलिस के 40 जवानों की तेलंगाना में ट्रेनिंग, जंगल और पहाड़ी इलाकों में अब नक्सलियों की खैर नहीं

बिहार पुलिस ने अपने 40 जवानों का चयन किया है जो नक्सलियों के खिलाफ ऑपरेशन के लिए विशेष ट्रेनिंग लेने तेलांगना भेजे जाएंगे. इन जवानों को गुरिल्ला वार के लिए भी तैयार किया जाएगा.

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 6, 2022 2:45 PM

नक्सलियों के खिलाफ आपॅरेशन के लिए अब बिहार पुलिस ने अपने 40 जवानों और अफसरों को चयन किया है. इन जवानों को स्पेशल ट्रेनिंग दिया जाएगा. जिसके बाद ये जवान बिहार में नक्सलियों के ऊपर काल बनकर टूटेंगे. इन जवानों की ट्रेनिंग तेलंगाना में होगी. जहां गोरिल्ला वार का भी इन्हें प्रशिक्षण दिया जाएगा. इस ट्रेनिंग में जवानों को पहाड़ों और दुर्गम इलाकों में अभियान के दौरान आने वाली मुश्किलों का सामना करने और उससे निबटने के गुर सिखाये जाएंगे.

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, एसटीएफ के लिए बिहार के 40 जवानों और अफसरों का चयन किया गया है. ये जवान ट्रेनिंग लेने के लिए तेलंगाना जाएंगे. यह दल वहां दो महीने के करीब प्रशिक्षण लेगा. ट्रेनिंग लेकर बिहार लौटने पर ये जवान नक्सली ऑपरेशन के लिए बनाए गये अभियान टीम में शामिल हो जाएंगे. बता दें कि नक्सल विरोधी अभियान के लिए एसटीएफ में विशेष तौर पर अभियान दल का गठन किया गया है. तेलंगाना पुलिस के प्रशिक्षण केंद्र में इनकी विशेष ट्रेनिंग होती है.

जानकारी के अनुसार, बिहार पुलिस ने इस टीम के लिए तेज-तर्रार और कम उम्र के जवानों को सेलेक्ट किया है. इसमें 36 जवान जबकि 4 सब-इंस्पेक्टर शामिल हैं. गौरतलब है कि बिहार के कई इलाके नक्सल प्रभावित हैं. आए दिन नक्सली हमलों और वारदातों की खबरें सामने आती रहती है. मुंगेर, जमुई, लखीसराय समेत कई जिले ऐसे हैं जहां नक्सलियों की दशहत है. दुर्गम इलाकों में नक्सलियों से निबटना हमेसा पुलिस के लिए एक चैलेंज रहा है.

Also Read: Bihar Corona: बिहार के आधा दर्जन मंत्री कोरोना पॉजिटिव, सियासी गलियारे में तीसरी लहर का खौफ

जंगल और पहाड़ी इलाके नक्सलियों के लिए हमेसा सुरक्षित इलाका बनता रहा है. पुलिस जब भी यहां ऑपरेशन करती है तो उनके सामने बड़ा चैलेंज रहता है. तेलंगाना में पुलिस के जवानों को इसकी ट्रेनिंग दी जाएगी कि इन इलाकों में वो किस तरह विशेष तैयारी कर सकते हैं. अभियान में आने वाली मुश्किलों के लिए भी व गुरिल्ला वार के लिए भी जवानों को तैयार किया जाएगा. इस ट्रेनिंग को काफी सख्त माना जाता है.

Published By: Thakur Shaktilochan

Next Article

Exit mobile version