Bihar Ka Mausam: 27 जिलों में यलो से लेकर ऑरेंज चेतावनी, उमस से राहत लेकिन बाढ़ का खतरा
Bihar Ka Mausam: बिहार में मानसून लौट आया है—लेकिन राहत के साथ-साथ खतरे की आहट भी लेकर. कभी रुक-रुककर, तो कभी मूसलाधार—बारिश का यह सिलसिला आने वाले दिनों में जनजीवन को पूरी तरह बदल सकता है.
Aaj Bihar Ka Mausam: बिहार में मौसम का मिजाज एक बार फिर करवट ले चुका है. मौसम विज्ञान केंद्र ने आज यानी शनिवार को 27 जिलों में बारिश का यलो अलर्ट जारी किया है. वहीं, अररिया और किशनगंज जैसे जिलों में अति भारी बारिश की आशंका जताई गई है.
बंगाल की खाड़ी से आ रही नमी और उत्तर बिहार में बने लो-प्रेशर सिस्टम ने मानसून को फिर से सक्रिय कर दिया है. इसका असर पूरे राज्य पर दिख रहा है—जहां एक ओर तापमान में गिरावट से उमस भरी गर्मी से राहत मिलेगी, वहीं दूसरी ओर बाढ़, जलजमाव और तेज हवाओं के चलते लोगों की मुश्किलें बढ़ सकती हैं. मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि यह दौर 17 से 18 सितंबर तक जारी रह सकता है.
मानसून की वापसी, मौसम विभाग का अलर्ट
बिहार में सितंबर का आधा महीना बीत चुका है और अब मानसून ने फिर से जोर पकड़ लिया है. मौसम विज्ञान केंद्र ने शनिवार को राज्य के 27 जिलों में बारिश का यलो अलर्ट जारी किया है.
वहीं अररिया और किशनगंज में अति भारी बारिश की संभावना जताई गई है, जिसके लिए ऑरेंज अलर्ट जारी हुआ है. सुपौल, पूर्णिया, जमुई और नवादा जैसे जिलों में भी भारी वर्षा का अनुमान है.
क्यों बरस रही है इतनी बारिश
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, उत्तर बिहार और उसके आसपास के इलाकों में निम्न दबाव का क्षेत्र सक्रिय है. इसके साथ ही बंगाल की खाड़ी से लगातार नमी भरी हवाएं आ रही हैं. यही वजह है कि मानसून दोबारा सक्रिय हुआ है और प्रदेश के कई हिस्सों में मूसलाधार बारिश शुरू हो गई है. यह सिलसिला 17 और 18 सितंबर तक जारी रहने का पूर्वानुमान है.
पटना का मौसम कैसा रहेगा
राजधानी पटना में शनिवार से ही बादलों का डेरा है. हल्की से मध्यम बारिश का दौर शुरू हो चुका है और आने वाले दिनों में तेज वर्षा की संभावना है. मौसम विभाग का अनुमान है कि अधिकतम तापमान 33 से 35 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 25 से 27 डिग्री सेल्सियस के बीच रहेगा.
लगातार बारिश से उमस भरी गर्मी से राहत मिलेगी, लेकिन जलजमाव की समस्या लोगों के लिए बड़ी चुनौती बन सकती है.
उत्तर बिहार पर सबसे ज्यादा असर
इस बार बारिश का असर सबसे अधिक उत्तर बिहार के जिलों में देखने को मिलेगा. अररिया, किशनगंज, सुपौल और पूर्णिया जैसे इलाकों में झमाझम बारिश से नदियों का जलस्तर बढ़ सकता है. ग्रामीण इलाकों में बाढ़ और खेतों में जलजमाव की आशंका है.
वहीं, दक्षिण बिहार भी इससे अछूता नहीं रहेगा. भागलपुर, बांका, मुंगेर और जमुई में भी बारिश का असर दिखने की संभावना है.
तापमान में आएगी गिरावट
लगातार बारिश का एक बड़ा फायदा यह होगा कि लोगों को तेज गर्मी और उमस से राहत मिलेगी. मौसम विभाग ने अनुमान जताया है कि आने वाले दिनों में अधिकतम तापमान में दो से तीन डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट दर्ज की जाएगी.
सामान्य तौर पर अधिकतम तापमान 32 से 36 डिग्री और न्यूनतम तापमान 24 से 28 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने की संभावना है.
बारिश से बढ़ेंगी चुनौतियां
बारिश जहां गर्मी से राहत लेकर आएगी, वहीं कई जिलों में यह मुसीबत का सबब भी बन सकती है. पहले से ही औसत से 31 फीसदी कम वर्षा दर्ज की गई है, लेकिन अब एक साथ मूसलाधार बारिश से हालात बिगड़ सकते हैं.
नदियों का जलस्तर बढ़ने और निचले इलाकों में पानी भरने की आशंका है. कई जगहों पर सड़क और आवागमन बाधित हो सकता है.
लोगों के लिए चेतावनी
मौसम विभाग ने लोगों को सचेत किया है कि बारिश के दौरान सावधानी बरतें. बिजली गिरने की संभावना बनी हुई है, इसलिए खेतों या खुले इलाकों में काम करने से बचने की सलाह दी गई है. इसके अलावा, हवा की रफ्तार 40 किलोमीटर प्रति घंटा तक पहुंच सकती है, जिससे पेड़ों के गिरने या कच्चे मकानों को नुकसान का खतरा है.
