Bihar Flood Alert: बिहार के इन 6 क्षेत्रों में खतरे की रेखा पार कर चुकी गंगा, नाव के सहारे स्कूल जा रहे छात्र

Bihar Flood Alert: बिहार में गंगा नदी के बढ़ते जलस्तर ने एक बार फिर बाढ़ का खतरा गहरा कर दिया है. राज्य के कई जिलों में गंगा खतरे के निशान को पार कर चुकी है, जिससे गांवों में पानी भर गया है और जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है. स्थिति को देखते हुए प्रशासन अलर्ट मोड में है.

By Abhinandan Pandey | July 25, 2025 4:05 PM

Bihar Flood Alert: बिहार एक बार फिर बाढ़ के गहराते संकट से जूझ रहा है. गंगा नदी के जलस्तर में लगातार हो रही वृद्धि ने राज्य की नाजुक जल प्रबंधन व्यवस्था को एक बार फिर कठघरे में खड़ा कर दिया है. केंद्रीय जल आयोग (CWC) के ताजा आंकड़ों के अनुसार, राज्य के 6 प्रमुख नदी-निगरानी केंद्र खतरे के निशान से ऊपर पहुंच चुके हैं, जबकि 9 अन्य चेतावनी स्तर पार कर चुके हैं.

इन क्षेत्रों में खतरे की रेखा पार कर चुकी गंगा

बक्सर, गांधी घाट (पटना), हाथीदह और कहलगांव (भागलपुर) जैसे संवेदनशील केंद्रों पर गंगा पहले ही खतरे की रेखा पार कर चुकी है. वहीं, वैशाली, मुंगेर, कटिहार जैसे जिलों में भी हालात तेजी से बिगड़ रहे हैं. उत्तर प्रदेश का बलिया और झारखंड का साहिबगंज भी इस आपदा से अछूता नहीं है. गंगा के उफान का असर इन सीमावर्ती जिलों में भी देखने को मिल रहा है.

बीते तीन दिनों में जलस्तर में 50 सेंटीमीटर की तेजी

पटना के गांधी घाट पर बीते तीन दिनों में जलस्तर में 50 सेंटीमीटर की तेजी दर्ज की गई है, जबकि कहलगांव में 30 सेंटीमीटर और कुर्सेला स्टेशन (कटिहार) पर 28 सेंटीमीटर की वृद्धि देखी गई है. ये आंकड़े न सिर्फ खतरे की घंटी हैं, बल्कि यह भी दर्शाते हैं कि आने वाले दिनों में हालात और बिगड़ सकते हैं.

पटना का 15 फीसदी हिस्सा बाढ़ की चपेट में

सैटेलाइट इमेजेज के जरिए सामने आया है कि पटना जिले का लगभग 15 फीसदी हिस्सा बाढ़ की चपेट में है, जबकि भागलपुर में यह आंकड़ा 15.7 फीसदी तक पहुंच चुका है. बेगूसराय और खगड़िया भी बाढ़ के पानी में डूब रहे हैं, जहां क्रमशः 6.4 और 8.5 फीसदी इलाके प्रभावित हैं.

ग्रामीण इलाकों में स्थिति भयावह

ग्रामीण इलाकों में स्थिति और भयावह है. भोजपुर के जवनिया गांव में गंगा का पानी घरों तक पहुंच गया है, जहां 50 से ज्यादा मकान बह गए हैं. खगड़िया में छात्र नाव के सहारे स्कूल जा रहे हैं, सड़कों पर घुटनों तक पानी भर चुका है, और हजारों लोग राहत शिविरों का इंतजार कर रहे हैं.

इंजीनियर और SDRF की टीम सक्रिय

राज्य सरकार ने जल संसाधन विभाग के इंजीनियरों और SDRF की टीमों को सक्रिय कर दिया है, लेकिन नेपाल और अन्य ऊपरी इलाकों में हो रही लगातार बारिश से हालात और खराब होने की आशंका बनी हुई है. ऐसे में बिहार के लिए यह बाढ़ एक बड़ी चुनौती बनती जा रही है, जो जल्द राहत की बजाय और मुसीबतें खड़ी कर सकती है.

(जयश्री आनंद की रिपोर्ट)

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