Bihar Elections 2025: PM Modi के रोड शो में नीतीश की गैरमौजूदगी पर सियासत गरम,चिराग बोले “रणनीति के तहत बांटी गई जिम्मेदारियां”

Bihar Elections 2025: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पटना रोड शो में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की गैरमौजूदगी ने बिहार के सियासी गलियारों में हलचल मचा दी है. विपक्ष ने इसे ‘अंदरूनी दूरी’ बताया तो एनडीए ने इसे ‘रणनीतिक जिम्मेदारी का बंटवारा’.

By Pratyush Prashant | November 3, 2025 1:47 PM

Bihar Elections 2025: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के पहले चरण की वोटिंग से ठीक पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पटना रोड शो में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का मंच पर न दिखना सियासी चर्चा का केंद्र बन गया है. महागठबंधन ने इसे एनडीए में “दरार का संकेत” बताया, जबकि एनडीए नेताओं ने साफ किया कि प्रचार की व्यस्तता और सीमित समय के चलते जिम्मेदारियां पहले ही आपस में बांट दी गई थीं.

तेजस्वी का तंज—“प्रधानमंत्री के साथ इसलिए नहीं रखे गए नीतीश”

राजद नेता और महागठबंधन के मुख्यमंत्री उम्मीदवार तेजस्वी यादव ने सोमवार को प्रधानमंत्री मोदी के रोड शो को लेकर टिप्पणी की. उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री को अब मुख्यमंत्री के रूप में नीतीश कुमार पर भरोसा नहीं रहा. यही वजह है कि उन्हें साथ मंच पर जगह नहीं दी गई.” तेजस्वी ने आगे कहा कि भाजपा ने पहले ही यह साफ कर दिया है कि नीतीश कुमार इस बार मुख्यमंत्री नहीं बनने वाले हैं.

तेजस्वी ने प्रधानमंत्री के बार-बार बिहार आने पर भी सवाल उठाया. उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री के पास क्या कोई काम नहीं बचा है जो वे चार महीने से बिहार में कैंप किए हुए हैं?”

चिराग पासवान का पलटवार—“तेजस्वी को समझ नहीं है, हम रणनीति से चल रहे हैं”

तेजस्वी यादव के इन बयानों पर एनडीए नेता और केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने तीखा पलटवार किया. उन्होंने कहा कि तेजस्वी को एनडीए की रणनीति की समझ नहीं है. “जब प्रचार का समय इतना कम हो, तो जिम्मेदारियां बांटना ही समझदारी है. प्रधानमंत्री अपनी भूमिका निभा रहे हैं और मुख्यमंत्री हर दिन सैकड़ों किलोमीटर बाय रोड प्रचार कर रहे हैं. उन्होंने ढाई सौ से तीन सौ किलोमीटर रोज का सफर तय किया है,” चिराग ने कहा.

चिराग पासवान ने यह भी बताया कि दीपावली और छठ जैसे त्योहारों के कारण प्रचार में चार दिन का वक्त निकल गया, उसके बाद लगातार दो दिन बारिश के कारण प्रचार रुकना पड़ा. “इसलिए हमने तय किया कि नेता अलग-अलग इलाकों में जाकर जनता से जुड़ें. अगर पांचों दलों के नेता हर मंच पर साथ रहेंगे तो संसाधन और समय दोनों का पूरा इस्तेमाल नहीं हो पाएगा,” उन्होंने कहा.

“डे वन से तय था प्लान”—चिराग ने दी सफाई

चिराग पासवान ने बताया कि एनडीए ने शुरुआत से ही एक योजना बनाई थी कि पहली सभा में सभी दल एक साथ मंच साझा करेंगे और प्रचार के अंतिम दौर में फिर एक साथ आएंगे. “बीच के वक्त हम सब अलग-अलग जिम्मेदारियां निभा रहे हैं. इससे हमारा संदेश अधिक लोगों तक पहुंचता है. इसे किसी मतभेद के रूप में देखना गलत है,” उन्होंने स्पष्ट किया.

प्रधानमंत्री के बार-बार बिहार आने पर चिराग ने कहा कि यह राज्य के लिए गौरव की बात है. “तेजस्वी यादव हार की हताशा में कुछ भी बोल रहे हैं. प्रधानमंत्री जी बार-बार बिहार आ रहे हैं, यह हमारे लिए गर्व की बात है. कौन सा प्रधानमंत्री इससे पहले बिहार को इतनी प्राथमिकता देता था? तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने के बाद मोदी जी 12 बार बिहार आ चुके हैं,” उन्होंने कहा.

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