Bihar Election 2025: अलीनगर में ‘स्थानीय बनाम बाहरी’ की जंग, बीजेपी प्रत्याशी मैथिली ठाकुर बनीं सियासत का केंद्र
Bihar Election 2025: लोकप्रियता बनाम स्थानीयता .यही अलीनगर विधानसभा की सियासी कहानी है. मंच पर गूंज रही आवाज अब चुनावी दांव बन चुकी है.
Bihar Election 2025: दरभंगा जिले की अलीनगर विधानसभा सीट इस बार बिहार की सियासत में सबसे चर्चित क्षेत्रों में से एक बन गई है. वजह हैं लोकगायिका मैथिली ठाकुर, जो भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की उम्मीदवार के रूप में चुनावी मैदान में हैं. उनके सामने हैं राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के पुराने प्रत्याशी विनोद मिश्रा, जो पूरी तरह स्थानीय हैं. नतीजतन, यह मुकाबला अब स्थानीय बनाम बाहरी की जंग में तब्दील हो गया है और यही रंग इस चुनाव को दिलचस्प बना रहा है.
‘पाग प्रकरण’ से मचा बवाल, मिथिला सम्मान पर राजनीति गर्म
मैथिली ठाकुर के प्रचार के दौरान ‘पाग प्रकरण’ ने अलीनगर का माहौल और भी गरमा दिया. दरअसल, यूपी की विधायक केतकी सिंह ने एक सभा में मिथिला की पहचान ‘पाग’ को हाथ में लेकर पूछा “यह क्या है?”
भीड़ ने जवाब दिया, “यह मिथिला का सम्मान है.” लेकिन जब उन्होंने पाग को टेबल पर रख दिया और मैथिली की ओर इशारा करते हुए कहा “मिथिला का सम्मान यह नहीं, यह हैं.”, तो विवाद भड़क उठा.
इसके बाद मैथिली का एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें वे पाग में मखाना रखकर खाते नजर आ रही थीं. यह वीडियो घनश्यामपुर के प्रचार का बताया गया. विवाद बढ़ा तो भाजपा के वरिष्ठ नेताओं धर्मेंद्र प्रधान और केतकी सिंह दोनों ने माफी मांगी. मैथिली ने सफाई दी, “मेरे पाग में मखाना साजिशन रखकर मुझे बदनाम करने की कोशिश की गई.”
‘बाहरी’ होने का आरोप, मैथिली का जवाब — “मैं इस क्षेत्र की भगिनी हूं” मैथिली ठाकुर पर विरोधियों ने ‘बाहरी उम्मीदवार’ का ठप्पा लगाने की कोशिश की है.
उन्होंने जवाब दिया -“मेरे मामा का गांव इसी विधानसभा में है. मैं अलीनगर की भगिनी हूं. राजनीति नहीं, समाज सेवा मेरा उद्देश्य है.”
भाजपा ने पूरी ताकत झोक दी है अलीनगर में
भाजपा ने इस सीट पर पूरी ताकत झोंक दी है. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह खुद यहां सभा कर चुके हैं, धर्मेंद्र प्रधान चुनाव प्रभारी के रूप में लगातार सक्रिय हैं और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी रोड शो किया है.
राजद का पलटवार “बाहरी उम्मीदवार से जनता ऊब चुकी है” राजद प्रत्याशी विनोद मिश्रा ने कहा कि अलीनगर की जनता बाहरी प्रतिनिधि का दर्द पहले झेल चुकी है. “इस बार लोग अपने बेटे को विधायक बनाना चाहते हैं. मैथिली गायिका हैं, लेकिन राजनीति का ककहरा अभी सीखना बाकी है.”
अलीनगर विधानसभा का समीकरण
दरभंगा से करीब 50 किलोमीटर दूर अलीनगर विधानसभा क्षेत्र का बड़ा हिस्सा कमला और कोशी नदियों के बीच का बाढ़ग्रस्त इलाका है. यह दरभंगा लोकसभा सीट के तहत आता है और इसमें अलीनगर, ताड़डीह और घनश्यामपुर प्रखंड शामिल हैं. यह सीट 2008 में परिसीमन के बाद बनी और 2010 में यहां पहला चुनाव हुआ था. 2020 में वीआईपी के मिश्री लाल यादव ने राजद के विनोद मिश्रा को 3,101 वोटों से हराया था. अब 2025 में फिर वही मिश्रा मैदान में हैं. लेकिन इस बार मुकाबला सिर्फ दो दलों का नहीं, बल्कि स्थानीय बनाम बाहरी पहचान की सियासी परीक्षा का है.
