Bihar Election 2025: कोसी में दिन भर रहा हाई-वोल्टेज, ‘उड़नखटोला’ की गूंज से गूंजता रहा आसमान, शाम पांच बजते ही छा गया सन्नाटा
Bihar Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण में होने वाली 122 सीटों पर चुनाव प्रचार का शोर रविवार शाम समाप्त हो गया. अंतिम चरण का मतदान मंगलवार को सुबह सात बजे से शुरू हो जायेगा. चुनाव आयोग के निर्देश के अनुसार रविवार रात के पहले पहर से ही इन क्षेत्रों में चुनावी सभाएं, रैली और रोड शो पर पूरी तरह से प्रतिबंध लग गया है.
Table of Contents
Bihar Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण में मतदान से पहले रविवार को सुपौल जिले के पांच विधानसभा क्षेत्र सुपौल, पिपरा, छातापुर, निर्मली और त्रिवेणीगंज में चुनाव प्रचार पूरे शबाब पर दिखा. दिनभर आसमान में नेताओं के हेलिकॉप्टरों की आवाज गूंजती रही और जमीं पर नारों, बैनरों व जनसभाओं की गर्मी चरम पर रही. शाम पांच बजे प्रचार थमने के साथ ही पूरा माहौल एकदम शांत हो गया, लेकिन दिनभर जिले में चुनावी जोश का ऐसा नजारा देखने को मिला जो लोगों के ज़ेहन में लंबे समय तक रहेगा.
नेताओं की रैलियों से गूंजा कोसी
रविवार की सुबह से ही सुपौल, निर्मली और छातापुर के आसमान में हेलिकॉप्टरों की आवाज सुनाई देती रही. बीजेपी, जदयू, राजद, कांग्रेस और अन्य दलों के स्टार प्रचारकों ने अलग-अलग जगहों पर जनसभाओं को संबोधित किया. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने छातापुर के भीमपुर के अलावे सभी विधानसभा क्षेत्रों में दलीय व निर्दलीय प्रत्याशी द्वारा रोड शो निकालकर शक्ति प्रदर्शन किया गया. प्रत्येक जनसभा में भीड़ जुटाने के लिए कार्यकर्ता सुबह से सक्रिय दिखे. गांवों में ढोल-नगाड़े बजते रहे और युवाओं की टोली बाइक रैलियों के ज़रिए लोगों से मतदान की अपील करती नजर आई.
प्रचार का अंतिम दिन बना चुनावी उत्सव
चुनाव प्रचार का आखिरी दिन किसी उत्सव से कम नहीं दिखा. शहरों से लेकर गांवों तक राजनीतिक रंगत छाई रही. कहीं एनडीए के समर्थक फिर एक बार, मोदी-नीतीश सरकार के नारे लगा रहे थे, तो दूसरी ओर महागठबंधन समर्थक बदलेगा बिहार, बनेंगे तेजस्वी सरकार का प्रचार कर रहे थे. बाजारों में लाउडस्पीकर से पार्टी गीत बजते रहे और हर चौक-चौराहे पर मतदाताओं को आकर्षित करने की होड़ मची रही.
प्रशासन ने संभाली कमान
प्रचार प्रचार थमने के बाद जिला प्रशासन ने सभी पांचों विधानसभा क्षेत्रों में फ्लैग मार्च निकाला. सुरक्षा बलों ने सड़क पर उतरकर लोगों को शांतिपूर्ण मतदान का संदेश दिया. जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक ने बताया कि मतदान के दिन हर बूथ पर पर्याप्त सुरक्षा बल तैनात रहेंगे. इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन को लेकर भी सभी मतदान केंद्रों पर तैयारियां पूरी कर ली गई हैं.
शाम पांच बजे के बाद छा गई सन्नाटा
जैसे ही घड़ी की सुई शाम पांच बजने का संकेत देती है, पूरे जिले में चुनावी शोर थम जाता है. हेलिकॉप्टरों की आवाजें गायब हो जाती हैं, मंचों पर माइक बंद हो जाते हैं और लोगों की भीड़ धीरे-धीरे घरों को लौटने लगती है. जहां दिनभर माहौल में उत्साह और प्रतिस्पर्धा का ताप था, वहीं शाम होते-होते एक सन्नाटा पसर गया. अब मतदाता अपने-अपने स्तर पर उम्मीदवारों का मूल्यांकन करने में जुट गए हैं. अब सभी दलों की निगाहें मतदान के दिन मतदाताओं के रुख पर टिकी हैं कौन बनेगा सुपौल का सिरमौर, इसका जवाब 11 नवंबर को मतपेटी से निकलेगा.
