मगध-सीमांचल की 50 सीटें बनेगी सत्ता के सिंहासन की सीढ़ी, जानें अभी कितनी सीटों पर महागठबंधन और NDA का कब्जा
Bihar Election 2025: सीमांचल में धमदाहा, आमौर, जोकीहाट, रूपौली सीट पर सबकी नजरें गड़ी हैं. धमदाहा से मंत्री लेशी सिंह विधायक हैं. उनका मुकाबला राजद के संतोष कुमार से है. मगध के इलाके में सवर्ण और दलित वोट बैंक साधने वाले गठबंधन को जीत हासिल होगी. वहीं भभुआ में भाजपा व राजद के बीच मुकाबला है. रोहतास की काराकाट सीट से भाकपा माले व जदयू के बीच लड़ाई है. इस सीट से भोजपुरी स्टार पवन सिंह की पत्नी ज्योति सिंह भी मैदान में डंटी हुई हैं.
Table of Contents
Bihar Election 2025: मनोज कुमार, पटना. बिहार में दूसरे चरण का मतदान 11 नवंबर को होगा. इस चरण में रोहतास और कैमूर समेत मगध की 26 तथा सीमांचल की 24 विधानसभा सीटों पर वोट डाले जाएंगे. इन दोनों इलाकों की कुल 50 सीटें सत्ता की चाबी साबित हो सकती हैं. इन दोनों इलाकों में बढ़त हासिल करने वाला गठबंधन सरकार गठन की दिशा तय करेगा. पिछले विधानसभा चुनाव में सीमांचल की 24 सीटों में से बीजेपी ने 8, जदयू ने 4, कांग्रेस ने 5, राजद और भाकपा (माले) ने 1-1, जबकि AIMIM ने 5 सीटों पर जीत दर्ज की थी. बाद में AIMIM के चार विधायक राजद में शामिल हो चुके हैं. मगध की 26 सीटों में से 22 पर महागठबंधन के विधायक काबिज हैं. इस इलाके में मंत्री लेसी सिंह और जमा खां की प्रतिष्ठा भी दांव पर लगी है.
Bihar Election 2025: AIMIM की जीती तीन सीटों पर महागठबंधन तीसरे नंबर पर था
अमौर, बहादुरगंज, बायसी, जोकीहाट और कोचाधामन सीटें जीती थी. अमौर, बहादुरगंज और बायसी में महागठबंधन के प्रत्याशी तीसरे नंबर पर थे. इन तीनों सीटों पर एनडीए के प्रत्याशियों से मुकाबला हुआ था. सीमांचल में इस बार कांग्रेस 12, राजद नौ और वीआईपी दो और भाकपा माले एक सीट पर चुनाव लड़ रहा है. बीते चुनाव में कांग्रेस और आरजेडी ने 11-11 सीटों पर चुनाव लड़ा था. एनडीए से बीजेपी 11, जदयू 10, लोजपा आर (आर) तीन सीटों पर चुनाव लड़ रही है.
सीमांचल में कहां कितनी मुस्लिम आबादी
| क्रम नंबर | जिले का नाम | आबादी का प्रतिशत |
|---|---|---|
| 1 | किशनगंज | 67% |
| 2 | कटिहार | 42% |
| 3 | अररिया | 41% |
| 4 | पूर्णिया | 37% |
सीमांचल में 12 सीटों पर एनडीए ने किया था कब्जा
पूर्णिया प्रमंडल में अररिया, कटिहार, किशनगंज और पूर्णिया जिले शामिल हैं. पूर्णिया प्रमंडल की 12 सीटों पर एनडीए को जीत मिली थी. महागठबंधन को सात सीटों से संतोष करना पड़ा था. AIMIM ने इस इलाके में बड़ी सेंध लगायी और पांच सीटों पर जीत दर्ज की थी.
धमदाहा, आमौर, कटिहार, जोकीहाट, कदवा और रूपौली पर सबकी नजर
सीमांचल में धमदाहा, आमौर, जोकीहाट, रूपौली सीट पर सबकी नजरें गड़ी हैं. धमदाहा से मंत्री लेशी सिंह विधायक हैं. उनका मुकाबला राजद के संतोष कुमार से है. आमौर से AIMIM के प्रदेश अध्यक्ष अख्तरुल इमान विधायक हैं. जदयू ने सबा जफर और कांग्रेस ने अब्दुल जलील मस्तान को यहां से टिकट दिया है. कटिहार में पूर्व उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद भाजपा से चुनाव लड़ रहे हैं. जबकि इस सीट से वीआइपी के सौरव कुमार अग्रवाल चुनावी मैदान में हैं. रूपौली में राजद से बीमा भारती और विधायक शंकर सिंह के बीच कड़ी टक्कर है. कदवा में कांग्रेस विधायक दल के नेता शकील अहमद खान एक बार फिर इस सीट से मैदान में हैं. जदयू ने दुलाल चंद्र गोस्वामी को टिकट दिया है.
जोकीहाट में तस्लीमुद्दीन के दो बेटे आमने-सामने
जोकीहाट में सीमांचल की राजनीति के सबसे बड़े चेहरे तस्लीमुद्दीन के दो बेटे आमने-सामने हैं. राजद ने शाहनवाज आलम और जनसुराज ने उनके बड़े भाई सरफराज आलम को उतारा है. 2020 में सरफराज राजद से चुनाव लड़े थे. इस सीट पर जीत-हार का सियासी गुणा-गणित काफी उलझ गया है.
मगध में गया ने बचायी थी एनडीए की लाज
मगध के गया जिले में दस विधानसभा क्षेत्र है. गया जिले ने ही मगध में एनडीए की लाज बचायी थी. गया की इमामगंज, टिकारी और बाराचट्टी से हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा और गया शहर से भाजपा को जीत मिली थी. इस बार भी इमामगंज, टिकारी और बाराचट्टी से हम और गया शहर से भाजपा के उम्मीदवार मैदान में हैं.
गया में चार सीटों पर हम से राजद का मुकाबला
गुरुवा में राजद व भाजपा, शेरघाटी में राजद और लोजपा आर, इमामगंज, अतरी, बाराचट्टी और टिकारी में हम और राजद के बीच मुकाबला है. गया टाउन में भाजपा व कांग्रेस, बेलागंज में जदयू और राजद के साथ वजीरगंज में कांग्रेस और भाजपा के बीच भिड़ंत है.
औरंगाबाद के कुटुम्बा में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष की प्रतिष्ठा दांव पर
औरंगाबाद में भाजपा व कांग्रेस, गोह में राजद व भाजपा, नबीनगर में जदयू और राजद, कुटुम्बा में हम और कांग्रेस रफीगंज में जदयू और राजद के बीच सीधी लड़ाई है. नवादा में राजद व जदयू्, रजौली में राजद व लोजपा आर, गोविंदपुर में जदयू और वीआइपी, वारिसलीगंज में राजद और भाजपा तथा हिसुआ में भाजपा और कांग्रेस के बीच कड़ी टक्कर है.
जहानाबाद, घोसी और कुरथा में राजद का जदयू से मुकाबला
जहानाबाद, घोसी में जदयू राजद और मखदुमपुर में राजद और लोजपा आर के बीच मुकाबला है. अरवल में भाजपा और भाकपा माले तथा कुरथा में राजद और जदयू के बीच मुकाबला बताया जा रहा है.
सासाराम में उपेंद्र कुशवाहा की कड़ी परीक्षा
रोहतास की काराकाट सीट से भाकपा माले व जदयू के बीच लड़ाई है. इस सीट से भोजपुरी स्टार पवन सिंह की पत्नी ज्योति सिंह भी मैदान में डंटी हुई हैं. डेहरी में लोजपा आर व राजद, नोखा में राजद व जदयू के बीच कड़ी टक्कर है. दिनारा में राजद व रालोमो में मुकाबला है. यहां जय सिंह भी तीसरा कोण बनाने में जुटे हुए हैं. सासाराम में रालोमो से उपेंद्र कुशवाहा की पत्नी स्नेहलता व राजद तथा चेनारी में कांग्रेस व लोजपा आर के बीच लड़ाई है.
रामगढ़ में जगदानंद व सुधाकर सिंह की पकड़ की भी होगी आजमाइश
भभुआ में भाजपा व राजद के बीच मुकाबला है. चेनपुर में राजद व वीआइपी दोनों दलों के उम्मीदवार मैदान में हैं. इनका मुकाबला यहां भाजपा से है. मोहनिया में राजद उम्मीदवार का नामांकन रद्द होने के बाद पार्टी ने यहां से निर्दलीय रविशंकर पासवान को समर्थन दिया है. यहां उनका मुकाबला भाजपा से है. रामगढ़ में राजद व भाजपा से मुकाबला है. इस सीट पर बक्सर सांसद सुधाकर सिंह व राजद के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह की पकड़ की आजमाइश होगी.
मगध में सवर्ण और दलित वोट बैंक साधने वाला बनेगा विजेता
मगध के इलाके में सवर्ण और दलित वोट बैंक साधने वाले गठबंधन को जीत हासिल होगी. हम का प्रभाव गया क्षेत्र में है. चिराग के एनडीए में शामिल होने से दलित वोट खासकर पासवान वोट में इजाफा हुआ है. महागठबंधन की भी धमक दलित वोट बैंक में है. कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष इसी इलाके से आते हैं. राजद ने जगदीश शर्मा व जदयू ने अरूण कुमार को अपने पाले में करके भूमिहार वोट बैंक पर पकड़ बनाने की कोशिश की है.
