Bihar Chunav 2025: बिहार ने रचा मतदान का नया इतिहास, क्रांति प्रकाश झा बोले, लोकतंत्र के इस उत्सव में सबने निभाई भूमिका
Bihar Chunav 2025: जब बिहार ने मतदान में देश के सामने एक नई मिसाल पेश की, तो सिर्फ वोट नहीं पड़े, बल्कि लोकतंत्र की गूंज हर गली-मोहल्ले में सुनाई दी. यही तो लोकतंत्र का असली उत्सव है और इस उत्सव के दो चेहरों में से एक हैं अभिनेता क्रांति प्रकाश झा और अभिनेत्री नीतू चंद्रा, जिन्होंने मतदाता जागरूकता की मुहिम को घर-घर तक पहुंचाया.
Bihar Chunav 2025: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 का मतदान इस बार कई मायनों में ऐतिहासिक रहा. पहले चरण में 65.08 प्रतिशत और दूसरे चरण में 68.55 प्रतिशत मतदान दर्ज हुआ. यह आंकड़ा बिहार के लोकतांत्रिक इतिहास में अब तक का सबसे ऊंचा स्तर है. राज्य में मतदाता जागरूकता को गति देने के लिए निर्वाचन विभाग ने अभिनेता क्रांति प्रकाश झा और अभिनेत्री नीतू चंद्रा को राज्य स्तरीय स्वीप आइकॉन के रूप में नामित किया गया था. दोनों ने गांवों से लेकर शहरों तक जाकर लोगों को मतदान के लिए प्रेरित किया.
बिहार का मतदान ऐतिहासिक- क्रांति प्रकाश झा
बिहार ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि लोकतंत्र की असली ताकत जनता के हाथ में है. इस बार दो चरणों में हुई वोटिंग में लोगों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया. अभिनेता क्रांति प्रकाश झा, जो बिहार चुनाव आयोग के स्वीप आइकन हैं, ने कहा—
“बिहार ने जिस उत्साह के साथ मतदान किया है, वह पूरे देश के लिए मिसाल है. यह सिर्फ वोट नहीं, बल्कि लोकतंत्र के प्रति भरोसे का उत्सव है.”
क्रांति ने समस्तीपुर, बेगूसराय, सीतामढ़ी, बेतिया, मोतिहारी और पटना जैसे जिलों का दौरा कर आम लोगों से अपील की कि वे “घर से निकलें और अपने मत का उपयोग करें.”
मतदाता जागरूकता में सेलिब्रिटी की भूमिका
निर्वाचन विभाग ने इस बार मतदाता शिक्षा और जागरूकता को नई दिशा देने के लिए कलाकारों को जोड़ा था. क्रांति प्रकाश झा और नीतू चंद्रा ने अपने लोकप्रियता के बल पर आम मतदाताओं को मतदान की प्रक्रिया से जोड़ने का कार्य किया था. इन अभियानों में नुक्कड़ नाटक, सोशल मीडिया अपील और कॉलेजों में संवाद जैसे कई तरीके अपनाए गये थे.
क्या है निर्वाचन आयोग का ‘स्वीप कार्यक्रम’?
‘सुव्यवस्थित मतदाता शिक्षा एवं निर्वाचक सहभागिता कार्यक्रम (SVEEP)’ भारत निर्वाचन आयोग की एक प्रमुख पहल है. इसका उद्देश्य है, मतदाताओं को मतदान प्रक्रिया की जानकारी देना, लोकतांत्रिक भागीदारी को बढ़ावा देना और चुनावों में अधिकतम मतदान सुनिश्चित करना.
यह कार्यक्रम 2009 में शुरू हुआ था और तब से यह देशभर में मतदाता सशक्तिकरण की दिशा में काम कर रहा है. बिहार में स्वीप अभियान ने इस बार ग्रामीण और शहरी दोनों इलाकों में अभूतपूर्व जनसहभागिता दर्ज कराई.
नीतू चंद्रा ने कहा—“मतदान सिर्फ अधिकार नहीं, जिम्मेदारी भी है”
बिहार की बेटी और अभिनेत्री नीतू चंद्रा ने स्वीप कार्यक्रम में हिस्सा लेते हुए कहा था, “मतदान हर नागरिक का अधिकार है, लेकिन उससे बड़ी बात यह है कि यह हमारी जिम्मेदारी भी है. जब हम वोट करते हैं, तो हम अपने भविष्य की दिशा तय करते हैं.”
उन्होंने पटना के बी.डी. कॉलेज में आयोजित जागरूकता कार्यक्रम में हिस्सा लिया था और जहां प्रिंसिपल रत्ना अमृत के साथ मिलकर उन्होंने छात्रों को मतदान के महत्व पर प्रेरित किया था. कार्यक्रम में एनसीसी, एनएसएस और करीब 500 छात्र-छात्राएं मौजूद थे. नीतू ने युवाओं से कहा था, “एक वोट बहुत मायने रखता है. इसलिए अपने परिवार और दोस्तों के साथ जरूर मतदान करें.”
लोकतंत्र की मिसाल बना बिहार
बिहार में इस बार मतदान को लेकर जो उत्साह देखा गया, उसने न सिर्फ राज्य, बल्कि देशभर में एक सकारात्मक संदेश दिया. चुनावी प्रक्रिया को ‘त्योहार’ की तरह मनाते लोगों ने यह जता दिया कि बिहार आज भी लोकतंत्र की धरती है. स्वीप कार्यक्रम से जुड़े अधिकारियों के मुताबिक, इस बार शहरी इलाकों में भी मतदान प्रतिशत में उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की गई.
