बिहार में जमीन और नौकरी से जुड़े काम होंगे आसान, वंशावली के नियम बदले, सरकार का बड़ा फैसला

Bihar Bhumi: बिहार सरकार ने शहरी लोगों को बड़ी राहत दी है. अब शहरों में वंशावली बनवाने की प्रक्रिया आसान कर दी गई है. नए नियम के तहत शहरी क्षेत्रों में वंशावली अब अंचल अधिकारी द्वारा जारी की जाएगी. इससे जमीन, नौकरी, पेंशन और अन्य सरकारी कामों में लोगों को सुविधा मिलेगी.

By Paritosh Shahi | December 27, 2025 3:46 PM

Bihar Bhumi: बिहार सरकार ने शहरी लोगों के लिए एक बहुत ही अहम और राहत देने वाला फैसला लिया है. अब शहरों में रहने वाले लोगों को वंशावली बनवाने के लिए ज्यादा परेशानी नहीं होगी. लंबे समय से यह मांग की जा रही थी कि शहरी इलाकों में भी वंशावली की प्रक्रिया को सरल बनाया जाए, ताकि आम लोगों को सरकारी दफ्तरों के चक्कर न लगाने पड़ें. अब सरकार के नए निर्णय से यह समस्या काफी हद तक दूर हो गई है.

बेवजह होती थी देरी

अब तक वंशावली बनाने के लिए शहरों में कोई व्यवस्था नहीं थी. ग्रामीण इलाकों में तो पंचायत स्तर पर वंशावली बन जाती थी, लेकिन शहरों में रहने वाले लोगों को अलग-अलग कागजात जुटाने पड़ते थे. कई बार लोगों को यह भी समझ नहीं आता था कि किस अधिकारी के पास आवेदन करना है. इस कारण आम लोगों को काफी दिक्कत होती थी और काम में बेवजह देरी होती थी.

सोर्स- विजय कुमार सिन्हा x हैंडल

सीओ करेंगे वंशावली जारी

सरकार के नए फैसले के अनुसार अब शहरी क्षेत्रों में अंचल अधिकारी (CO) वंशावली जारी करेंगे. यह व्यवस्था तुरंत प्रभाव से लागू कर दी गई है. नगर निगम, नगर परिषद और नगर पंचायत के अंतर्गत आने वाले सभी शहरी इलाकों में यह नियम लागू होगा. इससे लोगों को यह साफ हो गया है कि उन्हें वंशावली बनवाने के लिए कहां जाना है और किससे संपर्क करना है.

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आम लोगों को होगा फायदा

इस फैसले से आम जनता को कई फायदे होंगे. वंशावली की जरूरत जमीन से जुड़े मामलों, सरकारी नौकरी, पेंशन, बैंक से जुड़े काम, अदालत के मामलों और कई अन्य सरकारी योजनाओं में पड़ती है. अब लोगों को समय पर वंशावली मिलने से उनके जरूरी काम आसानी से पूरे हो सकेंगे. खासकर बुजुर्गों, महिलाओं और गरीब परिवारों को इससे बड़ी राहत मिलेगी.

डिप्टी सीएम विजय कुमार सिन्हा ने कहा है कि सरकार का मकसद लोगों की समस्याओं को कम करना और सरकारी सेवाओं को सरल बनाना है. यह फैसला उसी दिशा में एक मजबूत कदम है. इससे शहरी और ग्रामीण इलाकों के बीच जो फर्क था, वह भी काफी हद तक खत्म होगा.

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