बिहार में सांस लेना हुआ मुश्किल, पटना सहित 11 शहरों की हवा हुई बेहद खतरनाक, AQI 400 के पार

पटना का समनपुरा इलाका शहर का सबसे प्रदूषित क्षेत्र रहा, जहां एक्यूआइ 450 दर्ज किया गया. इस इलाके में प्रदूषण का मुख्य कारण पीएम 10 था. वहीं, मुरादपुर इलाके में एक्यूआइ 411 रहा, जबकि तारामंडल इलाके का एक्यूआइ 419 था. इस इलाके में एनओ 2 भी हवा में बढ़ा है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 22, 2022 2:36 AM

पटना की हवा में प्रदूषण का स्तर बुधवार को भी खतरनाक बना रहा. मौसम में बदलाव आने और ठंड बढ़ने के बाद से पिछले चार दिनों से शहर का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 400 के पार चल रहा है. केंद्रीय प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड के आंकड़ों के मुताबिक बुधवार को पटना का एक्यूआइ 402 रहा है. इससे एक दिन पूर्व मंगलवार को यह 408 था. शहर के छह मॉनिटरिंग केंद्रों में से तीन के आसपास एक्यूआइ 400 के पार दर्ज किया गया है.

पटना में समानपुरा रहा सबसे प्रदूषित क्षेत्र

पटना का समनपुरा इलाका शहर का सबसे प्रदूषित क्षेत्र रहा, जहां एक्यूआइ 450 दर्ज किया गया. इस इलाके में प्रदूषण का मुख्य कारण पीएम 10 था. वहीं, मुरादपुर इलाके में एक्यूआइ 411 रहा, जबकि तारामंडल इलाके का एक्यूआइ 419 था. इस इलाके में एनओ 2 भी हवा में बढ़ा है. यहां पर एनओ 2 की औसत मात्रा बुधवार को 196 रही. राजवंशी नगर इलाके का एक्यूआइ 388, गवर्मेंट हाइस्कूल, शिकारपुर इलाके का एक्यूआइ 372 और डीआरएम कार्यालय के पास का एक्यूआइ 370 था.

राज्य के 11 शहरों में खतरनाक हुई हवा

  • बेगूसराय – 464

  • दरभंगा – 433

  • कटिहार – 430

  • सहरसा – 422

  • बेतिया – 416

  • समस्तीपुर – 408

  • भागलपुर – 405

  • पूर्णिया – 404

  • पटना – 402

  • छपरा – 402

  • सीवान – 401

आठ शहरों की हवा बेहद खराब श्रेणी में

अररिया, औरंगाबाद, गया, हाजीपुर, किशनगंज, मुंगेर, मुजफ्फरपुर, सासाराम जिलों में भी हवा बेहद खराब श्रेणी में है. बेहद खराब और खतरनाक श्रेणी की हवा मानव स्वास्थ्य के लिए गंभीर खतरा हो सकती है. इससे एक स्वस्थ व्यक्ति भी बीमार हो सकता है.

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प्रदूषण का मुख्य कारण धूलकण

बिहार में वायु प्रदूषण का मुख्य कारण सूक्ष्म धूलकण या पीएम 2.5 है. कुछ जगहों पर बड़े आकार के धूलकण पीएम 10 भी वायु प्रदूषण का मुख्य कारण बन रहे हैं.

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