पहला निवाला खाते ही छत पर गिरा विमान और सिर पर गिरने लगे बैग, एक टेबल ने बचा ली बिहार के रितेश की जान

Air India Plane Crash: अहमदाबाद विमान हादसे में बिहार के बेगूसराय निवासी मेडिकल छात्र रितेश बाल-बाल बच गए. रितेश ने बताया कि मेस में खाना खाने के दौरान किस तरह यह हादसा हुआ.

By ThakurShaktilochan Sandilya | June 15, 2025 10:33 AM

अहमदाबाद विमान हादसे में बिहार के बेगूसराय जिले का रहने वाला मेडिकल छात्र भी जख्मी हुआ है जिसका इलाज अस्पताल में चल रहा है. गृह मंत्री अमित शाह ने भी बेगूसराय के शाहपुर निवासी मेडिकल छात्र रितेश से उनका हाल जाना. रितेश ने वो आपबीती बतायी है जब एयर इंडिया का विमान अचानक क्रैश होकर मेडिकल कॉलेज के मेस की छत पर गिर गया.

बेगूसराय के रितेश बाल-बाल बचे

रितेश (24 वर्ष) बेगूसराय के चेरियाबरियारपुर प्रखंड के मेहदा शाहपुर निवासी ललन शर्मा का बेटा है. रितेश उसी बीजे मेडिकल कॉलेज का छात्र है जिसपर एयर इंडिया क्रैश होकर गिरा था. इस हादसे में 250 से अधिक लोगों की मौत हो गयी.

ALSO READ: IPS कार्तिकेय शर्मा को यूं ही नहीं बनाया गया पटना का SSP, एनकाउंटर से लेकर इन एक्शन ने बनायी मजबूत छवि…

जब फोन नहीं हुआ रीसिव तो बढ़ी परिवार की चिंता

रितेश के चाचा मंटून शर्मा ने बताया कि घटना के बाद शाम में जब रितेश को फोन किया गया तो रीसिव नहीं हुआ. सबकी चिंता बढ़ गयी थी लेकिन बाद में जब उसकी मां से बात हुई और रितेश के सुरक्षित होने का पता चला तो राहत की सांस ली. रितेश की मां ने बताया कि हादसे के बाद एक अनजान नंबर से कॉल आया जिसमें बताया गया कि रितेश सुरक्षित है, उसका पैर फ्रैक्चर हो गया है. उसे अस्पताल में भर्ती करवाने जा रहे हैं.

पहला निवाला मुंह में देते ही छत पर गिरा विमान

कारपेंटर पिता ने जिस बेटे को जमीन बेचकर मेडिकल की पढ़ाई के लिए भेजा था उसकी जान खतरे में थी. रितेश ने बताया कि वह बीजे मेडिल कॉलेज के मेस में रोज की तरह उस दिन भी अपने साथियों के साथ खाना खाने आया था. सभी बैठे थे. पहला निवाला वो मुंह में ले ही रहा था कि अचानक यह हादसा हो गया.

छत पर गिरा विमान

एक टेबल के कारण बच गए रितेश

रितेश ने बताया कि उसके ऊपर विमान में रखी ट्रॉलियां गिरने लगीं. उनके दोस्त आंखों के सामने ही बेहोश होकर गिरे पड़े हुए थे. कुछ समझ नहीं आ रहा था. इसके बाद एक टेबल रितेश के ऊपर आ गया. जिससे उसकी जान बच गयी. रितेश ने बताया कि मौत को वो आंखों के सामने देख चुका है. उसे गहरा सदमा लगा था, जिसके बाद उसे आइसीयू में भर्ती कराया गया. गृह मंत्री अमित शाह और पीएम मोदी ने भी अस्पताल जाकर हाल जाना.